रायपुर, 22 नवंबर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दो दिवसीय गुड गवर्नेंस सम्मेलन के दूसरे दिन शुक्रवार को नागरिक सशक्तीकरण, सिविल सेवाओं तक पहुंच को आसान बनाने के लिए विभिन्न ई-प्लेटफॉर्म का उपयोग, महिला नेतृत्व, छत्तीसगढ़ सरकार की सर्वोत्तम प्रथाओं, समग्र विकास में संतृप्ति दृष्टिकोण पर चर्चा की जा रही है।
गुड गवर्नेंस सम्मेलन का उद्घाटन छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने किया। शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री चौधरी ने कहा कि सुशासन विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है और लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए बहुत जरूरी है। चौधरी ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी की पहल पर शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन, जल जीवन मिशन, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), सरकारी ई मार्केटप्लेस (जीईएम) पोर्टल और डिजिटल समावेशन से देश में बड़ा बदलाव आया है।
मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि भारत को 2047 तक 55 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में नौकरशाहों की अहम भूमिका होगी। सम्मेलन में भाग लेने वाले विभिन्न राज्यों के अधिकारियों को सुशासन के लिए खुद को बदलना होगा, ताकि उनकी प्रतिभा और व्यक्तित्व प्रभावित न हो। चौधरी ने कहा कि समय के साथ खुद को बदलने वाले ही प्रासंगिक होंगे।
मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सुशासन की सफलता तभी है जब हम लोगों के चेहरों पर मुस्कान ला पाएं. उन्होंने कहा सुशासन के लिए लक्षित लोगों तक योजनाओं और कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक पहुंचाने के लिए अच्छी नीयत सबसे जरूरी है। उन्होंने छत्तीसगढ़ में विभिन्न विकास प्राधिकरणों के गठन, रायपुर में कैनाल लिंकिंग रोड, एक्सप्रेस वे के निर्माण जैसे कई उदाहरण देते हुए कहा कि शासन-प्रशासन में यहां भी कई नवाचार हो रहे हैं। क्षेत्रीय और स्थानीय जरूरतों को देखते हुए उनके अनुरूप लोगों के कल्याण के काम हो रहे हैं।