कल्पना की ख़तरनाक आदत
कुछ दिन पहले मुझे एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। जब मैं सभागार पहुँचा, तो मैंने एक कोने में कुछ परिचित अतिथि देखे। मैं मुस्कुराते हुए उनकी ओर बढ़ा और एक-एक करके सबसे हाथ मिलाने लगा।
अजनबियों से भी शिष्टाचारवश हाथ मिलाया, लेकिन तभी एक व्यक्ति ने मेरा हाथ अनदेखा कर दिया। यह देखकर मुझे बहुत अजीब लगा। कुछ सेकंड बाद, मैंने अपना हाथ वापस खींच लिया और मन ही मन सोचने लगा, “यह क्या बेतुकी बात है?” अचानक अपमानित महसूस कर, मैं उस व्यक्ति से नाराज़ हो गया।
मेरे मन में विचार उमड़ने लगे – “आख़िर उसने ऐसा क्यों किया?” सभी ने मेरा अभिवादन स्वीकार किया, फिर इस व्यक्ति ने ऐसा व्यवहार क्यों किया? मैंने तो कुछ गलत भी नहीं किया था! गुस्से में मैंने उसे घूरकर देखा और फिर बाकी लोगों का अभिवादन कर अपनी सीट पर बैठ गया।
लेकिन बैठने के बाद भी मेरा गुस्सा शांत नहीं हुआ। मैं बार-बार उस व्यक्ति की ओर देख रहा था, यह जानने के लिए कि वह अन्य लोगों के साथ कैसा व्यवहार करता है।
और तभी, मुझे एक चौंकाने वाला एहसास हुआ – वह व्यक्ति दृष्टिहीन था! उसकी आँखें खुली थीं, लेकिन वह देख नहीं सकता था। जो लोग उससे हाथ मिला रहे थे, वे पहले उसे हल्के से छूते थे और फिर हाथ मिलाते थे।
यह जानकर मेरी शर्मिंदगी कई गुना बढ़ गई। असल में, वह मेरा एक प्रशंसक था, जिसने मेरी कई वार्ताएँ गहराई से सुनी थीं। वह विशेष रूप से मेरी बात सुनने के लिए कार्यक्रम में आया था। जब मुझे यह पता चला, तो मेरी आत्मग्लानि और बढ़ गई। मुझे खुद पर गुस्सा आने लगा।
उस दिन, मैंने अपनी पूरी स्पीच बदल दी और नया विषय चुना –
“कल्पना की ख़तरनाक आदत”
कल्पना ज़हर की तरह होती है
1. हम अनुमान लगाते हैं, सत्यापन नहीं करते
कोई फोन नहीं उठाता, तो हम मान लेते हैं कि वह हमें नज़रअंदाज कर रहा है।
कोई हमें आर्थिक मदद नहीं करता, तो हम उसे कंजूस और स्वार्थी समझ लेते हैं।
कोई हमें कॉल या मैसेज नहीं करता, तो हम सोचते हैं कि उसे हमारी परवाह नहीं है।
लेकिन हम यह कभी नहीं सोचते कि शायद वे किसी समस्या में हों।
2. जीवन की विविधता को समझें
हर व्यक्ति का जीवन अलग होता है।
जिसने आपको पैसे देने का वादा किया था, हो सकता है उसकी खुद की आर्थिक स्थिति खराब हो गई हो।
जिसने फोन नहीं उठाया, हो सकता है वह व्यस्त हो या किसी मुश्किल घड़ी से गुज़र रहा हो।
महत्वपूर्ण सबक
संदेह का लाभ दें: दूसरों के की परेशानी के बारे में सोचे तुरंत निष्कर्ष पर न पहुँचें।
पुष्टि करें, अनुमान नहीं लगाएं: प्रतिक्रिया देने से पहले अपने विचारों की सत्यता जांचें।
नाराज़ होना अपरिपक्वता है: हर छोटी बात पर आहत होना बचकाना व्यवहार है।
निष्कर्ष
कल्पना की आदत कभी-कभी हमें ग़लतफ़हमी और बेवजह की नकारात्मकता में धकेल सकती है। इसलिए, सोचने से पहले सत्यापन करें, नाराज़ होने से पहले स्थिति को समझें, और दूसरों को संदेह का लाभ दें।
जीवन जियो शुद्धि से, काम करो बुद्धि से
क्योंकि जो दिखता है, हमेशा वही सच नहीं होता!
]]>उज्जैन /माधव एक्सप्रेस, थाना नागझिरी क्षेत्र से बीती शाम एक मोबाइल की दुकान पर कार्यरत धीरज पिता राधेश्याम सिरोदिया निवासी शिप्रा विहार नागझिरी से बीच में गायब हो गया जानकारी प्राप्त के अनुसार धीरज के अंकल जितेंद्र सिरोदिया की कृष्णा मोबाइल के नाम से नागझीरी में दुकान है
आज प्राप्त जानकारी के अनुसार पता चला कि वह माया नगरी मुंबई में है वह मुंबई कैसे पहुंचा इसके बारे में वह कुछ नहीं बता पाया ,धीरज कक्षा 12वीं का छात्र होकर दीप्ति हाई सेकेंडरी स्कूल नागझिरी में पड़ता है उसके अंकल ने नागझिरी थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी थी धीरज के पिता राधेश्याम सिरोदिया अंकल जितेंद्र एवं परिवार सदस्य आज मुंबई रवाना हो गये फिलहाल वह मुंबई में चाइल्ड हेल्पलाइन सेंटर पर है आगे की जानकारी परिवार सदस्य लौट कर आएंगे तब पता चलेगा कि इस घटनाक्रम के पीछे आखिर क्या बात थी क्या रहस्य था आखिर वह मुंबई कैसे पहुंचा…....
]]>• आरोपीगण के कब्जे से 60000 रुपए से अधिक की कीमत की 164 ग्राम चरस बरामद।
• पिछले दिनों लूट के आरोपियों से सख्ती से पूछताछ के दौरान मिली थी चरस के आरोपियों की जानकारी।
इंदौर – इंदौर नगरीय क्षेत्र में अपराधों पर नियंत्रण हेतु अवैध मादक पदार्थ की खरीद फरोख्त करने वालों एव इनकी गतिविधियों में संलिप्त आदतन अपराधियों के विरूद्ध लगातार प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश पुलिस आयुक्त नगरीय इन्दौर श्री संतोष सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) इन्दौर नगरीय श्री अमित सिंह के द्वारा दिये गये हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में पुलिस उपायुक्त जोन 02 श्री अभिनय विश्वकर्मा के मार्गदर्शन में अति. पुलिस उपायुक्त इन्दौर जोन-2 श्री अमरेन्द्र सिंह एवं सहायक पुलिस आयुक्त, खजराना श्री कुंदन मंडलौई के द्वारा विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर थाना प्रभारी खजराना श्री मनोज सिंह सेंधव एवं उनकी टीम को उचित दिशा निर्देश दिये गये।
उक्त निर्देशों के अनुक्रम में पुलिस टीम द्वारा लगातार अवैध मादक पदार्थ के क्रय –विक्रय व इनमें संलिप्त व्यक्तियो के संबंध मे गोपनीय रुप से आसूचना संकलन की जा रही थी। इसी दौरान पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि आईआईपीएस स्कूल के पास रोड पर संदिग्ध व्यक्ति अंधेरे में खडा है। मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए बताये स्थान पर पहुंचकर संदिग्ध को चैक करने एवं पुछताछ करने पर अपना नाम 1. सोहेल पिता जमील ख़ान निवासी बाबा की बाग खजराना इदौर होना बताया। पुछताछ के दौरान संदिग्ध घबराने लगा जिस पर पुलिस टीम द्वारा तलाशी लेने पर आरोपी सोहेल की पहने हुए हुड़ी की जेब में एक पारदर्शी पॉलीथिन में रखी मिली जिसमे 114 ग्राम चरस ड्रग्स मिली । उक्त आरोपी से चरस लाने के संबंध में पुछताछ करने पर दो व्यक्तियों के नाम बताए, जिनकी तलाश करते हुए पुलिस टीम द्वारा 2. आदिल उर्फ मामा पिता मोहम्मद आरिफ निवासी श्रीनगर एक्सटेंशन एम आई जी इंदौर, 3. शरीफ़ शैख़ उर्फ बच्चा पिता शकूर शैख़ निवासी देवास को पकडा गया। पुलिस टीम व्दारा आरोपियो को 8/20, 29 NDPS में गिरफ्तार कर 50 ग्राम चरस और जप्त की गई। आरोपी को गिरफ्तार कर मादक पदार्थ का विक्रय के संबंध में अन्य पूछताछ की जा रही है। जिसके आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
उक्त कार्रवाई में निरीक्षक श्री मनोज सिंह सेंधव, उनि अजय कुशवाहा, उनि सुरेश बुनकर, सउनि प्रवेश सिंह, राकेश परमार, प्रआर. विजय रघुवंशी, लोकेंद्र, अजीत, पंकज, प्रदीप, आर. शशांक, शुभम, प्रदीप की सराहनीय भूमिका रही।
]]>कुछ महीने पहले बिहार पुलिस मुख्यालय से जारी आंकड़ों के अनुसार, कॉल हैंडिलिंग में बिहार पुलिस की डायल 112 की टीम दूसरे नंबर पर थी, तो रेस्पॉन्स टाइम में राज्य का स्थान 7 वां था। उस वक्त रेस्पॉन्स टाइम औसतन 20 मिनट था, जो लगातार बेहतर होता जा रहा है। मुख्यालय के अनुसार, पिछले दो वर्षों में डायल 112 ने 20 लाख से अधिक लोगों को सेवा प्रदान की है। इसके तहत लगभग 5,000 लोग प्रतिदिन सेवा प्राप्त करते हैं।
5 मिनट में ही घटनास्थल पहुंचकर घायलों को पहुंचाया जा रहा अस्पताल
वैशाली जिले के देसरी थानांतर्गत 2 मालवाहक वाहन की टक्कर की सूचना मिली थी, जिसके बाद डायल 112 की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 5 मिनट के अंदर घटनास्थल पर पहुंचकर घायल चालक को अस्पताल पहुंचा दिया।
मारपीट व वाहन चोरी के मामले में भी अब मिनटों में हो रही कार्रवाई
ऐसा नहीं है कि डायल 112 की टीम सिर्फ सड़क दुर्घटनाओं में ही घटनास्थल पर पहुंच कर लोगों को सहायता पहुंचा रही है। मारपीट व वाहन चोरी जैसे मामले में भी जानकारी मिलने के तुरंत बाद कार्रवाई हो रही है। पूर्वी चम्पारण (मोतिहारी) जिले के पिपरा थानांतर्गत दो पक्षों के बीच मारपीट की सूचना मिलते ही डायल 112 टीम ने त्वरित कार्रवाई की। पुलिस टीम ने 7 मिनट के अंदर घटनास्थल पर पहुंचकर मामले को शांत कराया और मारपीट में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया गया। इसी तरह की एक और घटना पूर्वी चम्पारण के ही चिरैया थानांतर्गत हुई, जिसमें घायल महिला को फौरन अस्पताल पहुंचाया गया। शेखपुरा जिले के शेखपुरा थानांतर्गत ई-रिक्शा चोरी होने की सूचना पर डायल 112 की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ई-रिक्शा को बरामद कर उसके मालिक को सौंपा गया। 18 दिसंबर को दोपहर में बिहार पुलिस के पटना स्थित कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में एक महिला द्वारा हत्या का प्रयास किए जाने में संबंधी एक कॉल प्राप्त हुई। मुजफ्फरपुर जिले में स्थित मोतीपुर-ईआरवी2 ने बहुत ही कम समय यानी लगभग 10 मिनट में घटनास्थल पर पहुंचकर त्वरित कार्रवाई की। घटनास्थल पर पहुंचने के बाद ईआरवी पुलिसकर्मियों ने घायल महिला को निकटतम अस्पताल में भर्ती कराया और एसएचओ को इस घटना के बारे में सूचित किया। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई को लेकर स्थानीय लोगों में बहुत ख़ुशी थी। ऐसी ही एक घटना अरवल जिले में हुई, यहां करपी थानांतर्गत आत्महत्या का प्रयास कर रही एक महिला को इलाज हेतु तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जिससे उसकी जान बच पाई।
गुमशुदगी मामले में त्वरित कार्रवाई कर लोगों की ‘मुस्कान’ लौटा रही पुलिस
बिहार पुलिस की डायल 112 की टीम अब सिर्फ शहर में ही सक्रिय नहीं है, राज्य के हर जिले में पुलिस की टीम चौबीसों घंटे काम कर रही है। बच्चों की गुमशुदगी मामले में भी पुलिस तुरंत कार्रवाई कर रही है। मंगलवार को जहानाबाद के कल्पा थाना को सूचना मिली कि एक लड़का कल्पा थानान्तर्गत शाहबाजपुर गांव से सुबह 8 बजे से गुम हो गया है, वहीं नगर थाना के पास भी सूचना मिली कि एक लड़का मदारपुर से सुबह से ही गुम है। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कल्पा पुलिस एवं जहानाबाद पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों के परिजनों से पूछताछ की गई। घर व स्कूल के आसपास में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। काफी खोजबीन के बाद दोनों बच्चे को बुधवार की सुबह पटना स्थित गांधी मैदान के पास से सकुशल बरामद कर उनके परिजनों को सौंप दिया गया। मंगलवार को ही राजधानी पटना के शास्त्रीनगर थानान्तर्गत एक बच्चे के गुम होने की सूचना मिली, बिहार पुलिस की टीम ने इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए 30 मिनट में ही बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। वहीं, मोतिहारी के नगर थानांतर्गत गुम हुई एक बच्ची को सकुशल बरामद कर उनके परिजनों को सौंपा गया। वहीं, पूर्वी चम्पारण के ही रक्सौल थानांतर्गत गुम हुए बच्चे को 5 मिनट के अंदर सकुशल बरामद कर उनके परिजनों को सौंपा गया, जिससे परिवार के चेहरे की मुस्कान लौट पाई।
सोशल मीडिया पर भी 24 घंटे ‘ऑनलाइन पेट्रोलिंग’ कर रही बिहार पुलिस
बिहार पुलिस मुख्यालय स्थित सोशल मीडिया सेंटर से राज्यभर की घटनाओं पर चौबीसों घंटे मॉनिटरिंग की जा रही है। कोई भी घटना होने पर संबंधित जिले और अधिकारी को यहाँ से सूचना प्रेषित की जाती है और उसपर कार्रवारी सुनिश्चित कारवाई जाती है। कई बड़ी घटनाओं पर त्वरित रेस्पॉन्स लेते हुए सोशल मीडिया की टीम ने बेहतरीन काम किया है। सितंबर माह में ही बिहार के छात्र एसएसबी भर्ती परीक्षा देने सिलीगुड़ी गए थे। बांग्ला पक्खो नामक कट्टरपंथी संगठन के लोगों द्वारा इन छात्रों को धमकाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए बिहार पुलिस ने बंगाल पुलिस को सोशल मीडिया पर टैग कर आवश्यक कार्रवाई के लिए भेज दिया, जिसके बाद पश्चिम बंगाल की सिलीगुड़ी पुलिस हरकत में आई थी। इसके अलावा सोशल मीडिया सेंटर से उन अकाउंट पर भी कड़ी नजर रखी जाती है, जिसके जरिए भ्रामक या उन्माद फैलाने वाले पोस्ट किए जाते हैं। ईओयू के द्वारा चार सौ से ज्यादा संदिग्ध अकाउंट बंद करवाए गए। सबसे बड़ी बात सोशल मीडिया पर बिहार पुलिस के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ रहा है।
]]>श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से प्रशासक श्री गणेश कुमार धाकड़ द्वारा स्मृतिचिन्ह देकर सम्मान किया गया।
]]>जिसमें योग्यता आधारित पदों पर आरक्षण समाप्त हो, आरक्षण का आधार आर्थिक रखा जाए, तथा परशुराम जयंती का राष्ट्रीय अवकाश हो, समान नागरिक संहिता लागू हो, भगवान परशुराम का मंदिर राम जन्मभूमि अयोध्या में भव्य रूप से बनाया जाए तथा समान नागरिक संहिता लागू हो और सवर्ण आयोग का गठन किया जाए
उपरोक्त मांगों को लेकर देश भर में संयुक्त ब्राह्मण संघर्ष समिति के माध्यम से जन जागरण कर ब्राह्मणों को संगठित किया जाएगा बैठक में उपेंद्रनाथ त्रिपाठी वाराणसी राम तेज पांडे अयोध्या राधेश्याम शर्मा महेंद्र कुमार कौशिक नई दिल्ली, जय भगवान शर्मा, मुख्तार सिंह कौशिक हरियाणा ,सुखबीर सिंह गौतम उत्तराखंड ,सुरेश मूले महाराष्ट्र ,श्रीमती मंजू शुक्ला गोरखपुर उत्तर प्रदेश नानक चंद शर्मा हापुड़ उ. प्र. रघुनंदन पांडे, अर्जुन पांडे झारखंड संध्या दुबे सागर ,मध्य प्रदेश नीलम झा लखनऊ, सहित बड़ी संख्या में देश भर के कई राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हुए
राष्ट्रीय बैठक में गोरखपुर उ.प्र. की महिला नेत्री श्रीमती मंजू शुक्ला को महिला इकाई का राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया बैठक का संचालन संयुक्त ब्राह्मण संगठन समिति के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. उपेंद्रनाथ त्रिपाठी वाराणसी ने किया तथा आभार बैठक के संयोजक राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा बिहार के अध्यक्ष इंजीनियर आशुतोष कुमार झा ने माना उज्जैन से पं .चंद्रशेखर शर्मा, ईश्वरअग्निहोत्री ,सत्यनारायण शर्मा ,बी एस तंवर, प्रमुख रूप से शामिल हुए
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UJJAIN/अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज एवं संयुक्त ब्राह्मण संगठन समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी ने एक वक्तव्य में कहा कि अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज द्वारा उज्जैन में सन 2017-018 में उज्जैन में पहले 2 लाख ब्राह्मणों का महाकुंभ कर देश में ब्राह्मणों की एकता का बिगुल फुंका था उसी से प्रेरणा लेकर आज संपूर्ण देश भर में ब्राह्मणों की एकता के लिए जगह-जगह प्रत्येक प्रातों में ब्राह्मण एकता के लिए ब्राह्मण महाकुंभ आयोजित किये जा रहे हैं उज्जैन का आयोजित ब्राह्मण महाकुंभ ब्राह्मणों की एकता के लिए देश का मॉडल बन गया है आगामी 15 दिसंबर 024 को बिहार की क्रांतिकारी भूमि पटना में ब्राह्मण महासभा बिहार द्वारा पंडित आशुतोष झा के नेतृत्व में विद्यापति भवन पटना में संपूर्ण बिहार प्रांत का विशाल ब्राह्मण महाकुंभ आयोजित किया जा रहा है
अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज राष्ट्रीय महामंत्री पंडित तरुण उपाध्याय ने बताया कि देशभर की ब्राह्मण संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं संयुक्त ब्राह्मण संघर्ष समिति के भिन्न-भिन्न प्रांतों के पदाधिकारी संयुक्त ब्राह्मण संघर्ष समिति के बैनर तले एकत्रित होकर ब्राह्मणों की एकता पर विचार मंथन करेंगे पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी के नेतृत्व में उज्जैन और मध्य प्रदेश से ब्राह्मण समाज पदाधिकारी का दल आज उज्जैन से पटना के लिए रवाना हुआ ब्राह्मण समाज कार्यालय पर सभी पदाधिकारी का स्वागत अभिनंदन कर रवाना किया गया
]]>घटना का विवरण:-
दिनांक 05.08.2024 को बैंक ऑफ इंडिया के शाखा खाचरौद के शाखा प्रबंधक नीलकमल द्वारा थाना खाचरौद पर एक आवेदन पत्र प्रस्तुत किया। जिसमे बैंक डिपॉजिट मशीन के अंदर पासवर्ड वाला दरवाजा व चार कैसेट एवं नगदी राशी 2293100/- रूपये चोरी होना बताया। दिनांक 29.07.24 को 10.30 बजे सुबह जानकारी हुई की ई गैलरी के सारे कैमरो को काले रंग से स्प्रे किया गया है तथा ई गैलरी को शटर लगाकर बंद कर दिया गया तथा सूचना जोनल ऑफिस को दी गयी तथा लिखित मे जानकारी पुलिस खाचरौद को भी दी गयी। दिनांक 03.08.24 को कैशियर आदि कर्मचारी रूपये निकालने के लिये ई गैलरी में पहुंचे तो डिपॉजिट मशीन का पासवर्ड वाला दरवाजा नही था तथा रूपये से भरी 04 कैसेट गायब थी। कैमरे चैक करते दिनांक 29.07.24 की रात्री में 01:00 से 02:00 बजे के मध्य 02 व्यक्ति मो.सा. से बैंक की ई गैलरी में पहुंचे दोनो काले रंग का हेलमेट तथा रेनकोट पहने हुये थे। जिसमे से एक व्यक्ति बैंक की ई गैलरी मे जाकर सीसीटीवी कैमरो पर स्प्रे करने के बाद डिपॉजिट मशीन से छेड़छाड़ करता हुआ तथा थोडी देर बाद काले रंग के बैग में सामान ले जाते दिखाई दिया। उक्त बदमाश दिनांक 29.07.24 की रात्री में बैंक की डिपॉजिट मशीन से कुल 2293100/- रूपये चुराकर ले गया है। उक्त आवेदन पर थाना खाचरौद पर अपराध क्रमांक 512/24 धारा 331 (4), 305 (ई) बीएनएस का कायम कर विवेचना मे लिया गया।
पुलिस कार्यवाही :- अपराध संपत्ति संबंधी होकर गंभीर प्रकृति का होने से वरिष्ठ अधिकारियों के उचित मार्गदर्शन में पुलिस टीम का गठन कर घटना की प्रत्येक एंगल से विवेचना प्रारंभ कर मुखबिर लगाए गये। घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण तथा घटना के सीसीटीवी फुटेज देखे गये। जिससे ज्ञात हुआ की एक अज्ञात बदमाश ने ई गैलरी के अंदर घुसकर बिना किसी तोडफोड के बहुत ही कम समय में वारदात को अंजाम दिया। जिससे यह बात स्पष्ट हो गयी कि बदमाश तकनीकी रूप से दक्ष होकर बैंक की डिपॉजिट मशीन को खोलने का ज्ञान रखने वाला हो सकता है। इसी बिंदु को ध्यान में रखकर प्रकरण में अग्रिम विवेचना करते हुये बैंक कर्मियों से पूछताछ करते यह बात सामने आई की दिनांक 26.07.24 को रितुराजसिंह निवासी बोरदिया का कंपनी की ओर से मेंटेनेंस के लिये आया था। टीम द्वारा गांव में भी तस्दीक करने पर संदिग्ध रितुराज के कंपनी में काम करने की जानकारी की पुष्टि हुई।
पुलिस द्वारा संदेही रितुराज की गांव तथा अन्य स्थानों पर तलाश करने के साथ सूत्र स्थापित किए गए। पुलिस टीम द्वारा मुखबिर सूचना पर संदिग्ध को कस्बा घिनोदा में स्थित एक चाय की होटल से घेराबंदी कर पकड़ा। संदिग्ध बदमाश से गहनता से पूछताछ करने पर बदमाश द्वारा अपराध करना स्वीकार कर घटना में अपने साथी शुभम जोशी को साथ होना बताया।
आरोपी द्वारा घटना को अंजाम देने के बाद बिना गिने कुछ रूपये अपने दोस्त शुभम को देना तथा बाकी बैग में भरकर बैग पर ताला लगाकर, नलखेड़ा जिला आगर मालवा अपने रिश्तेदार के घर रखना बताया।
तरीका ए वारदातः– बदमाश द्वारा रात्री के समय बैंक की ई – गैलरी में घुसकर सीसीटीवी कैमरो से बचने के लिये कैमरो पर काले रंग से स्प्रे कर दिया तथा अपनी पहचान छिपाने के लिये हेलमेट तथा बरसाती पहनी थी। डिपॉजिट मशीन को पासवर्ड के माध्यम से खोलकर बहुत ही कम समय में लगभग 15 मिनिट में वरदात को अंजाम दिया गया तथा बैंक की डिपॉजिट मशीन से 2293100/- रूपये चुरा लिये। बदमाश के द्वारा दिनांक 26.07.24 को शाम करीब 05.00 बजे बैंक कर्मियो के सामने डिपॉजिट मशीन को दुरूस्त किया गया था तब बैंककर्मी के द्वारा पासवर्ड का उपयोग कर मशीन को खोला गया था तब मेरे द्वारा पीछे से पासवर्ड देख लिये थे तथा बाद में पासवर्ड को नोट कर लिया था उसी पासवर्ड से घटना दिनांक को मशीन खोलकर रूपये चुरा लिये।
जप्त मश्रुका:- नगद 2293100/- रूपये व घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकल MP 13 fs 0433 कीमती 55000/- रूपये।
आरोपियों का विवरण:-
1. रितुराज पिता भोपाल सिंह , उम्र 30 साल नि. ग्राम बोरदिया थाना खाचरौद।
2. शुभम पिता अर्जुन उम्र 26 साल निवासी ग्राम बोरदिया थाना खाचरौद।
सराहनीय भूमिका:–
अनुविभागीय अधिकारी पुलिस खाचरोद श्रीमती पुष्पा प्रजापत, थाना प्रभारी खाचरोद निरी धनसिंह नलवाया, उनि एन.आर.पटेल, उनि शांतिलाल मोर्य, उनि प्रतीक यादव (सायबर सेल), सउनि भूपेन्द्रसिंह बैंस, सउनि भूपेन्द्र सिंह बैस, सउनि प्रकाश डाबर, सउनि अरविन्द गणावा, सउनि चालक हरीओम यादव, प्रआर राजपाल सिंह (सायबर सेल), प्रआर नरेन्द्रसिंह, प्रआर समरथ बलसौरा, प्रआर मुकेश राठौर, प्रआर गजेन्द्रसिंह, प्रआर उम्मेदराम, आर विशाल मेवाडा, आर. संजय सिंह राणावत, आर मनीष विश्वकर्मा, आर कृष्णा वैरागी, आर रवि बैरागी, आर हेमेन्द्र सिंह राठौर, आर दिनेश मुनिया, आर चिंतरंजन, आर अजय चौहान, म.आर कविता भाटी, म.आर. वर्षा सिंह ,आर चंद्रवीर सिंह (एसएएफ)।
बड़नगर रोड स्थित गुरुकुल दंडी आश्रम में 19 नाबालिगों के साथ यौन शोषण मामले में .SIT ने जांच शुरू कर दी है। इधर मामले में फरार सेवादार को भी पुलिस ने आष्टा से गिरफ्तार कर लिया है।
दूसरा आरोपी अजय ठाकुर
एसआईटी कर रही जांच
बड़नगर रोड स्थित गुरुकुल दंडी आश्रम में 19 नाबालिगों के साथ कुकर्म के मामले में एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि टीम आश्रम के सभी बच्चों के बयान दर्ज करेगी। इसके बाद आरोपियों की संख्या में बढ़ोतरी भी हो सकती है। फिलहाल एसआईटी सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। नाबालिगों के साथ कुकर्म का मामला मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तक पहुंचने के बाद इस पर आला अधिकारियों ने जांच तेज कर दी है। एसआईटी में सीएसपी ओपी मिश्रा, टीआई अजय वर्मा, महिला एसआई शामिल हैं।
आश्रम में अध्यनरत है 140 बच्चे
महाकाल थाना पुलिस के अनुसार 30 साल से संचालित हो रहे गुरुकुल दंडी आश्रम में बच्चे वेद अध्ययन, कर्मकांड, पंडिताई सीखने आते हैं। वर्तमान में यहां 140 बच्चे पढ़ने के लिए अलग-अलग शहरों से आए हैं। यहीं रहते हैं। इनमें उज्जैन सहित देवास, राजगढ़, मंदसौर आदि शहरों के बच्चे शामिल हैं। इनकी उम्र 11 से 15 साल के बीच की है।
Ujjain: बड़नगर रोड स्थित दांडी आश्रम में पंडिताई की शिक्षा ग्रहण करने वाले तीन नाबालिग किशोरों के साथ यौन शोषण और अनैतिक कृत्य का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आश्रम के ही दो आचार्य ने इन किशोरों के साथ यौन शोषण और अनैतिक कृत्य किया। बड़नगर रोड स्थित दांडी आश्रम में पंडिताई की शिक्षा ग्रहण करने वाले तीन नाबालिग किशोरों के साथ यौन शोषण और अनैतिक कृत्य का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आश्रम के ही दो आचार्य ने इन किशोरों के साथ यौन शोषण और अनैतिक कृत्य किया। मामले में महाकाल थाना पुलिस ने एक आरोपी आचार्य को हिरासत में ले लिया है, जबकि दूसरा आरोपी आचार्य फरार है।