नईदिल्ली(उषा माहना/माधव एक्सप्रेस)
ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. बसीर अहमद ने प्रेस कल्ब ऑफ़ इंडिया में आज यह वक्तव्य दिया।
ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस, उत्तर प्रदेश के डिप्टी मुख्य मंत्री केशव प्रसाद मौर्य के उन वक्तव्यों की निंदा करती है जो उन्होंने मथुरा की ईदगाह के स्थान पर कृष्ण मंदिर बनाने की बात कर सांप्रदायिक माहौल ख़राब किया है और टोपी लुंगी पहनने वालों को गुंडा कह कर एक समुदाय विशेष का अपमान किया है उन के विरुद्ध नफ़रत फैलाई है। ऐसे मंत्री को पद से हटाया जाए। उत्तर प्रदेश और कई प्रदेशों में विधान सभा चुनाव में भाजपा को हार का डर सता रहा है। लोग महंगाई, बेरोज़गारी से परेशान हैं, किसानों की समस्याओं का पूरा समाधान नहीं हुआ है इसलिए ध्यान भटकाने के लिए हिन्दू मुस्लिम विवाद फैलाए जा रहे हैं। गुरुग्राम में कई मस्जिदें बंद हैं और उन्हें खोलने की मुस्लमान सरकार से मांग कर रहे हैं। वहां कई सालों से जुमा की नमाज़ खुले स्थानों, पार्क्स में सरकार की अनुमति से शांति से पढ़ी जा रही है परंतु अब हिन्दू वादी संगठन नमाज़ का विरोध कर रहे हैं। नमाज़ पढ़ने वालों के सामने भीड़ लगा कर जय श्री राम, वंदे मातरम्, भजन गा कर बाधा डालते हैं यह सब भाजपा के समर्थन से हो रहा है। ईश्वर की प्रार्थना में बाधा डालना हिन्दू मुस्लिम धुर्वीकरण कराना देश हित में हरगिज़ नहीं है। मुस्लिम मजलिस गुरुग्राम के मुसलमानों की प्रशंसा करती है कि उन्होंने सब्र किया और उत्तेजित किए जाने की साज़िश को नाकाम किया।
जुमे की नमाज़ मुश्किल से आधे घंटे की हफ्ते में एक बार सफ़ाई के साथ होती है, कांवड़ के समय हफ़्तों सड़कें बंद की जाती हैं मुसलमान आपत्ति नहीं करते क्योंकि ये धर्म का मामला है, और धर्म का आदर करना चहिए।
मुस्लिम मजलिस ने वसीम रिज़वी और डासना मंदिर के नरसिंघानंद के अल्लाह, रसूल और क़ुरान और इस्लाम के विरुद्ध गंदे वाक्यों की निन्दा करती है और उनको गिरफ्तार कानूनी कारवाई की मांग करती है। यह देश के कानून के खिलाफ़ है। वसीम अब नारायण हो गया है, यह उसकी मर्ज़ी है परंतु वह करप्शन की कारवाई से नहीं बचेगा जिसकी जांच की जा रही है। एक तरफ वसीम रिज़वी का धर्मांतरण पुलिस की निगरानी में कराया गया तो वहीँ दूसरी तरफ मध्यप्रदेश के विदिशा में सेंट जोसफ स्कूल पर हिन्दू कट्टरपंथियों ने उस वक़्त हमला किया जब बच्चे स्कूल में परीक्षा दे रहे थे और आरोप धर्मांतरण का लगाया गया। इधर दिल्ली के द्वारका में बजरंगदल के लोगों के द्वारा एक चर्च पर हमला किया गया। मुस्लिम मजलिस इन हमलों की निन्दा करती है यह हमले अल्पसंख्यकों की मज़हब की आज़ादी पर हमला है और सरकार से मुतालबा करती है इन गुंडों पर सख़्त कर्यवाही की जाए।
इसके अलावा CAA का विरोध करने के जुर्म में जेल में भेजे गए छात्रों और अन्य लोगों को जल्द से जल्द आज़ाद करने की भी बात की गई, साथ ही साथ सभी राजनीतिक कैदियों को आज़ाद करने की मांग भी इस सभा में उठाई गई। डा. बसीर ने मुसलमानों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि हमारा विरोध लोकतांत्रिक और संविधानिक है, हमें उत्तेजित नहीं होना।