नई दिल्ली से पत्रकार उषा माहना की कलम से।
अनोखी बेटी का नया अवतार। सृष्टि गुलाटी ने मचाया धमाल। सृष्टि गुलाटी एक अनोखी प्रतिभा है। फरीदाबाद की एक पहचान बनी सृष्टि। एक अनोखी बाल कलाकार, एक अवतार, एक डांसर, एक रिकॉर्ड गर्ल। ऐसे ही ना जाने कितने नाम रखे गए नन्ही परी के। डी.सी.मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल फ़रीदाबाद हरियाणा की होनहार ओर प्रतिभिशाली छात्रा सृष्टि ने हर ओर मचाया अपनी सफलता का परचंम। सृष्टि एक ऐसी बेटी है जिसको हर कोई अपनी बेटी के रूप में पाना चाहते हैं। सृष्टि जैसी प्रतिभिशाली बेटी हर किसी के नसीब में नही होती। जैसे एक सपना पूरा होता है ठीक वैसे ही सृष्टि भी एक सपना है जो हमको मिली है। ये सभी बाते सृष्टि गुलाटी की माता प्रिया गुलाटी ने मिडिया के सामने कही। वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया नाम कमाया। सेवा की नाम कमाया। अनोखी बेटी का अनोखा कीर्तिमान। सबसे कम उम्र में सबसे ज्यादा प्रमाण पत्र 650 का पाने के रिकॉर्ड, जन्मदिन के दिन सेवा रूप में 1000 मास्क बाटने का रिकॉर्ड, फादर दे बनाने के रूप में 1800 सेनेटरी पैड बाटने का काम, शिक्षाक दिवस मनाने के रूप में 2000 शिक्षा सामग्री बाटने का रिकॉर्ड, बाल दिवस मनाने के रूप में 2500 बेबी डाइपर बाटने के वर्ल्ड रिकॉर्ड। अपने चंचल अंदाज में वीडियो संदेश के माध्यम से लोगो को रक्तदान के प्रति जागरूक करना, जल के सदुपयोग के बारे में जागरूक करना, पर्यावरण के प्रति जागरूक करना ऐसे ही अनेक संदेश के द्वारा भी सेवा कर रही है। स्कूल के प्रधानाचार्य पवन गुप्ता ने बताया कि हम सभी को बेहद गर्व है कि सृष्टि जैसी बेटी हमारे स्कूल में पड़ती है। पीटीआई शिक्षक हरीशंकर ने कहा कि सृष्टि बेटी अभी से इतना नाम रोशन कर रही है बड़े होकर तो ओर भी अच्छे और नेक कार्य करेंगी। पिता प्रवीन गुलाटी ने कहा कि स्कूल की तरफ से भी सृष्टि बेटी को आगे बढ़ाने में पूरा सहयोग मिल रहा है। अपनी चित्रकला के माध्यम से भी लोगो को सफाई के प्रति भी जागरूक करना एक महत्वपूर्ण सेवा है। जाने और क्या क्या नेक कार्य किए हैं इस नन्ही बेटी ने। इन सभी कार्यो में सृष्टि के माता पिता का विशेष योगदान ओर साथ रहा। समाज के सभी लोगो का भी बेटी की सफलता में विशेष योगदान रहा। बच्चो के लिए प्रेणादायक बन रही है नन्ही सृष्टि। इन सभी नेक कार्यो के लिए सरकार से भी सम्मानित हुई नन्ही सृष्टि। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा भी सृष्टि को राज्य स्तर पर साल 2021 में 15 अगस्त को सम्मानित किया गया। सृष्टि गुलाटी को सब एक मिसाल के तौर पर पर भी जानने लगे है। सृष्टि बेटी ने अनेक नेक कार्य किए है। कोई भी छोटा बच्चा हमेंशा अपने माता-पिता ओर समाज के साथ से ही आगे बढ़ता है। जब कोई अच्छा कार्य करता है तो बुराई भी साथ आती हैं और सवाल भी करती हैं। समाज का एक हिस्सा सवाल करने लगता है की कैसे एक छोटी सी बेटी वर्ल्ड रिकॉर्ड बना सकती है। अपनी ऐसे ही सेवाओ के लिए सृष्टि कई बार अनेक संस्थाओं द्वारा भी सम्मानित की गई है। सेवा भी करती है। कोई यह नही जान पाता कि इसके पीछे कितना बलिदान कितनी मेहनत लगी हैं। सृष्टि के जैसे ही ना जाने ऐसे कितने बच्चे होंगे जो आगे नही बढ़ पाते हैं बस एक डर होता है को क्या होगा यदि पैसे से नही बढ़ सके तो, ना कुछ हुआ तो। आगे बढ़ने के लिए सबसे जरूरी है एक आत्म विश्वास और समर्पण। सृष्टि गुलाटी ने बचपन से ही ऐसे नेक कार्य किये हैं जिनसे अनेक लोगो ने सीख भी ली है और त्याग भी सीखा। सृष्टि के माता पिता को लोग एक मिसाल के तौर पर भी मानने लगें है। आज बेटी के लिए लोग आगे नही आते लेकिन सृष्टि के माता पिता ने बेटी को ऐसी परवरिश दी है जिसने समाज में एक कीर्तिमान स्थापित किया और नाम किया। इतना सब होने के बाद भी अभी तक सृष्टि गुलाटी को सरकार की ओर से कोई भी आर्थिक सहायता नही दी गई और ना ही किसी अच्छे काम के लिए ब्रांड एंबेसडर बनाया गया। छोटी उम्र में ही इतना सब किया सभी को इस बेटी का साथ देना चाहिए और सरकार से यह आशा भी करनी चाहिए कि सृष्टि गुलाटी को एक बाल कलाकर के रूप मे पहचान दी जाए। साथ ही हरियाणा का बाल ब्रांड एंबेसडर भी बनाया जाए। साल 2022 की सबसे अनोखी सेवा के द्वारा भी सभी के दिलो में राज किया। बाल सेवा करते हुए सृष्टि गुलाटी द्वारा फ़रीदाबाद में पक्षियों के लिए 150 सकोरे वितरीत किए गए। यह एक अनोखी ओर प्यार भरी बाल सेवा रही जिसका सभी ने भरपूर साथ ओर आशीर्वाद दिया। हम सभी की एक ही आशा ओर विश्वास हैं कि एक दिन सृष्टि बेटी को समाज सेवा के क्षेत्र में राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया जाए। नई दिल्ली से पत्रकार उषा माहना की कलम से।