अपरिपक्व, बचकाना, अभिमानी, सनकी, गैर-गंभीर, स्वार्थी, मूर्ख और अपमानजनक। ये किसी भी राजनेता के लिए आलोचना के कठोर शब्द हैं, खासकर राहुल गांधी जैसे किसी व्यक्ति के लिए जो पिछले 24 सालों से अपनी मां सोनिया गांधी के साथ कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। साल 2015 में हिमंत बिस्वा सरमा और अब गुलाम नबी आजाद ने ऐसा किया। बीच में ज्योतिरादित्य सिंधिया, कपिल सिब्बल, अश्विनी कुमार, आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद, सुष्मिता देव, सुनील जाखड़, हार्दिक पटेल, एन बीरेन सिंह, प्रेमा खांडू, पीसी चाको और जयवीर शेरगिल जैसे कई अन्य शामिल हैं, जो कांग्रेस को अलविदा कह चुके हैं। इन सभी ने राहुल गांधी पर निजी हमले किए। इन नेताओं के इस्तीफे की समीक्षा की जाए तो लगभग सभी ने राहुल गांधी पर हमले किए। कांग्रेस राहुल गांधी को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही हैं, जो भाजपा के लिए वरदान हैं।