भोपाल : , जून 27, 2021,
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना के विरूद्ध जंग में प्रदेश के हर नागरिक ने जागरूक होकर योद्धा की भूमिका निभाई है। प्रदेश की जनता के सहयोग और जन-भागीदारी से न केवल हम कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के प्रकोप को न्यूनतम पर ला सके बल्कि कोरोना से सुरक्षा के लिये चलाये गये वैक्सीनेशन महाअभियान में हमने वर्ल्ड रिकार्ड बना कर राष्ट्रीय स्तर पर जागरूक प्रदेश के रूप में पहचान बनाई है। मध्यप्रदेश को मिली यह उपलब्धि प्रदेश के हर नागरिक के लिये गौरव का विषय है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज पूरे देश में मध्यप्रदेश का जन-भागीदारी मॉडल कौतूहल का विषय बना हुआ है। लोगों को यह आश्चर्य हो रहा है कि आखिर मध्यप्रदेश में ऐसा क्या हुआ, जिसने समय रहते कोरोना नियंत्रण पर काबू पा लिया और वैक्सीनेशन के महाअभियान में सर्वाधिक उपलब्धि हासिल की। इसका श्रेय मेरे प्रदेश की जनता को जाता है, जिन्होंने एकजुटता का परिचय देकर अपनी जिम्मेदारी को समझा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि धन्य है प्रदेश का हर नागरिक जिसने सरकार के साथ मिलकर मानवीय कार्य में सक्रिय भूमिका निभाई।
कोरोना संक्रमण से सुरक्षा की ढाल बनी वैक्सीन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव एवं उपचार के लिये प्रदेश में युद्ध स्तर पर कार्य किये गये। स्वास्थ्य संस्थाओं में उपचार की सुविधाओं के विस्तार के साथ कोविड केयर सेंटर्स, आवश्यक दवाओं, इंजेक्शन और ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराई गई। इन व्यवस्थाओं के चलते हमने समय रहते कोरोना संक्रमण को काफी हद तक कंट्रोल भी कर लिया। इसी के साथ भविष्य में कोरोना संक्रमण से लोग प्रभावित न हो, इसके लिये वैक्सीनेशन डाइव चलाई गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पिछली 21 जून को टीकाकरण महाअभियान चलाने के लिये पूरे प्रदेश में सकारात्मक वातावरण तैयार किया गया। इसमें जन-भागीदारी भी सुनिश्चित की गई। सभी के प्रयासों का यह फल रहा कि मध्यप्रदेश टीकाकरण के मामले में पहले और दूसरे दिन कोरोना वैक्सीन लगाने में पूरे देश में अव्वल रहा।
जारी रहेगी रफ्तार
टीकाकरण महाअभियान में मिली सफलता के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसे जन-भागीदारी का अनूठा उदाहरण बताया है। जन-भागीदारी से ही प्रदेश में मात्र एक दिन में करीब 17 लाख लोगों को कोरोना से सुरक्षा कवच दिया जा सका। महाअभियान के दूसरे दिन भी प्रदेश में 11 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाकर मध्यप्रदेश पूरे प्रदेश में अग्रणी रहा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वैक्सीनेशन का कार्य लगातार जारी रहेगा और इसकी र फ्तार भी बढ़ाई जाएगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिये जा रहे सहयोग से प्रदेश में वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता है और आगे भी बनी रहेगी।
पुख्ता इंतजामों और जन-भागीदारी से रोकेंगे तीसरी लहर को
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिस रणनीति से प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर को नियंत्रित किया गया, उसी को और बेहतर करते हुए राज्य सरकार कोरोना की संभावित तीसरी लहर का सामना करने के लिये तैयारी में जुटी हुई है। तैयारियों में वे सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जा रही है, जिससे प्रदेशवासियों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाया जा सके। टीकाकरण महाअभियान भी उन्हीं व्यवस्थाओं में से एक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश को ऑक्सीजन के मामले में आत्म-निर्भर बनाने की जो पहल की गई उसके परिणाम अब सामने आने लगे है। करीब 100 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का कार्य दो माह पूर्व से ही शुरू हो चुका है। इनमें से कुछ ऑक्सीजन प्लांट ने कार्य करना शुरू भी कर दिया है। शेष प्लांटस का कार्य तीव्र गति से जारी है। उन्होंने कहा कि प्रकृति भी हमें पेड़-पौधों के माध्यम से जीने के लिये पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन देती है। कोरोना काल ने हमे ऑक्सीजन की महत्ता समझाई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरा सभी से आग्रह है कि अपने जीवन के हर सुख के अवसर पर एक पौधा अवश्य लगायें, जो वृक्ष बन कर हमें जीवनदायिनी ऑक्सीजन दे।
डेल्टा वैरिएंट के प्रति सतर्क है सरकार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस बहरूपिया है, जो रूप बदल-बदल कर मानव जीवन को प्रभावित कर रहा है। विभिन्न देशों सहित अब भारत में कोरोना का डेल्टा वैरिएंट से प्रभावित होने की जानकारियाँ मिल रही हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विशेषज्ञों के अनुसार डेल्टा वैरिएंट काफी घातक संक्रमण है। इसका मध्यप्रदेश में विस्तार न हो, इसके लिये पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं।
प्रदेश की जनता को अपनाना होगा अनुकूल व्यवहार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर पर नियंत्रण के बाद आम नागरिकों की सहूलियत के लिये प्रदेश में अनलॉक की कार्यवाही की गई है। इससे रोजगार और धंधे पुन: शुरू हुए हैं। आज जरूरत इस बात की है कि अनलॉक में लापरवाही बिलकुल भी न बरती जाए। सभी लोग कोरोना नियंत्रण के लिये अनुकूल व्यवहार अपनाते रहे। थोड़ी सी भी लापरवाही कोरोना को पुन: आमंत्रण देने जैसी होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना से सतर्क रहने और अनुकूल व्यवहार के लिये पूरे प्रदेश में जन-भागीदारी से जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
प्रदेश को बनाएंगे कोरोना मुक्त
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस ने हमारे कई अपनों को छीना है। प्रदेश के मुखिया होने के नाते मेरा यह प्रयास है कि वह दौर अब प्रदेश में न आये। इसलिये प्रदेश को स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में सुदृढ़ करने का अभियान भी चलाया गया है। सभी आवश्यक व्यवस्थाओं के साथ जनता को साथ लेकर हम मध्यप्रदेश को कोरोना से मुक्त करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना से जंग का जो जुनून प्रदेश की जनता में जागा है, उसे कायम रखते हुए स्वस्थ मध्यप्रदेश बनाएंगे।