पार्टी के कई वरिष्ठ नेता सीएम पद की रेस में
नई दिल्ली । हिमाचल प्रदेश में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला कांग्रेस आलाकमान करेगा। राज्य के पूर्व पार्टी प्रमुख सुखविंदर सिंह सुक्खू सीपीएल नेता मुकेश अग्निहोत्री और पार्टी नेता राजिंदर राणा को सीएम पद के रेस में माना जा रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को आलाकमान सीएम पद की रेस में नहीं मान रहा है। इससे पहले प्रतिभा सिंह के समर्थक बड़ी संख्या में कांग्रेस शिमला मुख्यालय के बाहर जमा हो गए उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री बनाने की मांग करने लगे। कांग्रेस आलाकमान के करीबी सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री पद की दौड़ में केवल तीन नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू मुकेश अग्निहोत्री और राजिंदर राणा हैं। मुख्यमंत्री विधायकों में से ही होगा।
आलाकमान को लगता है कि अगर प्रतिभा सिंह को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो दो उपचुनाव कराने होंगे- एक लोकसभा का दूसरा विधान सभा का। सूत्रों ने आगे कहा कि प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह को कैबिनेट में उच्च पद दिया जा सकता है। ऐसे में जब कांग्रेस मंडी की 10 में से 9 सीटों पर हार गई है तो तुरंत उपचुनाव कराना उचित नहीं होगा। कहीं न कहीं चुनाव जीतकर जो माहौल बनाया गया है वह बिगड़ सकता है। आलाकमान के करीबी सूत्रों ने प्रतिभा सिंह के 25 विधायकों के समर्थन के दावे को भी खारिज कर दिया। उनके मुताबिक व्यक्तिगत रूप से सुक्खू के साथ और भी विधायक हैं। एआईसीसी के राज्य प्रभारी राजीव शुक्ला ने संवाददाता सम्मेलन में इस फैसले की घोषणा की। राज्य में नतीजों की घोषणा के एक दिन बाद नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक हुई। कांग्रेस ने 40 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल किया। बीजेपी को 25 सीटें मिली थीं। शुक्ला ने कहा कि मीडिया की खबरें कि पार्टी के अंदर फूट है बिल्कुल गलत है।
उन्होंने कहा सभी 40 विधायकों ने आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक में हिस्सा लिया और सभी ने सर्वसम्मति से राज्य के मुख्यमंत्री के चयन का फैसला पार्टी आलाकमान पर छोड़ने का प्रस्ताव पारित किया। मीडिया की खबरें कि पार्टी के अंदर विभाजन है यह बिल्कुल गलत है। इससे पहले शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों ने मुख्यमंत्री चुनने का फैसला पार्टी आलाकमान पर छोड़ने का प्रस्ताव पारित किया जिसके बाद अब दिल्ली में सीएम के नाम पर अंतिम मुहर लगेगी।