नए वर्ष में महाकाल मंदिर दर्शन व्यवस्था बदली साल के अंतिम दिन 31 दिसंबर और 1 जनवरी को शीघ्र दर्शन व्यवस्था बंद रहेगी
250 वाला दर्शन टिकट नहीं
चारधाम के प्रवेश के पास ही जूता स्टैंड बनाया जाएगा, जहां पर श्रद्धालु अपने चरण पादुका रखकर पुन: बड़ा गणेश होते हुए हरसिद्धि मंदिर तिराहा से पुन: चारधाम मंदिर पहुंचकर चरण पादुका लेकर अपने गन्तव्य की ओर रवाना होंगे। प्रतिदिन शीघ्र दर्शन करने वाले दर्शनार्थियों के द्वारा 250 रुपये की टिकिट लेकर दर्शन इस दौरान नहीं कर पाएंगे। शीघ्र दर्शन की व्यवस्था उक्त अवसर पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा। ऐसे दर्शनार्थी जिन्हे सिर्फ महाकाल लोक मे जाना है, वे चारधाम मंदिर से पृथक लाइन में प्रवेश कर पिनाकी द्वार से महाकाल लोक में प्रवेश करेंगे। तत्पश्चात इसी द्वार से वे बाहर प्रस्थान करेंगे।
बुजुर्ग एवं दिव्यांगजन की होगी अलग से व्यवस्था
बैठक में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने निर्देश दिए हैं कि व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की कोताही न बरती जाए। दर्शनार्थियों को सुलभ दर्शन हो, इस प्रकार से समुचित व्यवस्था की जाए। बुजुर्ग एवं दिव्यांगों को नि:शुल्क दर्शन व्यवस्थित ढंग से हों, इसके लिए अवन्तिका द्वार के एक नम्बर गेट से प्रवेश देकर उन्हें सुलभ दर्शन कराया जाए। महाकाल लोक पर प्रसाद काउंटर लगाने के साथ ही दर्शनार्थियों के निर्गम होने के बड़े गणेशजी के आगे हरसिद्धि मंदिर चौराहे तरफ प्रसाद काउंटर अधिक लगाए जाएं, ताकि श्रद्धालु आसानी से प्रसाद ले सकें। जहां-जहां पर पार्किंग व्यवस्था की जा रही है, वहां पर पार्किंग कंट्रोल रूम बनाया जाए। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि बेगमबाग के वीआईपी गेट पर परमानेंट एम्बुलेंस खड़ी रहे।
वीआईपी एवं मीडिया का प्रवेश बेगमबाग वीआईपी गेट से
बैठक में बताया गया कि वीआईपी/वीवीआईपी/मीडिया की इंट्री बेगमबाग के वीआईपी गेट से रहेगी। वीआईपी गेट के समीप ही बने पार्किंग पर अपने वाहन पार्क करेंगे। तत्पश्चात वहां से श्री महाकाल लोक कंट्रोल रूम, शंख द्वार, निर्माल्य द्वार से प्रवेश कर सूर्यमुखी द्वार होते हुए सभा मंडप की छत से होते हुए नंदी मंडपम व गणेश मंडपम से भगवान श्री महाकाल के दर्शन कर इसी मार्ग से पुन: बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे। वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए मानसरोवर भवन में जूता स्टैंड स्थापित किया जाएगा।
श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने पर फेसिलिटी सेन्टर-1 से मंदिर परिसर निर्गम रेम्प, गणेश मंडपम एवं नवीन टनल दोनों ओर से श्रद्धालुओं की दर्शन व्यवस्था की जाएगी। अधिक श्रद्धालुओं की संख्या होने पर फेसिलिटी सेन्टर-1 से सीधे कार्तिकेय मण्डपम में प्रवेश कराकर दर्शन उपरान्त गेट नम्बर-10 अथवा निर्माल्य द्वार के रास्ते बाहर की ओर प्रस्थान कराने की व्यवस्था की जाएगी।
श्रद्धालुओं की अधिक संख्या होने पर कार्तिकेय मंडप रिक्त रखा जाएगा, जहां से चलित भस्म आरती की दर्शन व्यवस्था की जाएगी। श्रद्धालुओं की अधिक संख्या होने पर कार्तिकेय मंडप रिक्त रखा जाकर श्रद्धालुओं के लिए भस्म आरती के दौरान चलित भस्म आरती दर्शन की व्यवस्था प्रात: से की जाएगी। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई न हो, इसके लिए मंदिर प्रबंध समिति एवं अन्य आवश्यक मूलभूत सुविधाएं वाले स्थानों तक आवागमन कर सके, इसके लिए दर्शन मार्ग मंदिर परिक्षेत्र एवं निर्गम द्वार से जूता स्टैंड वाहन पार्किंग, लड्डू प्रसाद काउंटर, प्राथमिक उपचार सुविधा, पेयजल वितरण स्थल इत्यादि तक पहुंचने के लिए फ्लेक्स लगाए जाएंगे। बड़े गणेश मन्दिर के समीप एक बड़ा काउंटर एवं विक्रमादित्य टीले के समीप एक बड़ा काउंटर लड्डू प्रसाद का बनाया जाएगा, जहां श्रद्धालु दर्शन उपरान्त लड्डू प्रसाद प्राप्त कर सकेंगे।
पूछताछ एवं सहायता केन्द्र स्थापित होंगे
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर परिक्षेत्र के चारों ओर अस्थायी रूप से चयनित स्थानों पर पूछताछ एवं सहायता केन्द्र स्थापित किए जाएंगे। इसी तरह सुरक्षा की दृष्टिगत रखते हुए मन्दिर परिक्षेत्र एवं सम्पूर्ण दर्शन मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। कंट्रोल रूम में सीसीटीवी सर्वेलेंस एवं एलईडी के माध्यम से सतत निरीक्षण किया जाकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखी जा सकेगी।
इस प्रकार रहेगी पार्किंग व्यवस्था
बाहर से आने वाले श्रद्धालु अपने वाहन पार्क कर्कराज पार्किंग, भील समाज धर्मशाला एवं कलोता समाज धर्मशाला पर खड़े कर सकेंगे। इसी तरह इन्दौर रोड से आने वाले वाहनों की पार्किंग व्यवस्था रूद्राक्ष होटल के दांहिनी ओर पार्किंग व्यवस्था (शनि मन्दिर), शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय तिराहे पर हाउसिंग बोर्ड का मैदान, हरिफाटक ब्रिज के नीचे हाट बाजार, मेघदूत पार्किंग, इंजीनियरिंग कॉलेज का मैदान एवं प्रशांतिधाम पर पार्किंग व्यवस्था की जायेगी। उल्लेखनीय है कि इन पार्किंग स्थलों से बस सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।