हाथ की रेखाओं के साथ आप उंगलियों से भी आप वर्तमान और भविष्य के बारे में जान सकते हैं। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार,हस्तरेखा में उंगलियों की लंबाई के साथ उनकी बनावट और उनके बीच की दूरी भी इंसान के बारे में बता सकती है। अंगुलियों के बीच का अंतर भविष्य में क्या छिपा है यह बता सकता है।
लक्ष्य को लेकर होते हैं काफी गंभीर
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, तर्जनी यानी अंगूठे के पास वाली उंगली और मध्यमा यानी मीडिल फिंगर के बीच में खाली जगह है तो उस व्यक्ति के विचार स्वतंत्र होते हैं। वह आसानी से हर बात को कह देता है। अंगुलियों के बीच की ज्यादा दूरी है तो वह काफी मतलबी हो सकते हैं। हालांकि इस तरह के लोग अपने लक्ष्य को लेकर काफी गंभीर होते हैं और इनकी मेहनत भी काफी रंग लाती भी है।
ऐसे लोग केवल अपने फायदे सोचते हैं
हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार, मध्यमा यानी मिडिल फिंगर और अनामिका यानी रिंग फिंगर के बीच में दूरी नहीं होनी चाहिए। इन दोनो अंगुलियों का पास-पास होना शुभ माना जाता है। अगर इनके बीच में खाली जगह हो तो ऐसा व्यक्ति काफी लापरवाह माना जाता है। यह केवल अपने बारे में सोचते हैं।
परिवार के लिए करते हैं सभी कार्य
अनामिका यानी रिंग फिंगर और कनिष्ठा यानी सबसे छोटी उंगली के बीच की खाली जगह अशुभ मानी जाती है। ऐसे व्यक्ति बहुत क्रोधी होते हैं। यह अपने हक के लिए किसी भी स्तर पर जा सकते हैं, फिर यह गलत और सही नहीं देख पाते। जिनकी खाली जगह होती है, वह काफी सकारात्मक सोचते हैं और अपने परिवार की शांति के लिए सभी कार्य करते हैं।
बड़े पदों पर काम करते हैं ऐसे लोग
अगर तर्जनी यानी अगूंठे के पास वाली उंगली अनामिका यानी रिंग फिंगर से छोटी होती है। तो ऐसे व्यक्ति में अहं भाव, सम्मान पाने की इच्छा बहुत होती है। यदि यह ऊंगली अनामिका से बड़ी हो तो व्यक्ति उत्तरदायित्व वाले पदों यानी बड़े पदों पर काम करता है। अगर यह सामान्य से छोटी हो तो व्यक्ति में महत्वाकांक्षा की कमी होती है।
गंभीर स्वभाव के होते हैं ऐसे व्यक्ति
हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार, यदि किसी भी उंगलियों में फासला नहीं है तो ऐसे व्यक्ति काफी गंभीर स्वभाव के होते हैं। ऐसे लोग किसी से ज्यादा बात नहीं करते हैं, हमेशा अपने आप में रहते हैं। जिनकी सभी उंगलियों में फासला होता है ऊर्जावान होते हैं। इन लोगों की सोच काफी सकारात्मक होती है।
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June 25, 2023