पटवारी सीधे जनता से जुड़कर फील्ड में कार्य करें – कलेक्टर
अविवादित नामांतरण, बटवारा, सीमांकन, नक्शा इंद्राज, त्रुटि सुधार, आय जाति निवास के संबध में लोगों को भटकना न पड़े
स्थानीय स्तर पर व्हाट्स एप ग्रुप बनाकर समस्याओं का निराकरण करें
महासमुंद, 03 अक्टूबर 2024
राजस्व सेवाओं को बेहतर ढंग से लागू करने व नवाचार के लिए आज जिले के पटवारियों का प्रशिक्षण नव किरण अकादमी महासमुंद में आयोजित की गई। कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने प्रशिक्षण में पटवारियों को जनता से जुड़ाव के लिए उनसे सतत संबंध बनाने और फील्ड विजिट के दौरान उनसे चर्चा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पटवारी राजस्व विभाग की पहली सीढ़ी है। वे ग्रामीण इलाकों में लगातार किसानों और नागरिकां से मिलते रहे तथा उनके समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर ही करने का प्रयास करें। जो समस्याएं तहसीलदार या अनुविभागीय स्तर की है उसके लिए भी पहल करें। आज नवकिरण अकादमी में कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने सभी तहसीलों से 20-20 पटवारी जो की स्मार्ट फोन का उपयोग अच्छे से जानते हो उन्हें स्थानीय व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के निर्देश दिए हैं। जिसमें क्षेत्र के किसान, जनप्रतिनिधि, ग्राम पटेल और वरिष्ठ नागरिकों को जोड़ने कहा गया है। उन्होंने प्रशिक्षण में राजस्व सेवाओ में नवाचार के लिए अविवादित नामांतरण, बटवारा, सीमांकन, नक्शा इंद्राज, त्रुटि सुधार, आय जाति निवास के संबध मे पटवारियां को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री लंगेह ने कहा कि सीमांकन का निराकरण आरआई के मार्गदर्शन में समय सीमा में सुनिश्चित किया जाए। त्रुटि सुधार संबंधी खातों का भी संकलन कर तीन माह के भीतर त्रुटि सुधार का निराकरण करें। ग्राम स्तर पर अतिक्रमण पंजी का निर्माण करते हुए शासकीय भूमि में हुए अतिक्रमण को अनिवार्य रूप से दर्ज करें और नए अतिक्रमण को रोके। उन्होंने कहा कि आगामी धान खरीदी में रकबा संशोधन के संबंध में शिकायत मिल सकती है जिसे तत्काल जांच कर कार्रवाई किया जाए। इसी तरह नक्शा बंटाकन का कार्य भी आगामी 06 माह में पूर्ण करें। नक्शा अपडेशन के लिए प्रत्येक पटवारी प्रति सप्ताह लक्ष्य निर्धारित करें। उन्होंने कहा कि जाति प्रमाण पत्र के संबंध में विशेष ग्राम सभा में भी प्रस्ताव पारित कराएं और स्कूली बच्चों के नाम जुड़वाएं। प्रशिक्षण में अपर कलेक्टर श्री रवि कुमार साहू, एसडीएम श्री हरिशंकर पैकरा, भू अधीक्षक श्री प्रमोद एवं 6 तहसीलों के 120 पटवारी मौजूद थे।