आजकल मनुष्य शांत नहीं बैठना चाहता हैं वह कार्य में व्यस्त रहेगा या फिर मोबाइल में लगा रहेगा इससे मनुष्य की शक्ति का दुरूपयोग भी कह सकते हैं या फिर वह कोई न कोई अनवांछित क्रियायों में लगा रहता हैं। खाली दिमाग शैतान का घर होता हैं इसका मतलब आप मष्तिष्क का अतियोग मिथ्यायोग या हीनयोग करे। शक्ति के रूप तीन प्रकार से उपयोग कर सकते हैं सकरात्मक नकारात्मक या संचयात्मक। वर्तमान में मानसिक तनाव ईर्ष्या चिंता कुंठा जलन प्रतिस्पर्धा आदि के कारण हमारी ऊर्जा इन क्षेत्रों में अधिक खर्च होती हैं जिससे हम बाहर निकलने में बहुत समय खरच करते हैं।
याददाश्त कम होने की शिकायत सब करते हैं लेकिन जब तक यह एक गंभीर बीमारी न बन जाए लोग इसके लिए कोई उपाय नहीं करते। याददाश्त को तेज करने के लिए इन बातों को पालन कर सकते हैं।
तकनीति से भरे इस समय में किसी चीज को याद रखने की जरूरत नहीं है। यही वजह है कि आज के समय में ज्यादातर लोगों को बातों को याद नहीं रहती। यहां तक की सबसे करीबी व्यक्ति का बर्थडे याद रखने के लिए भी लोग मोबाइल में रिमाइंडर या सोशल मीडिया के नोटिफिकेशन पर डिपेंड रहते हैं। आपकी यह भूलने की आदत अल्जाइमर डिमेंशिया जैसे बीमारी का भी लक्षण हो सकती है। ऐसे में जरूरी है समय रहते अपनी याददाश्त को दुरुस्त करने के उपाय करें।
रोज लें 7 घंटे की नींद
नींद याददश्त को बूस्ट करने का काम करता है। दरअसल जब आप रात में सोते हैं तो न्यूरॉन्स (जिन्हें सिनैप्स कहा जाता है) के बीच का कनेक्शन उन यादों को हटाने का काम करते हैं जिनकी आपको जरूरत नहीं होती है। रात के दौरान सिनैप्स की यह चुनिंदा छंटाई आपको अगले दिन नई यादें बनाने के लिए तैयार करती है। एक वयस्क को कम से कम 7-8 घंटे की नींद की आवश्यकता होती है।
नियमित व्यायाम करें
याददाश्त में सुधार करने के लिए रोज शारीरिक गतिविधियों को करने की सलाह देती है। जब एक्सरसाइज या व्यायाम करते हैं जो इससे पूरे बॉडी के साथ दिमाग में ब्लड का सर्कुलेशन बढ़ता है। जिससे सेल्स बेहतर तरह से अपना काम कर पाते हैं।
रोज कुछ नया सीखने की कोशिश करें
याददाश्त को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है आप अपने दिमाग को नए चीजों को सीखने में लगाएं। जब आप ऐसा करते हैं तो ब्रेन में नए न्यूरॉन्स कनेक्शन बनते हैं। यह आपके मेमोरी को बूस्ट करने का काम करते हैं।
मल्टीटास्क न करें
हालांकि मल्टी टास्किंग करने वालों की डिमांड आज के समय में काफी बढ़ रही है। लेकिन वास्तव में आपकी यह आदत ब्रेन को डैमेज करने का काम करती है। जब आप दो कामों को एक साथ करते हैं तो आपकी एकाग्रता बट जाती है। जिससे चीजों को याद रखने की क्षमता प्रभावित होती है।
पौष्टिक आहार लें
दिमाग को सही और प्रभावी ढंग से काम करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पोषण की आवश्यकता होती है। नियमित रूप से पौष्टिक और संतुलित आहार लेना चाहिए। कुछ फूडआहार है जो दिमाग के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसमें अखरोट ब्रोकली हल्दी डार्क चॉकलेट आदि शामिल है।
इसके अलावा कुछ समय योग या ध्यान में लगाएं। आजकल पेन से लिखने का चलन लुप्त होता जा रहा हैं इसके लिए नित्य एक एक पेज हिंदी अंग्रेजी या अपनी मातृभाषा में जरूर लिखे याददाश्त बढ़ाने के लिए कोई भी विषय को तीन बार लिखो या नौ बार पढ़ो। पर आजकल लिखने पढ़ने का चलन ख़तम होने से मष्तिष्क की क्रियशीलता कम होती जा रही हैं। पहले याद करने का चलन था आजकल गणित जैसे विषय पढ़े जाते हैं अभ्यास का काम ख़तम। हमें पुनः पुरातन शैली को अपनाना होगा।