▪️ खंडवा जिले से इलाज करने हेतु इंदौर आए थे वृद्ध ग्रामीण दंपत्ति, इस दौरान भटककर एक दूसरे से बिछड़ गए थे दोनों।
इंदौर – दिनांक 13 जून 2022 – पुलिस की अपनी ड्यूटी के साथ-साथ अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत शहर में बच्चों, बुजुर्गों एवं महीलाओं के प्रकरण में उनकी हर संभव व तुरंत सहायता के लिए कार्यवाही हेतु, पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री हरिनारायणा चारी मिश्र अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री मनीष कपूरिया ने इंदौर पुलिस को निर्देशित किया है। ऐसे मामलो में इंदौर पुलिस पूरी संवेदनशीलता एवं गंभीरता से लगातार कारवाई भी कर रही है।
इसी अनुक्रम में ऐसे ही एक मामले में इंदौर पुलिस के थाना संयोगितागंज की टीम ने फिर से संवेदनशीलता का परिचय देते हुए रास्ता भटक कर बिछड़े हुए खंडवा जिले के बुजुर्ग ग्रामीण दंपतियों को ढूंढ कर मिलाने का काम किया है।
आज दिनांक 13.06.22 को प्रातः प्रातः8 बजे खंडवा जिले से इलाज हेतु वृद्ध ग्रामीण दंपत्ति चुन्नीलाल तथा उनकी पत्नी भगवती बाई उम्र 65 साल एमवायएच इलाज हेतु आए थे। पत्नी को एमवाईएच चौराहे पर बैठा कर वृद्ध my hospital के अंदर जानकारी लेने गए, जहां वह स्वयं ही रास्ता भूल गए । पत्नी चौराहे पर बैठी पति की प्रतीक्षा करती रही काफी देर तक ना आने पर अस्पताल की ओर गई परंतु वह भी रास्ता भूल गई है और इधर उधर भटकने लगी और अपने पति को ढूंढने लगी।
जिस पर थाना संयोगितागंज के प्रधान आरक्षक हरीश पटेल की दृष्टि पड़ी और उसने पूरी जानकारी लेने पर उसे सांत्वना देकर लाकर महिला पुलिस के सुपुर्द किया। उक्त घटनाक्रम से थाना प्रभारी एवं वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया। पुलिस थाना संयोगितागंज की टीम ने संवेदनशीलता के साथ उसके पति की जानकारी ली गई और पुलिस टीम ने दंपति के गांव से संपर्क कर उनके रिश्तेदारों के नंबर पता किए गए फिर उनको साथ लेकर पति की भी तलाश की गई, तो रात्रि में 8:00 बजे के लगभग उन्हें ढूंढ कर उनकी पत्नी भगवती बाई से मिलवाया। पति के मिल जाने पर वृद्धा को सुकून मिला और उसकी आंखों से आंसू निकलने लगे। वृद्ध दंपती द्वारा पुलिस की कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए पुलिस टीम को आशीर्वाद दिया गया।
वृद्ध दंपति जो शहर की भीड़ में एक दूसरे से बिछड़ कर भटक गए थे उनको मिलाने के संवेदनशील एवं त्वरित कार्यवाही में थाना संयोगितागंज के प्रधान आरक्षक हरीश पटेल महिला आरक्षक खुशबू सतीश, रिंकू राजपूत, कालीचरण, संदीप पटेल का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा।