इंदौर । ब्रह्माकुमारीज के ज्ञान शिखर ओम शांति भवन में 77 वां स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर उज्जैन संभाग सेवाकेंद्रों की संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी उषा दीदी ने अपनी शुभकामना देते हुए कहा कि हमारे देश के वीर शहीदों ने ठान लिया कि हमें मरना है, मिटना है, लेकिन देश को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराना ही है। उनके दृढ़ संकल्प से, बलिदान से भारत फिरंगियों से स्वतंत्र हो गया। यह हमारे लिए बड़े गर्व की बात है। आज का दिन उन बलिदानियों को नमन करने का दिन है।
जबलपुर सेवा केंद्र की संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी विमला दीदी ने कहा कि हमारा देश अंग्रेजों की गुलामी से तो आजाद हो गया लेकिन स्वतंत्र होने के बाद भी देश में अनेक प्रकार की समस्याएं, दुख- अशांति एवं तनाव है ,इन सबका कारण आज हम पांच विकारों के कारण अनेक बुराइयों के बंधन में बंध गए हैं। अतः आज हम सबको मिलकर इस राष्ट्रध्वज के नीचे संकल्प लेना है कि अपने जीवन में, परिवार में, समाज में और देश में सुख- शांति, खुशहाली लानी है तो इन विकारों के बंधन से स्वयं को मुक्त कर अपने अंदर देवी संस्कारों को लाना है। हम जीवन में सकारात्मक परिवर्तन करेंगे तब ही यह भारत पुनः रामराज्य स्वर्णिम भारत बनेगा और बापू गांधी जी का रामराज्य का सपना साकार होगा। सच्चे अर्थों में तभी स्वतंत्रता दिवस मनाना सार्थक होगा।
शक्ति निकेतन की कुमारी मधुबाला ने भारत की महानता का वर्णन करते हुए स्वामी विवेकानंद के चरित्रों को याद करते हुए कहा कि हम सब आध्यात्मिकता के पथ पर चलेंगे तो भारत पुनः सुपर पावर विश्व गुरु बन जाएगा। इस अवसर ब्रम्हाकुमारी आकांक्षा बहन ने वंदे मातरम देशभक्ति गीत गाया। कुमारी जीविका ने देश भक्ति के गीत पर मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी तथा कुमार जय ने सिंथेसाइजर बजाकर तेरी मिट्टी में मिल जावा गीत गाकर सबको देश भक्ति के रंग में रंग दिया।
विशेष रुप से ब्रम्हाकुमारी उषा दीदी उज्जैन, ब्रम्हाकुमारी विमला दीदी जबलपुर, ब्रम्हाकुमारी अनिता दीदी, ब्रम्हाकुमारी उषा दीदी ओमशान्ति भवन इंदौर ने मिलकर राष्ट्रध्वज फहराया तथा अंत में सभी ने राष्ट्रगान गा कर भारत के वीर सपूतों को याद कर उनके साहस को नमन किया। अंत में सभी को ईश्वरीय प्रसाद देकर मुंह मीठा कराया।