
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ फिजियोथैरेपी की ओर से इन्नोवेशन ट्रेन्ड्स इन स्पाइनल मोबिलाइजेशन पर वर्कशॉप, फिजियोथैरेपी स्टुडेंट्स ने सर गंगाराम हॉस्पिटल, नई दिल्ली के सीनियर फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. अमित कुमार से जानीं दर्द के इलाज की नई तकनीकें
सर गंगाराम हॉस्पिटल, नई दिल्ली के सीनियर फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. अमित कुमार ने बताया, आज के आधुनिक व्यस्त जीवन में अधिकांश लोग स्पाइनल की किसी न किसी बीमारी जैसे- डिस्क का हटना, वर्टेब्रा का कम्प्रैस होना, कमर दर्द, गर्दन दर्द आदि से जूझ रहे हैं। इन समस्याओं से आधुनिक तकनीकों एनएजी और एसएनएजी के संग-संग सही पॉजिशन करके मरीज को जल्द रिकवर किया जा सकता है। उन्होंने मरीज पर व्यायाम और फिजियोथैरेपी के उपकरणों जैसे- स्विस बॉल, डमबल्स और रस्सी का प्रयोग करके मरीज के इलाज के बारे में भी विस्तार से बताया। डॉ. अमित तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ फिजियोथैरेपी की ओर से इन्नोवेशन ट्रेन्ड्स इन स्पाइनल मोबिलाइजेशन पर आयोजित वर्कशॉप में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पूर्व सर गंगाराम हॉस्पिटल, नई दिल्ली के सीनियर फिजियोथैरेपिस्ट डॉ. अमित कुमार ने ने बतौर मुख्य अतिथि, टीएमयू डेंटल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर की डायरेक्टर गर्वेंेनेंस डॉ. नीलिमा जैन ने बतौर विशिष्ट अतिथि, फिजियोथैरेपी के एचओडी डॉ. फरहान खान, डॉ. शीतल मल्हान आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके वर्कशॉप का शंखनाद किया। इस मौके पर सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह और प्रमाण देकर सम्मानित भी किया गया।
मुख्य अतिथि डॉ. अमित कुमार ने स्विस बॉल, डमबल्स, रोप स्टीयर केज का मरीजों पर उपयोग करने की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। उन्होंने स्टुडेंट्स अदनान मलिक को स्विस बॉल के ऊपर सीधा कमर के बल लिटाकर उसकी इन्जर्ड या ब्लॉक नर्व और धमनियों को खोलना भी बताया, जिससे मांसपेशियां अपना कार्य सही से कर सकें। मरीज को अपने पोस्चर को सुधारने और दर्द को कम करने में सहायक साबित हो। कार्यक्रम के दौरान सवाल-जवाब का दौर भी चला, जिसमें स्टुडेंट्स इस्मा, अक्षिता मित्तल, शिवि गर्ग, अरू जैन, अनुष्का गौतम, कार्तिक त्यागी, राधिका चौधरी, मो. फरहान आदि ने पूछा, कैसे इस तकनीक का उपयोग करके उपचार किया जा सकता है? मांसपेशियों में इसका सही उपयोग कहां-कहां किया जा सकता है? कौन सी पॉजिशन किस मांसपेशी के लिए उपयोगी होती है? आदि। कार्यशाला में डॉ. हरीश शर्मा, डॉ. कोमल नागर, डॉ. प्रिया शर्मा, डॉ. शिप्रा गंगवार, डॉ. शाजिया मटटु, डॉ. समर्पिता सेनापति, डॉ. सोनम निधि केे संग-संग बीपीटी चतुर्थ वर्ष और एमपीटी प्रथम एंड द्वितीय वर्ष के 80 छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। संचालन डॉ. फरहान खान ने किया।