
नई दिल्ली से ऊषा महाना की कलम से
*महाबल मिश्रा* पूर्व लोकसभा सदस्य नई दिल्ली।
जल की महत्वता आज के समय पर कितनी महत्वपूर्ण हैं यह हम सभी जानते हैं। जल के बिना जीवन की कल्पना भी असंभव है। जल ही जीवन है। हम कोई भी कार्य करे, हम सभी को जल की आवश्यकता पड़ती हैं। जल है तो कल है। जल को व्यर्थ नहीं बहाना चाहिए। आजकल भूमिगत जल भी काफी नीचे हो गया है। पहले 20 या 40 फुट पर जल मिल जाता था। परंतु आजकल 200 से 600 फुट गहराई पर जल मिलता है। यदि समय रहते जल सरंक्षण के बारे में नही सोचा गया तो निकट भविष्य में गंभीर परिणाम होंगे। देखा जाता है कि कई कंपनियां बिना जल को ट्रीट किए नदियो में छोड़ देते है। जिससे नदियों का जल भी प्रदूषित हो रहा हैं। हम सभी को जल सरंक्षण के बारे में सोचना होगा। हर साल बारिश का पानी सड़को पर व्यर्थ बह जाता है। यदि हम सभी वर्षा के जल का सरंक्षण ओर संचयन करे तो काफी मात्रा में जल का सरंक्षण कर सकते हैं साथ ही भूमिगत जल का स्तर भी उपर उठ सकता हैं। हम सभी को अपने घरों में रेन वाटर सिस्टम लगाना चाहिए ताकि बारिश का पानी हमारे घरों की छतों से सीधा भूमि के अंदर जा सके। बारिश के पानी को एकत्रित करने के लिए छोटे छोटे डेम भी बनाने चाहिए ओर छोटी झीलो का निर्माण करना चाहिए ताकि वर्षा का पानी उसमे एकत्रित हो सके। जल के लिए हम सभी को मिलकर कुछ करना होगा। जल का सदा सदुपयोग करे, दुरुपयोग ना करे। जल हम सभी के जीवन के लिए अनमोल हैं। आने वाली पीढ़ियों के लिए अभी से हम सभी को सार्थक कदम उठाने होंगे।