निप्र,सीधी मध्यप्रदेश के सीधी जिले के सत्ता धारी विधायक केदार शुक्ला के खिलाफ लिखने पर पत्रकारों के साथ मारपीट कर अर्धन्ग्न करने की घटना का फ़ोटो वायरल करना सत्ता धारी नेताओं के सत्ता मोह को प्रदर्शित किया हैं, एक और शिवराज सरकार अपने भाषणों में पत्रकारों को सुरक्षा देने व पत्रकारों पर हमला करने वालों पर तत्काल कार्यवाही करने का आदेश देते है तो दूसरी ओर उन्ही के नेता और प्रशासनिक अधिकारीयों द्वारा दबगाई कर अपनी कलम से सच को उजागर करने वाले पत्रकारों को अर्द्धनग्न कर दिया जता है , वर्तमान में कई जानकारी शोशल साइट पर सीधे प्रकाशित कर अपलोड कर दी जाती है , कई विख्यात पत्रकार यूट्यूब के माध्यम से खबरे प्रकाशित कर देते हैं तो बिना जानकारी लिए किस किस को अर्द्धनग्न करेंगी प्रदेश सरकार की शासन और प्रशासनिक प्रणाली ,लोकतंत्र की गरिमा को भंग कर सत्ता मे आई भाजपा सरकार ने सीधी पत्रकार मामले में कोतवाली थाना टी आई मनोज सोनी और एक सब इंस्पेक्टर को लाइन अटैच तो कर दिया लेकिन प्रदेश सरकार ने चौथे स्तंभ को जो अर्द्धनग्न किया है, उसकी कौन लेगा जिम्मेदारी?