शारदा सत्संग मंडल द्वारा आयोजित रामकथा में पंडित सुशील जी शर्मा
भोपाल । श्री रामचरित मानस में गोस्वामी तुलसीदास जी कहते हैं कि राम से बड़ा राम का नाम है। राम के चरित्र का वर्णन इतना व्यापक है कि वेद और पुराण भी नेति नेति कहते हैं। राम का उल्टा नाम जपते हुए श्री वाल्मीकि जी ब्रह्म के समान हो गए। उन्होंने रामायण लिखी। श्री नारद जी ने उन्हें राम नाम का मंत्र दिया। इसके जप से उन्हें गति मिली।
शारदा सत्संग मंडल सलैया भोपाल के तत्वावधान में चल रही रामकथा के तीसरे दिन आचार्य पंडित सुशील जी शर्मा ने अपने प्रवचन में यह बात कही। श्री शर्मा ने भगवान श्री राम की भक्ति पर प्रकाश डालते हुए मानव जीवन में होने वाले सकारात्मक प्रभाव को स्पष्ट किया। मंडल के संचालक श्री श्रीराम माहेश्वरी ने कार्यक्रम का संचालन किया।
शिवा विस्प्रिंग वुड्स कैम्पस सलैया में श्री सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में अक्षय तृतीया 3 मई 2022 से रामकथा प्रतिदिन शाम सात बजे से से हो रही है। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। विशेष रूप से उपस्थित श्रद्धालुओं के नाम इस प्रकार हैं=श्री श्याम जी शर्मा, श्री सत्येन्द्र पारे, श्री राकेश रायजादा, श्री पंकज सकूजा, श्रीमती रजनी दुबे, श्रीमती रंजना पारे, श्रीमती गिरिजा पाटीदार, श्रीमती किरण सकूजा, श्रीमती प्रीति भागवानी तथा श्रीमती रेखा श्रीवास्तव।