:: महिलाओं ने शाहरुख के पोस्टर पर मारी चप्पलें ::
इन्दौर । यशराज फिल्म की शाहरुख खान दीपिका पादुकोण अभिनीत ‘पठान’ 25 जनवरी 2023 को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने वाली है बताया जा रहा है कि इसे तेलुगु और तमिल भाषा में भी रिलीज किया जाएगा। क्रिटिक के अनुसार यह फिल्म हॉलीवुड मूवी ‘वॉर’ और ‘मार्वल्स’ की कॉपी है। परन्तु फिल्म में दीपिका के आउटफिट और उसके साथ उस फिल्माये गाने के बोलो को लेकर फिल्म के विरोध के साथ मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। इन्दौर सहित पूरे मध्य प्रदेश और देश भर में इस बात पर जमकर हंगामा हो रहा है।
इन्दौर में पठान फिल्म के खिलाफ रोष के चलते इसके विरोध में वीर शिवाजी ग्रूप ने दीपिका पादुकोण और शाहरुख खान के पुतले भी जलाए। बेशर्म रंग गाने में दीपिका पादुकोण के भगवा रंग के मोनोकिनी लुक पर हिंदु महासभा ने भी आपत्ति जता फिल्म से सीन को एडिट करने की भी मांग करते विरोध स्वरूप सड़कों पर उतरने की चेतावनी दे दी है। इन्दौर में कई एक्टीविस्ट सड़कों पर जमा हो फिल्म का विरोध प्रदर्शन करते हुए लोगों से फिल्म नहीं देखने और सरकार से फिल्म पर बैन की मांग कर रहे हैं। वीर शिवाजी समूह ने कहा है कि फिल्म के गाने बेशर्म रंग से हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं। इन्दौर के मालवा मिल चौराहे पर शाहरुख खान के खिलाफ प्रदर्शन हुआ। महिलाओं ने शाहरुख के पोस्टर पर चप्पलें मारीं इसके बाद भाजपा युवा मोर्चा ने पुतला दहन कर विरोध जताया। ज्ञात हो कि इसी मामले पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री ने चेतावनी दी कि अगर फिल्म में दीपिका के कपड़े और कुछ सीन्स को बदला नहीं गया तो वो प्रदेश में फिल्म को रिलीज नहीं होने देंगे। डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने इन्दौर में मीडिया से कहा कि। फिल्म पठान के गाने में टुकड़े-टुकड़े गैंग की समर्थक अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के कपड़े और वेशभूषा बेहद आपत्तिजनक है। वहीं गाना भी दूषित मानसिकता के साथ फिल्माया गया है। गाने के दृश्यों और वेशभूषा को ठीक किया जाना चाहिए। अन्यथा फिल्म को मध्य प्रदेश में रिलीज की अनुमति दी जाए या नहीं दी जाए। इसपर विचार करना होगा। वहीं नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह भी पठान मूवी को लेकर सवाल खड़े कर चुके हैं। उन्होंने कहा- जो सीन देखा वो अशोभनीय और गंदा है। भारतीय संस्कृति इसे स्वीकार नहीं कर सकती। हमारे देश की ऐसी परंपरा नहीं है कि इस तरीके के अर्धनग्न सीन नौजवानों के बीच परोसे जाएं। जानबूझकर साजिश के तहत ऐसा किया जा रहा है। मैं इसकी निंदा करता हूं। भाजपा की सरकार में पैसा दो ऑर्डर लो ये सब चल रहा है। संस्कृति केवल भाजपा के भाषणों में है।
सेंसर बोर्ड ने कैसे परमिशन दी? क्या उसमें शासन के प्रतिनिधि नहीं रहते? पैसे देकर काम कराओ और बाद में उसे तूल देकर देश का वातावरण खराब किया जाता है। उधर ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी (AIMTC) भी फिल्म के विरोध में है। AIMTC के अध्यक्ष खुर्रम का कहना है कि कमेटी के पास देशभर से फोन आ रहे हैं। फिल्म को अश्लीलता दिखाने और धर्म को बदनाम करने वाला बताया गया है। सबसे ज्यादा फोन यूपी बिहार कर्नाटक और तेलंगाना से आए हैं।