उज्जैन l, 21/12/22-
उज्जैन दक्षिण के विधायक के अपशब्द कितने भारी पड़ेंगे यह वक्त बताएगा
उज्जैन, नागदा के नरेंद्र मोदी खेल प्रशाल में वंदे मातरम ग्रुप में कार सेवकों का सम्मान करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें उज्जैन दक्षिण के विधायक एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने अपना उद्बोधन दिया उद्बोधन के दौरान एक साधारण इंसान की ईश्वर के प्रति क्या मर्यादाएं होती है उन सभी मर्यादाओं को भरे मंच पर ताक पर रख दिया और भगवान श्री राम की अर्धांगिनी माता सीता को तलाकशुदा कह दिया और साथ ही माता सीता के धरती में समा जाने को आत्महत्या करार दिया।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा की भगवान राम ने जब अपनी पत्नी को छोड़ दिया तब उन्होंने जो जीवन जिया उसे तलाक के बाद की स्थिति कहते हैं और उन्होंने यह भी कहा कि भगवान राम की पत्नी ने उनके सामने ही अपना शरीर छोड़ा और शरीर छोड़ने को सरकारी भाषा में आत्महत्या कहा जाता है।
बहर हाल मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक है और आने वाले समय में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव के द्वारा माता सीता के बारे में कहे हुए बिगड़े बोल कितने भारी पड़ेंगे यह समय ही बताएगा लेकिन भरे मंच से माता सीता के बारे में इस तरह के शब्दों का उपयोग एक विधायक एवम एक मंत्री के द्वारा किया जाना अशोभनीय है, सोशल मीडिया पर उनके द्वारा दिया हुआ वक्तव्य तूल पकड़ रहा है इसका क्या परिणाम होगा यह कहना जल्दबाजी होगी।