दंतेवाड़ा, 28 फरवरी 2024
‘‘क्रेडा‘‘ क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार भारत सरकार के ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के तत्वावधान में क्रेडा विभाग, कृषि विभाग, नगरीय निकाय और लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग अंतर्गत कार्यरत पम्प टेक्नीशियनों के माध्यम से ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने, ऊर्जा दक्ष पंपों के चयन संचालन, संधारण व सुरक्षा की जानकारी और नवीनतम तकनीकों से अवगत कराने के उद्देश्य से क्रमशः बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा जिलों हेतु दो दिवसीय संयुक्त जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसके तहत पम्प टेक्नीशियनों को ऊर्जा दक्ष कृषि पम्प के चयन, स्थापना, रखरखाव एवं मरम्मत के संबंध में 19 फरवरी को कृषि विज्ञान केंद्र एवं 21 फरवरी को जनपद पंचायत दंतेवाड़ा में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी।
इस दौरान कृषि विज्ञान केंद्र दंतेवाड़ा अन्तर्गत कार्यक्रम में जनपद पंचायत अध्यक्ष अंती वेक ने कहा कि कार्यशाला के माध्यम से प्रशिक्षणार्थियों को उनके सौर कृषि पंप का चयन, संचालन, संधारण कर ऊर्जा एवं जल संरक्षण में अधिक दक्षतापूर्वक किया जा सकेगा। सरपंच श्रीमती प्रमिला सुराना द्वारा बताया गया कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सौर ऊर्जा के क्षेत्र में संचालित विभिन्न योजनाओं के तहत अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है जिसका लाभ जिले के कृषक ले रहे है। इसी क्रम में उपसंचालक कृषि विभाग श्री सूरज पंसारी ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम से लाभान्वित प्रशिक्षणार्थी संयंत्र संधारण और रखरखाव कार्य दक्षतापूर्वक और समय पर कर सकेंगें। इसी प्रकार 19 फरवरी को आयोजित जनपद पंचायत अंतर्गत कार्यक्रम में जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुनीता भास्कर ने कहा कि सौर ऊर्जा का उपयोग करने से न केवल ऊर्जा की बचत होती है, बल्कि पर्यावरण की रक्षा भी होती है। साथ ही सदस्य जिला पंचायत श्री रामू नेताम ने भारत सरकार द्वारा पीएम सूर्य घर योजना के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए कहा कि जिले अन्तर्गत अधिक से अधिक बिजली उपभोक्ता घरों के छत पर सौर ऊर्जा प्रणाली संयंत्र लगाकर 300 यूनिट तक बिजली बचत कर सकेंगे और सूर्य से प्राप्त आवश्यकता से अधिक बिजली को बेच भी सकेंगे। जिसमें शासन द्वारा उन्हें आकर्षक सब्सिडी भी दिया जाएगा।
कार्यक्रम में ‘‘क्रेडा‘‘ क्षेत्रीय कार्यालय दंतेवाड़ा के कार्यपालन अभियंता श्री डीडी सीदार ने पंप तकनीशियनों और अधिकारियों हेतु प्रशिक्षण के उद्देश्य, तदुपरांत क्रेडा सहायक अभियंता श्री रविकांत भारद्वाज ने भारत सरकार के उपक्रम बीईई अंतर्गत प्रमाणित स्टार रेटेड घरेलू उपकरणों का अधिक से अधिक उपयोग करने, बीएलडीसी सीलिंग पंखों का उपयोग करने, एलईडी लाईट का प्रयोग करने और ईवी वाहन का प्रयोग करने पर जोर दिया। इसके साथ ही अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी घरेलू जल संचयन और ‘‘जल है तो कल है‘‘ का संदेश देते हुए भविष्य हेतु इसे संरक्षित रखने, सोलर के माध्यम से जल का सदुपयोग करने और घरेलू कनेक्शन का आवश्यकतानुसार उपयोग करने का आह्वान किया। इसके अलावा दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविरों में विभिन्न पम्प निर्माता कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भी वर्तमान में नगरीय निकायों और जल जीवन मिशन अन्तर्गत ग्रामों में स्थापित हो रहे पंपिंग सिस्टम अंतर्गत उपयोग होने वाले विभिन्न क्षमता के ऑटोमैटिक व विभिन्न सेंसर प्रणाली के मोनो ब्लॉक, ओपन वेल, सरफेस-सबमर्सिबल पम्प के सफल उपयोग के बारे में विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में नगरीय निकाय एवं लोक स्वास्थ यांत्रिकी विभाग अन्तर्गत भाग लिये प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरण किया गया।