भतीजे ने दिये मीडिया को साक्ष्य
थांदला से (विवेक व्यास) थांदला नगर के वार्ड नंबर 09 लक्ष्मीबाई मार्ग पर शांताबाई पिता रामाजी चौहान जो कि निसंतान हो कर वर्षो से अपने भतीजे दिव्य कुमार पिता जगजीवनराम को
पिछले 7 सालों से हम उनकी देखरेख कर रहे थे और पिछले 1 महीने से मैं उनकी सेवा कर रहा था।भुवा के कहने पर मैं उनको अपने घर लाया
और उनकी सेवा निस्वार्थ भाव से कर रहे थे।भतीजे दिव्य कुमार के अनुसार मेरी भुवा अविवाहित थी उनकी कोई संतान नही थी भुवा की सेवा कार्य मेरे द्वारा किया जा रहा था इसी बीच पिछले माह मेरी भुवा कोरोना संक्रमित हो जाने से मैने उपचार करवाया था उनके साथ रहने से में भी संक्रमित हुवा इस दौरान जिले में बेड ना मिलने से मेरा ईलाज गुजरात के देवगढ़ बारिया में चला में स्वस्थ हो कर घर आया तो पता चला कि थांदल में राजू धानक व उनके साथीगण द्वारा मेरी भुवा से जबरजस्ती वसीयत नाम लिखवा कर दान करवा दी एवम उन्हें गुमराह किया कि दिव्य बीमार है व कोविड के चलते नही बच सकते है ऐसा कह कर बल पूर्वक वसीयत बनवाकर अंगूठा करवा लिये व मेरे भागने,भुवा को छोड़ने के असत्य जानकारी प्रशासन मीडिया को दी गई जबकि इनके द्वारा जोर जबरजस्ती द्वारा जो वसीयत तैयार करी गई थी मेरी भुवा द्वारा उसे असत्य,धोखेबाज़ी करार कर खारिज़ कर दिया था।
पूर्व की वसीयत से इनकार करते हुवे मेरी भुवा द्वारा पुनः07/05/21 को वसीयत मेरे नाम से की गई है जिसकी सम्पूर्ण वैधानिक कार्यवाही से जिला प्रशासन,स्थानीय प्रशासन को अवगत करवा दिया गया है।
इस संदर्भ में भतीजे दिव्य कुमार ने कहा कि मेरी भुवा द्वारा जब पहली वसीयत खारिज करवाई तब किसी ने भी आपत्ति नही ली किंतु उनके देहावसान के पश्चात मुझे धमकियां दी जा रही है।
दिव्य कुमार ने एक जानकारी में बताया कि दिनांक 14/04/21को जब में कोविड संक्रमित हो कर गुजरात के हॉस्पिटल में एडमिट था उस दौरान दिनक 21/04/21 को थांदला राजू धानक उसके साथीगण के द्वारा मेरी भुवा से जबरन वसीयत नामा लिखवा लिया जबकि वो इस पक्ष में नही थी जिसके सारे वीडियो व जानकारी दिखा दी गई है इसी के चलते हमारे द्वारा समाज के अध्यक्ष को दिनांक 10/05/21 को एडवोकेट द्वारा नोटिस भेज दिये गये है। मेरे द्वारा दिनांक 04/06/21 को थाना थांदला में भी एक आवेदन इस संदर्भ में दिया था कि समाज के कुछ व्यक्ति द्वारा मुझे बेवजह प्रताड़ित किया जा कर धमकी दी जा रही है।वही दिनांक 17/05/21को बैंक शाखा थांदला में भी नोटिस पहुचा दिये गये है दिनांक 30/05/21 को मेरी भुवाजी की मृत्यु हो गई थी।स्मरण रहे कि समाज के चंद व्यक्ति द्वारा राजनीति के सहारे प्रशासन को गुमराह कर अनैतिक कार्य पर उतारू है जो कि न्याय संगत ना हो कर गलत है।