
कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को अपना पद संभाल लिया। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने जिस तरह से उनका वेलकम किया। उससे खड़गे को निश्चित रूप से बड़ी ताकत मिली है। पदभार ग्रहण करते ही उन्होंने ऐलान कर दिया, कि 50 फ़ीसदी पद 50 वर्ष से कम उम्र के नेताओं के लिए आरक्षित होंगे। उनके इस ऐलान के बाद कांग्रेस कार्य समिति के सदस्यों महासचिव और प्रभारियों ने नई समिति के गठन के लिए अपने इस्तीफे दे दिये।
खड़गे ने 47 सदस्यीय संचालन समिति का गठन किया है। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले शशि थरूर शामिल नहीं है। खड़गे ने जिस तरीके से युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की है। वह ऐसा कर पाते हैं, तो निश्चित रूप से पार्टी में युवाओं की सक्रियता बढ़ेगी। इससे युवा नेताओं में बड़ा उत्साह देखने को मिल रहा है। प्रादेशिक क्षत्रप दिल्ली आने के लिए तैयार नहीं है। राष्ट्रीय राजनीति में युवाओं को ज्यादा स्थान मिलना तय है। युवाओं और बुजुर्गों के बीच में समन्वय बनाने में खड़गे सफल हुए, तो उनकी यह सबसे बड़ी जीत होगी।