वर्ल्ड प्रीमेच्योरिटी डे प्रत्येक वर्ष 17 नवंबर को मनाया जाता है
इंदौर, 17 नवंबर 2022– मदरहुड हॉस्पिटल इंदौर ने आज अस्पताल परिसर में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की मौजूदगी में 500 बैंगनी गुब्बारे हवा में छोड़कर उत्साह के साथ वर्ल्ड प्रीमेच्योरिटी डे मनाया। वर्ल्ड प्रीमेच्योरिटी डे हर साल 17 नवंबर को मनाया जाता है। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण 20 बच्चों (प्रिमैच्योर) और उनके माता-पिता की भागीदारी थी।
इस अवसर पर प्रीटर्म शिशुओं की देखभाल और उसके बेहतर परिणामों के लिए विशेष सत्र आयोजित किया गया। साथ ही प्रीमैच्योर बच्चों और उनके माता-पिता और परिवारों के लिए स्पेशल शो और प्रतियोगिताएं आयोजित कि गई।
इस अवसर पर मदरहुड हॉस्पिटल की कंसल्टेंट, स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ और इंफर्टिलिटी विशेषज्ञ डॉ. आशा बक्सी, ने कहा, “समय से पहले जन्म लेने वाले इन बच्चों के परिवारों को उनकी देखभाल करने के साथ-साथ उन्हें प्रोत्साहन प्रदान करना चाहिए और उन्हें सपोर्ट करना चाहिए है।”
“समय से पहले पैदा हुए इन बच्चों के परिवारों को एक साथ जोड़ना जरूरी है ताकि उन्हें इन बच्चों की सही देखभाल के बारे में जानकारी दी जा सके। ये सभी आपस में बात करके प्री मेच्योर बच्चों के लालन – पालन से जुड़ी परेशानियों को एक – दूसरे से साझा कर पाएं और इन्हें प्रोत्साहन मिलें।
मदरहुड हॉस्पिटल, इंदौर के कंसल्टेंट पीडियाट्रीशियन एंड नोनटोलॉजिस्ट डॉ. सुनील पुरसवानी एवं डॉ. अनुराग जैन, ने कहा, ”भारत में हर 6 सेकंड में एक प्रीमैच्योर बच्चे का जन्म होता है। दुनिया भर में समय से पहले जन्म लेने वाले 15 मिलियन बच्चों में से 1/5 बच्चे भारत में पैदा होते हैं। समय से पहले बच्चे का जन्म सबसे चुनौतीपूर्ण स्थिति मानी जाती है। एडवांस मेडिकल टेक्निक और टेक्नोलॉजी की मदद से प्रीमैच्योर बच्चे को जन्म देने का डर और उससे जुड़े जोखिम काफी हद तक कम हो गए है। एडवांस मेडिकल टेक्नोलॉजी ने इन हाई रिस्क कैटेगरी में आने वाले बच्चों को तेजी से स्वस्थ होने में मदद की है।”
मदरहुड हॉस्पिटल के बारे में:
मदरहुड वूमेन और चिल्ड्रेन हॉस्पिटल नेटवर्क भारत का सबसे तेजी से बढ़ने वाला सिंगल स्पेशलिटी हॉस्पिटल नेटवर्क है, जिसके 10 शहरों में 20 अस्पताल हैं और इसके अलावा हॉस्पिटल नेटवर्क से देश भर के 1000 से अधिक स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ और नोनटोलॉजिस्ट जुड़े हुए हैं। अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ क्लिनिकल विशेषज्ञता और महिलाओं और चाइल्ड केयर की व्यापक सेवाओं की रेंज के लिए मान्यता प्राप्त है। ये लीडिंग हेल्थ केयर चेन हाई रिस्क वाली प्रेगनेंसी, प्रजनन क्षमता बढ़ाने या यूरो-गायनी सर्जरी जैसी जटिल गायनी सर्जरी, क्रिटिकल कंडीशन वाले नवजात शिशुओं के मैनेजमेंट और बेहद कम वजन के बच्चों की देखभाल में माहिर है। देश में 200 से अधिक नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (एनआईसीयू) बिस्तरों के सबसे बड़े नेटवर्क के साथ, मदरहुड हॉस्पिटल को सबसे जटिल प्रीटर्म बर्थ को संभालने के लिए भारत के सर्वश्रेष्ठ रेफरल केंद्र के रूप में जाना जाता है।