इंदौर l12वीं क्लास की दो छात्राओं के प्रेक्टिकल लैब में एसिड से झुलस जाने का मामला सामने आया है। हालांकि दोनों ही अस्पताल ले जाने के बाद प्राथमिक उपचार करा उनके परिजनों के साथ अपने घर चली गई है। एक छात्रा को गले और चेहरे पर तो दूसरी छात्रा को गले पर जख्म लगा हैं। स्कूल प्रबंधन ने एसिड अटैक की बात से इनकार किया है। प्रिंसिपल का कहना है कि गलती से एसिड छलक गया और हादसा हो गया। हालांकि एसिड अटैक की सूचना पर पुलिस की टीम भी स्कूल पहुंची और प्रिंसिपल से बात की।
मामला गुमास्ता नगर स्थित वैष्णव स्कूल का है। यहां 12वीं की छात्रा पर एसिड अटैक की सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम स्कूल पहुंची जहां उन्हें स्कूल प्रिंसिपल ममता शुक्ला ने बताया कि छात्रा लैब में प्रैक्टिकल कर रही थी, इस दौरान हादसा हो गया। उसी के हाथ से एसिड छलका है। उसे गले और चेहरे पर एसिड के कारण चोट लगी है। पास खड़ी एक अन्य छात्रा को भी गले में जख्म हुआ है। दोनों को स्कूल में ही तुरंत प्राथमिक उपचार दिया गया, बाद में जिसे ज्यादा लगी थी, उस छात्रा की मां के आने के बाद अस्पताल लेकर गए थे वहां इलाज के बाद छात्रा मां के साथ घर चली गई। परिजनों से पुलिस ने भी बातचीत की साथ ही स्कूल पहुंचकर प्रिंसिपल से भी मामले की जानकारी ली।
श्री वैष्णव कन्या स्कूल की प्रिंसिपल ममता शुक्ला का कहना है कि प्रैक्टिकल के दौरान बच्ची के हाथ में जो एसिड था वो छलक गया, कोई एसिड अटैक नहीं हुआ है। प्रैक्टिकल लैब में लैब असिस्टेंट, टीचर सब वहीं रहते हैं। चार-चार बच्चों का ग्रुप बना प्रैक्टिकल करवाए जाते हैं। बच्चों को बार-बार समझाइश भी दी जाती है। 12वीं के बच्चे खुद भी समझदार होते हैं। लैब में एसिड रखने की जगह फिक्स है। पहले कभी ऐसा नहीं हुआ। ये दुर्भाग्य से हुआ।