दिल्ली में राजनीति की एक लंबी पारी खेलने के बाद कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद अब फिर से जम्मू-कश्मीर में अपना सियासी मैदान तलाश रहे हैं। 4 सितंबर को आजाद अपनी नई पार्टी के गठन की घोषणा कर सकते हैं। हालांकि, अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आजाद घाटी से चुनावी मैदान में उतरेंगे या ‘किंग मेकर’ की भूमिका में रहेंगे। घाटी में आजाद के समर्थन में इस्तीफों की झड़ी लग गई। कांग्रेस ने यहां 86 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था, इनमें से केवल 12 पर जीत हासिल की थी और 47 पर जमानत जब्त हो गई थी। नतीजतन, कांग्रेस कश्मीर में चौथे नंबर की पार्टी रही। आजाद ने घाटी में अब तक तीन बार चुनाव लड़ा है, इसमें से केवल एक ही बार जीत दर्ज कर पाए। वो भी तब जब वे मुख्यमंत्री थे।