बच्चा स्कूल में तो दूसरे बच्चों के साथ मिलकर काफी कुछ सीख-पढ़ लेता है लेकिन घर पर उसे पढ़ाना थोड़ा मुश्किल है। आमतौर पर मां-बाप को पता ही नहीं होता कि बच्चे को पढ़ाने का सही तरीका क्या है। उन्हें लगता है कि बच्चे को डांट देना या मार देना ही एक विकल्प है ताकि डरकर वह पढ़ाई करने लगे लेकिन सवाल है कि क्या वाकई यह सही तरीका है।
बच्चे को डराकर आप उसे अपने सामने तो पढ़ने के लिए मजबूर कर सकते हैं लेकिन आपकी नजर हटते ही वह पढ़ाई को बोझ समझकर टाल देगा। ऐसे में मां-बाप के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि बच्चे को किस तरह पढ़ाएं ताकि वह मन लगाकर पढ़ाई करे जिससे पढ़ाई में उसकी रूचि बढ़े।
बच्चों को पढ़ाने से पहले यह जान लें कि इस काम में आपको धैर्य की आवश्यकता है। बच्चा आपसे एक ही सवाल कई बार करेगा और आपको उसे समझाना पड़ेगा। इसके अलावा बच्चे को पढ़ाने के दौरान इन बातों का भी खास ख्याल रखें :
अगर बच्चा बहुत छोटा है तो उसे रंगीन तस्वीरों वाली किताब कविताओं वाली किताब या फिर कविताओं वाले वीडियो की मदद से सिखाने की कोशिश करें।
छोटे बच्चों को पढ़ाने के लिए कई तरह के खिलौने आते हैं। उनका इस्तेमाल भी बहुत फायदेमंद होगा। आपका बच्चा खेल-खेल में काफी कुछ सीख जाएगा।
बच्चों के साथ जानकारी से भरी बातें करें। उनके सवालों का तार्किक जवाब देने की कोशिश करें। सुनकर कोई भी चीज ज्यादा जल्दी समझ आती है।
बच्चे को घर पर ही न रखें। बच्चे समाज में चीजों को देखकर और दूसरे बच्चों से मिलकर भी काफी कुछ सीखते हैं।
बच्चों के साथ सख्ती बरतने को एकमात्र विकल्प नहीं मानें। बच्चों को अलग-अलग तरीके से समझाने की कोशिश करें। वे जिद कर सकते हैं पर एक बार उनके मन से मार या डांट का डर निकल गया तो वे किसी की भी बात नहीं मानेंगे और यह आपके लिए और परेशानी भरा होगा।