नदी को खुली करने का फैसला नहीं तारीख पे तारीख
इंदौर । बार-बार घोषणाए होती है नगर निगम के सामने स्थित शिवाजी मार्केट की दुकानें हटाई जाएगी। नदी का खुला कर दर्शनीय बनाया जाएगा लेकिन दुकानें कब हटेगी। इसके लिए तारीख पर तारीख जैसी हालत है। फैसला हो ही नहीं पा रहा है कि नदी को सुंदर स्वरूप दिया जाए।
शिवाजी मार्केट के व्यापारियों को नंदलालपुरा के नए बनाए गए मार्केट मेंं शिफ्ट करना है। वहां सब कुछ बनकर तैयार है लेकिन नगर निगम प्रशासन शिवाजी मार्केट के व्यापारियों को दुकानों का अलॉटमेंट नहीं कर पाया है। व्यापारी भी खुश है कि कितने दिन हो सके यहीं पर डटे रहो। व्यापारियों का कहना है कि 2023 के चुनाव की आचार संहिता लग जाएगी। नेतागिरी करके दुकानों को यहीं रखेंगे हटने का तो सवाल ही नहीं है। शिवाजी मार्केट में 600 से ज्यादा दुकानें है। कई व्यापारियों ने तोड़ाफोड़ी करके अड़ोसी पडोसी की दुकानें खरीदकर दुकानों की चौडाई बढ़ा ली है। ऐसे व्यापारी भी नंदलालपुरा मार्केट में ज्यादा जगह मांग रहे है। व्यापारियों की तरह तरह की मांगों को नगर निगम प्रशासन कैसे पूरा करेगा। अब तक नगर निगम प्रशासन समझाइश से आगे नहीं बढ़ा है। जब तक सख्त रूख अख्तियार नहीं किया जाता तब तक शिवाजी मार्केट हटना व नदी खुली करना मुश्किल है।