आश्चर्यजनक बातें पार्टी ने अभी तक महापौर मुकेश टटवाल के समर्थन में कोई भी बयान किसी भी नेता ने जारी नहीं किया
उज्जैन,, अभिजीत दुबे माधव एक्सप्रेस) अनंत चतुर्दशी पर महाकालेश्वर मंदिर में उज्जैन के प्रथम नागरिक महापौर श्री मुकेश टटवाल पूजन अर्चन के लिए गए वहां पर उन्होंने अमर्यादित होकर गर्भ ग्रह में फोटो सेशन करवाया जिसका साथ पंडित रमण त्रिवेदी ने दिया जिसका विरोध सोशल मीडिया पर बड़े जोर शोर से चल रहा है जो विरोध आज तक नहीं थमा इसकी सुगबुगाहट ऊपर तक पहुंच गई जनता विरोध कर रही है उनके जिस स्थिति में उन्होंने फोटो खिंचवाया आराम की मुद्रा में उसका हो रहा है महापौर जी ने 2 दिन पूर्व मीडिया को एक बयान जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि मैं मुकेश टटवाल अनुसूचित जाति से मेरी जाति के वोट मुझे पता था मेरे मुकेश टटवाल के स्पर्श करने से ,एक अन्य बयान अनंत चतुर्दशी पर मैं दर्शन करने के लिए गया था फोटो खींच लिया महाकाल मंदिर के रमन गुरु ने बोला की फोटो खिंचवा लो उन्होंने मेरा हाथ पकड़ कर खींच लिया * इस तरीके से बयानबाजी करके माफी मांगी तो महापौर जी उज्जैन की 700000 जनता ने आपको सिरमोर बनाया है जिसमें सभी जातियों का सहयोग है यहां पर जातिवाद लाना क्या उचित होगा ऐसी बयानबाजी का इस बात से कोई मतलब नहीं होता,. क्या ?भाजपा जातिवाद करती है आपके इस कृत्य से पार्टी की छवि खराब होती है सबसे बड़ी बात पार्टी के किसी बड़े नेता ने महापौर जी के बचाव में कोई बयान जारी नहीं किया हो सकता है महापौर जी को पार्टी भी दोषी मानती हो आप सीखे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी जिन्होंने एक आदिवासी महिला को राष्ट्रपति के सम्मानित पद पर आसीन किया इस तरह की बयानबाजी आपको शोभा नहीं देती भाजपा एक सूसंगठित दल है महाकालेश्वर मंदिर में आए दिन नेता अधिकारी आते हैं 3 दिन पूर्व सहकारिता मंत्री भी बाबा के दर्शन को आए थे उन्होंने भी फोटो सेशन करवाया था लेकिन इस तरीके का कुकृत्य आज तक किसी ने नहीं किया आप उज्जैन शहर के प्रथम नागरिक हैं आपको अपनी मर्यादा का ध्यान रखना है आपको ध्यान रखना है कि आप कहां बैठे हैं आपको कैसे बैठना है कहां लेटना है कैसे फोटो खींचना है बात निकल कर आती है महाकाल मंदिर पुजारी प्रतिनिधि पंडित रमन त्रिवेदी भी उतने ही दोषी हैं जितना महापौर उनको भी मर्यादा का ध्यान रखकर फोटो सेशन करवाना था लेकिन आप भी महापौर जी के कंधे पर हाथ रखकर ऐसे मुस्कुरा रहे हैं मानो घर पर सोफे पर बैठे हैं वहां उपस्थित अन्य किसी कर्मचारी या किसी अधिकारी ने भी आपत्ति नहीं ली इस और महाकाल मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक को पुजारी सहित कर्मचारी को नोटिस देकर जवाब तलब करना चाहिए ध्यान देना चाहिए ताकि आगे से गलती दोबारा ना हो जितने दोषी महापौर जी उतना ही दोषी मंदिर का पुजारी पंडित रमन त्रिवेदी जितने दोषी महापौर जी उतना ही दोषी मंदिर का पुजारी पंडित रमन त्रिवेदी
ऐसा नहीं कि महाकालेश्वर मंदिर गर्भगृह नंदीहाल में फोटो सेशन नहीं होता है प्रतिबंध के बावजूद फोटो खींचे जाते हैं सिर्फ वीआईपी लोगों के ,,आम श्रद्धालुओं के लिए यह सुविधा नहीं है आम लोगों को बाबा के दर्शन हो जाए यही बहुत बड़ी बात है महापौर जी को इस ओर ध्यान देना चाहिए कि श्रद्धालुओं को दर्शन सुविधा कैसे सुलभ हो