सोशल पुलिसिंग के लिए याद किये जायेंगे एम एस गवली
एसडीओपी एम एस गवली को दी विदाई एवं नवागत रविन्द्र राठी का किया स्वागत
थांदला। जन सेवा व देशभक्ति के रूप में पुलिस जनता की सेवा व सुरक्षा के लिए बेहतर तरीके ईजाद करती है। सोशल पुलिसिंग भी उनमें से एक है यह बताया यहाँ एसडीओपी पुलिस के रूप में अंचल में सेवा देने आए एम बस गवली ने। उन्होनें न केवल अंचल में क्राइम कंट्रोल पर काम किया अपितु अपना पर्यावरण प्रेम व सोशल पुलिसिंग की सॉफ्ट छवि से सबके दिलों में जगह भी बनाई। फिर चाहे कोरोना काल का वह दो वर्ष का चुनोती पूर्ण दौर रहा हो या फिर किसी उपद्रवी घटनाओं को नियंत्रित करने की बात। वे हर जिम्मेदारी को पूरी सजगता से निभाते आये है। अपने अधीनस्थ मेघनगर व थांदला क्षेत्र में गवली ने अधिकारी छवि के बजाय धरातल पर उतर कर कार्य करना बेहतर समझा व सीएम की सभा हो या अन्य कोई बड़े राजनैतिक धार्मिक सामाजिक आयोजन अथवा कोरोना संक्रमण का वह कभी न भुलने वाला समय नगर की जनता से सीधे मुखातिब होकर उनके वाहन से सुबह शाम निकलती आवाज से अंचल की जनता में उनकी अलग ही पहचान बन गई थी यही कारण है कि 4 वर्ष की लंबी सेवा देने के3 बाद भी उनका कोई विरोधी नही जो एक पुलिस के कार्यकाल में बहुत ही कम देखने को मिलता है। अंचल से मिले इस अपार स्नेह से अभिभूत एसडीओपी एम एस गवली ने पुलिस थाना सभागृह में उनके लिए आयोजित विदाई समारोह में कहा कि आदिवासी अंचल झाबुआ की संस्कृति से परिचय का कौतूहल यहाँ की पोस्टिंग के साथ ही दिमाग में चलने लगा था परंतु थांदला के अपने सहयोगी स्टॉफ के साथ यहाँ के जनप्रतिनिधियों, पत्रकारों व समाजसेवी लोगों का जो अपेक्षित साथ सहयोग उन्हें मिला वह अबतक की प्रशासनिक सेवा में सबसे ज्यादा यादगार सफर रहा। जिलें के पहले आईएसओ एसडीओपी कार्यालय के साथ थाना थांदला को भी आईएसओ अवार्ड से सम्मानित करवाने में अहम भूमिका निभाने वालें एसडीपीओ गवली के विषय में बताते हुए स्वागत सम्मान में थांदला थाना प्रभारी कौशल्या चौहान ने उनके अनुशासन का जिक्र करते हुए हर विकट परिस्थितियों में उनसे मिले सकारात्मक सहयोग का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होनें कहा कि अधिकारी की तरह नही एक भाई की तरह व्यवहार करते हुए साहब ने हमेशा सभी पुलिस कर्मचारियों का हौसला बढ़ाया है। उल्लेखनीय है कि करीब चार वर्ष सेवा देने के बाद एसडीओपी एम.एस. गवली का स्थानांतरण महेश्वर हो गया है। उनके स्थान पर अब झाबुआ डीएसपी रहे रविंद्र राठी ने एसडीओपी का पदभार ग्रहण किया।
नवागत एसडीओपी राठी का हुआ स्वागत
एम एस गवली के विदाई समारोह के साथ ही नवागत एसडीओपी रविंद्र राठी का स्वागत समारोह भी आयोजित किया गया। इस अवसर पर थांदला पत्रकारों व जनप्रतिनिधियों के साथ उपस्थित पुलिस स्टॉफ ने भी फूलों की माला पहनाते हुए एसडीओपी द्वय का स्वागत किया। इस अवसर पर एसडीओपी राठी ने कहा कि क्राइम कंट्रोल पुलिस की जिम्मेदारी होती है वही जनता से सीधा संवाद इसमें कमी लाता है इसलिए वे भी पूर्व एसडीपीओ की तरह सोशल पुलिसिंग को प्राथमिकता के साथ स्थानीय पत्रकारों से समन्वय स्थापित करते हुए शून्य क्राइम पर काम करेंगे। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार अक्षय भट्ट, सिद्धार्थ कांकरिया, भारतीय प्रेस आयोग मध्यप्रदेश अध्यक्ष समकित तलेरा, समाजसेवी दिलीप डामोर, राजू धानक आदि ने भी संबोधित कर अपनी संस्थाओं कि ओर से एसडीपीओ द्वय के प्रति शुभकामनाएं व्यक्त की। समारोह का संचालन आईजा मध्यप्रदेश प्रभारी पवन नाहर ने व मेघनगर थाना प्रभारी टी एस डावर ने आभार माना।