
29 मार्च चैत्र अमावस्या को रात्री 9:30 शनि देव कुंभ राशि से बृहस्पति की मीन राशि में प्रवेश करने के साथ ही उदय भी होंगे, इस दौरान एक अदभुत ज्योतिषीय संयोग बनेगा जिसमें 6 ग्रहों की युति होगी इस दिन सूर्य, चंद्र, बुध, शुक्र, शनि, राहु एक साथ मीन राशि में गोचर करेंगे इससे पहले यह संयोग 1968 मे बना था l इसका असर दुनिया भर में अलग-अलग रूप में दिखेगा चिकित्सा, अध्यात्म, संस्कृति और विज्ञान के क्षेत्र मे नए अनुसंधान होंगें l मीन राशि के स्वामी बृहस्पति है. इस दिन पितरों का तर्पण, शनिदेव का पूजन, दान और तेल चढ़ाने से लाभ मिलेगा जिन राशियों पर शनि की साढ़े साती या ढैय्या चल रही है उनको शनि पूजन से जीवन में आने वाली परेशानियां कम होंगी l *शनि का गोचर और इसका विभिन्न राशियों पर असर* शनि परिवर्तन कर सभी राशियों पर अनुकूल या प्रतिकूल प्रभाव दिखाएंगे l कुछ राशियों पर शनि की साडेसाती और ढैय्या समाप्त होगी जबकि कुछ पर शुरू होगी l *1.मेष* – शनि की साढ़े साती का प्रथम चरण शुरु होगा क्रोध, रोग विकार, संघर्ष बढ सकते हैं, धैर्य, गंभीरता से कार्य सफल होंगे l *2. वृषभ* – आय मे वृद्धि, मान सम्मान बढ़ेगा, बढ़े जोखिम के कार्यों में सावधानी l *3.मिथुन* -स्वास्थ्य में सुधार, पुराने रोग विकार के दुष्प्रभाव कम होंगे, आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। *4.कर्क*- ढैय्या समाप्त होने से रुके हुए काम मे सफलता, धन, यश मे वृद्धि के साथ समय अनुकूल, शासकीय कार्यों मे सफलता, परिवार में मांगलिक कार्य l *5.सिंह*- ढैय्या शुरू होगी, कार्यों की पूर्णता में विलंब , व्यापार व्यवसाय में विचार कर कार्य करें, स्वास्थ्य, निवेश का ध्यान रखें l कार्य में लापरवाही नही करें l 6.*कन्या* – आर्थिक पक्ष मजबूत होगा, परिवार और मित्रों से सहयोग मिलेगा l *7.तुला* – पदोन्नति, धन यश में वृद्धि, नये व्यापारिक और परिवारिक संबंध से लाभ मिलेगाl *8.वृश्चिक* -ढैय्या समाप्त होने से कार्यक्षेत्र मे उन्नति के नवीन अवसर, आर्थिक समस्याओं का समाधान, स्वास्थ मे सुधार l *9.धनु* – कल्याणकारी ढैय्या शुरु होगी संचित सम्पत्ति में वृद्धि, नए वाहन की प्राप्ति,धन और सम्मान मे बढ़ोत्तरी l *10.मकर* – साढ़ेसाती समाप्त होने से कार्यों में प्रगति, शासन से सम्मान, यश, धन वैभव में वृद्धि पुराने कर्ज़, रोग से मुक्ति l *11.कुंभ* – साढ़ेसाती का अंतिम चरण लाभकारी समय, योजनाओं मे सफलता, भूमि भवन वाहन लाभ l *12.मीन* – साढ़ेसाती का दूसरा चरण शुरु होगा रोग व्याधि बढ़ेगी, परिवार में शुभ कार्य, धन मे वृद्धि l *शनि के दुष्प्रभाव से बचने के उपाय* अनैतिकता, क्रोध अहंकार नशे से दूरी,वाणी में मधुरता और सत्यता के साथ धैर्य से काम करें, शनि पूजा संध्या काल में, इष्टदेव और शनि मंत्र का जाप करें, जरूरतमंद को यथा शक्ति दान एवं शनिवार के दिन काली तिल, काली उड़द, लोहा, सरसों का तेल आदि का दान करें l *समीक्षा ज्योतिष शोध केंद्र उज्जैन ज्योतिषाचार्य पं. जगदीश प्रसाद शर्मा मो.9893398292*