आज सुबह से ही सवारी मार्ग पर बाबा की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब
ujjain /abijeet dubey: वैसे तो भगवान शिव के प्रिय मास श्रावण की शुरूआत एक सप्ताह पूर्व 4 जुलाई से ही हो गई थी, लेकिन आज श्रावण के सोमवार पर बाबा महाकाल की भस्म आरती में हजारों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा, जो कि बाबा की एक झलक पाकर उनका आशीर्वाद लेना चाहते थे. आज सुबह 2:30 बजे जैसे ही गर्भगृह के गेट खोले गए, वैसे ही पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से गुंजायमान हो गया.
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण मास के पहले सोमवार को रात 2:30 बजे भगवान वीरभद्र की आज्ञा लेने के बाद चांदी द्वार का पूजन किया गया और घंटी बजाकर पट खोलने की अनुमति ली गई. इस पूजन के बाद गर्भगृह में भी पहले चांदी द्वार और भगवान श्रीगणेश का पूजन किया गया, जिसके बाद गर्भगृह के पट खोले गए. श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित ओम गुरु ने बताया कि मंदिर में सर्वप्रथम पुजारी और पुरोहितों के द्वारा भगवान श्री गणेश, माता पार्वती, कार्तिकेय और बाबा महाकाल का जलाभिषेक किया गया, जिसके बाद कपूर आरती की गई.
इस आरती के बाद भगवान का पंचामृत पूजन किया गया और भगवान महाकाल का भांग और सूखे मेवे से श्रृंगार कर उन्हें आभूषण अर्पित किए गए, जिसके बाद महानिवार्णी अखाड़ा महंत विनीत गिरी द्वारा बाबा महाकाल को भस्म अर्पित की गई. . भस्म आरती के पश्चात बाबा महाकाल को रुद्राक्ष की माला, मुकुट, मुंडमाला पहनाई गई और फिर बाबा महाकाल की आरती की गई. भस्म आरती के दौरान चलायमान दर्शन की व्यवस्था से हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल के दर्शनों का लाभ लिया.
रात्रि से ही लग गई थी श्रद्धालुओं की लंबी कतार
श्रावण मास में दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल की इस दिव्य और भव्य आरती के दर्शन हो, इसीलिए श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति द्वारा चलायमान दर्शन की व्यवस्था की जाती है. आज सुबह हुई भस्मआरती के लिए देर रात्रि से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतार मंदिर के बाहर देखी गई, जो कि बाबा महाकाल के दर्शन करना चाहते थे. सुबह गर्भगृह में पट खुलते ही श्रद्धालुओं ने जय श्री महाकाल के घोष के साथ बाबा महाकाल के दर्शन का लाभ लिया.
आधे घंटे पहले जागे महाकाल, शाम को 5 नहीं 3 बजे होगी आरती
.श्रावण मास में भक्तों को दर्शन देने के लिए बाबा महाकाल की दिनचर्या भी बदल जाती है. श्रावण सोमवार को मंदिर के पट रात्रि 2:30 बजे खुलते हैं, जबकि सप्ताह के अन्य दिनों में भस्म आरती की शुरूआत रात्रि 3 बजे से होती है. आपने बताया कि श्रावण के अन्य दिनों की अपेक्षा आज बाबा महाकाल आधे घंटे पहले जागे और उन्होंने भक्तों को दर्शन दिए. आपने यह भी बताया कि आज शाम को बाबा महाकाल श्रावण मास के पहले सोमवार पर प्रथम बार नगर भ्रमण पर निकलेंगे, जिसके कारण शाम को 5 बजे होने वाली संध्या आरती का भी समय परिवर्तित होगा और यह आरती दोपहर 3 होगी.