दुर्गम रेतीले टीलों में जहां मीलों दूर तक पेड़ की छांव नसीब नहीं होती है, उन जगहों पर आक का पौधा खूब फलता फूलता है। राजस्थान के थार मरूस्थल के अलावा आक का पौधा दक्षिण मध्य भारत के गर्म और शुष्क वातावरण में खुले और समतल मैदानों में पाया जाता है। आक के पत्ते मोटे और चिकने होते हैं तथा पत्तों के पृष्ठ भाग पर हल्का सफेद आवरण होता हैं जो कि हाथ से रगड़ने पर उतर जाता हैं। आक का पौधा प्राय हर मौसम मे हरा भरा रहने के कारण यह रेगिस्तान का सदाबहार पौधा कहलाता है।
आक चार प्रकार के होते हैं (1) श्वेतार्क अर्थात सफेद आक (2) रक्तार्क व लाल आक (3) लाल आक का ही दूसरा प्रकार है जो ऊंचाई में सबसे छोटा और सबसे विषैला होता है (4) पर्वतीय आक। पहाड़ी आक पौधे के रूप में नहीं, बेल के रूप में होता है जो उत्तर भारत में बहुत कम किन्तु महाराष्ट्र में पर्याप्त मात्रा में होता है। लाल जाति का आक सर्वत्र सुलभता से प्राप्य है। गुणों की दृष्टि से औषध के रूप में दोनों प्रकार के आकों का प्रयोग होता है। दोनों में कुछ समान गुण भी मिलते हैं किन्तु श्वेत अर्क में अधिक उत्तम गुण होने से आयुर्वेद में यह वनस्पति दिव्य औषधि मानी जाती है। लाल आक इसके समान तो नहीं किन्तु यह भी गुणों का भंडार है। जितना लाभ इस पौधे से वैद्यों और भारतीय चिकित्सकों ने तथा रसायनशास्त्रियों ने पहले उठाया था उतना किसी द्वितीय औषध से नहीं उठाया ।
आक भारत का एक प्रसिद्ध पौधा है जो आयुर्वेद के शास्त्रों में जानी मानी औषधि है। जिसे छोटे-छोटे वैद्य तथा ग्रामीण अनपढ लोग भी जानते हैं और औषध रूप में प्रयोग भी करते हैं । भारत में आक के पौधे सब स्थानों पर मिलते हैं पर ऊंचे पर्वतों पर ये नहीं मिलते। आक का पौधा चार फीट से लेकर पन्द्रह फीट तक की ऊंचाई में देखने को मिलता है। यह ऊंची शुष्क मरुभूमि में अधिक होता है। ऊसर भूमि में उत्पन्न होने के कारण अरबी में इसको ऊसर कहते हैं। आक के पौधे शुष्क, उसर और ऊंची भूमि में प्रायः सर्वत्र देखने को मिलते हैं। इस वनस्पति के विषय में साधारण समाज में यह भ्रान्ति फैली हुई है कि आक का पौधा विषैला होता है। यह मनुष्य को मार डालता है। इसमें किंचित सत्य जरूर है क्योंकि आयुर्वेद संहिताओं में भी इसकी गणना उपविषों में की गई है। यदि इसका सेवन अधिक मात्रा में कर लिया जाए तो, उल्टी दस्त होकर मनुष्य की मृत्यु हो सकती है। इसके विपरीत यदि आक का सेवन उचित मात्रा में, योग्य तरीके से चतुर वैद्य की निगरानी में किया जाये तो अनेक रोगों में इससे बड़ा उपकार होता है।
आक के पौधों का सबसे बड़ा फायदा है कि उनसे हमें ऑक्सीजन गैस प्राप्त होती है। इसके अलावा प्राकृतिक दृष्टिकोण से भी पेड़-पौधों का सर्वाधिक महत्व है। इनके बिना वातावरण को सन्तुलित किया ही नहीं जा सकता। हर परिस्थिति में हरियाली हमारे लिए फायदेमंद ही है। इन फायदों के साथ ही शास्त्रों के अनुसार कई धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व भी बताए गए हैं। ज्योतिष के अनुसार जिस घर के सामने या मुख्यद्वार के समीप आक का पौधा होता है उस घर पर कभी भी किसी नकारात्मक शक्ति का प्रभाव नहीं पड़ता है। इसके अलावा वहां रहने वाले लोगों को तांत्रिक बाधाएं कभी नहीं सताती। घर के आसपास सकारात्मक और पवित्र वातावरण बना रहता है जो कि हमें सुख-समृद्धि और धन प्रदान करता है। ऐसे लोगों पर महालक्ष्मी की विशेष कृपा रहती है और जहां-जहां से लोग कार्य करते हैं वहीं से इन्हें धन लाभ प्राप्त होता है।
आक का सूर्य से विशेष सम्बन्ध है। गर्मी में जब पृथ्वी सूर्य के निकट आ जाती है और सूर्य की भयंकर गर्मी से तपने और जलने लगती है, जोहड़, तालाब, बावड़ी सब का जल सूख जाता है। बड़ वृक्ष सूखने लगते हैं, तब यही पौधा है जो मरुभूमि में भी खूब फलता और फूलता है। यह आग्नेय प्रधान पौधा उस भयंकर उष्णकाल में खूब हरा भरा रहता है।
शास्त्रों अनुसार आक के फूल शिवलिंग पर चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं और अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। विद्वानों के अनुसार कुछ पुराने आकड़ों की जड़ में श्रीगणेश की प्रतिकृति निर्मित हो जाती है जो कि साधक को चमत्कारी लाभ प्रदान करती है। आक का हर अंग दवा है, हर भाग उपयोगी है। यह सूर्य के समान तीक्ष्ण तेजस्वी और पारे के समान उत्तम तथा दिव्य रसायनधर्मा है। कहीं-कहीं इसे वानस्पतिक पारद भी कहा गया है।
विषैला आक की जाति सबसे छोटी होती है अर्थात इसका जो पौधा ऊंचाई में सबसे छोटा होता है उसको विद्वान लोग सबसे विषैला मानते हैं। यह मरुभूमि में ही होता है। अधिक विषैले की पहचान यह है कि उस आक के पौधे का दूध निकालकर अपने नाखून पर उसकी दो-चार बूंदें टपकाएं। यदि दूध बहकर नीचे गिर जाए तो कम विष वाला है और यदि दूध वहीं अंगूठे के नाखून पर जम जाए तो अधिक विषैला है। अधिक विषैले दूध को सीधा खिलाने की औषधि में प्रयोग नहीं करना चाहिए, अन्य भस्म आदि औषध बनाने में इसका प्रयोग कर सकते हैं।
आक के फल देखने में अग्रभाग में तोते की चोंच के समान होते हैं। इसीलिए आक का एक नाम शुकफल है। ये फल ज्येष्ठ मास तक पक जाते हैं। इनके अंदर काले रंग के दाने वा बीज होते हैं और बहुत कोमल रूई से ये फल भरे रहते हैं। इसकी रूई भी विषैली होती है । फल का औषध में बहुत न्यून उपयोग होता है। क्षार बनाने वाले आक के पंचांग में फल को भी जलाकर औषध में उपयोग लेते हैं। चक्षु रोगों, कर्ण रोगों, जुकाम, खांसी, दमा, चर्मविकारों में, विष्मज्वर, वात और कफ के रोगों में इसके पुष्प, पत्ते, दूध, जड़ की छाल सभी का उपयोग होता है। इस पौधे के पत्ते को उल्टा कर के पैर के तलवे से सटा कर मोजा पहन लें। रात में सोते समय निकाल दें। एक सप्ताह में आपका शुगर सामान्य हो जाएगा। बाहर निकला पेट भी कम हो जाता है। काफी लोग इस उपयोग से लाभान्वित हो रहे हैं।
]]>जिसमें योग्यता आधारित पदों पर आरक्षण समाप्त हो, आरक्षण का आधार आर्थिक रखा जाए, तथा परशुराम जयंती का राष्ट्रीय अवकाश हो, समान नागरिक संहिता लागू हो, भगवान परशुराम का मंदिर राम जन्मभूमि अयोध्या में भव्य रूप से बनाया जाए तथा समान नागरिक संहिता लागू हो और सवर्ण आयोग का गठन किया जाए
उपरोक्त मांगों को लेकर देश भर में संयुक्त ब्राह्मण संघर्ष समिति के माध्यम से जन जागरण कर ब्राह्मणों को संगठित किया जाएगा बैठक में उपेंद्रनाथ त्रिपाठी वाराणसी राम तेज पांडे अयोध्या राधेश्याम शर्मा महेंद्र कुमार कौशिक नई दिल्ली, जय भगवान शर्मा, मुख्तार सिंह कौशिक हरियाणा ,सुखबीर सिंह गौतम उत्तराखंड ,सुरेश मूले महाराष्ट्र ,श्रीमती मंजू शुक्ला गोरखपुर उत्तर प्रदेश नानक चंद शर्मा हापुड़ उ. प्र. रघुनंदन पांडे, अर्जुन पांडे झारखंड संध्या दुबे सागर ,मध्य प्रदेश नीलम झा लखनऊ, सहित बड़ी संख्या में देश भर के कई राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हुए
राष्ट्रीय बैठक में गोरखपुर उ.प्र. की महिला नेत्री श्रीमती मंजू शुक्ला को महिला इकाई का राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया बैठक का संचालन संयुक्त ब्राह्मण संगठन समिति के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. उपेंद्रनाथ त्रिपाठी वाराणसी ने किया तथा आभार बैठक के संयोजक राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा बिहार के अध्यक्ष इंजीनियर आशुतोष कुमार झा ने माना उज्जैन से पं .चंद्रशेखर शर्मा, ईश्वरअग्निहोत्री ,सत्यनारायण शर्मा ,बी एस तंवर, प्रमुख रूप से शामिल हुए
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UJJAIN/अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज एवं संयुक्त ब्राह्मण संगठन समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी ने एक वक्तव्य में कहा कि अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज द्वारा उज्जैन में सन 2017-018 में उज्जैन में पहले 2 लाख ब्राह्मणों का महाकुंभ कर देश में ब्राह्मणों की एकता का बिगुल फुंका था उसी से प्रेरणा लेकर आज संपूर्ण देश भर में ब्राह्मणों की एकता के लिए जगह-जगह प्रत्येक प्रातों में ब्राह्मण एकता के लिए ब्राह्मण महाकुंभ आयोजित किये जा रहे हैं उज्जैन का आयोजित ब्राह्मण महाकुंभ ब्राह्मणों की एकता के लिए देश का मॉडल बन गया है आगामी 15 दिसंबर 024 को बिहार की क्रांतिकारी भूमि पटना में ब्राह्मण महासभा बिहार द्वारा पंडित आशुतोष झा के नेतृत्व में विद्यापति भवन पटना में संपूर्ण बिहार प्रांत का विशाल ब्राह्मण महाकुंभ आयोजित किया जा रहा है
अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज राष्ट्रीय महामंत्री पंडित तरुण उपाध्याय ने बताया कि देशभर की ब्राह्मण संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं संयुक्त ब्राह्मण संघर्ष समिति के भिन्न-भिन्न प्रांतों के पदाधिकारी संयुक्त ब्राह्मण संघर्ष समिति के बैनर तले एकत्रित होकर ब्राह्मणों की एकता पर विचार मंथन करेंगे पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी के नेतृत्व में उज्जैन और मध्य प्रदेश से ब्राह्मण समाज पदाधिकारी का दल आज उज्जैन से पटना के लिए रवाना हुआ ब्राह्मण समाज कार्यालय पर सभी पदाधिकारी का स्वागत अभिनंदन कर रवाना किया गया
]]>इस दिन सोना, चांदी, वाहन, जमीन, घर इलेक्ट्रॉनिक्स आदि खरीदना सुख और समृद्धि का कारक माना गया है। पंडित मनोज पांडेय ने सोमवार को बताया कि अथर्ववेद में बताया गया है कि धन्वन्तरि भगवान विष्णु के तेरहवें अवतार हैं।
ऋषिकेश पंचांग के अनुसार धनतेरस के दिन अभिजीत मुहूर्त दिन के 11.42 बजे से 12.27 बजे तक है। विजय मुहूर्त दोपहर 1.56 से 2.41 तक है। कुंभ लग्न दोपहर 1.29 बजे से 3 बजे तक है। वहीं, वृष लग्न शाम 6.07 बजे से 8.04 बजे तक है। दोपहर से प्रदोष काल 12.36 बजे से शाम 5.33 बजे तक में वाहन जैसे चलायमान सामग्री लेने का शुभ मुहूर्त है।
उन्होंने ने बताया कि संध्या काल में धन के देवता कुबेर की पूजा होगी।
धनतेरस के दिन ऐश्वर्य में वृद्धि की कामना से भगवान गणेश, माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की विधिवत पूजा की जाएगी। यह पूजा संध्या काल स्थिर वृष लग्न में 6.19 से रात 8.15 बजे के बीच की जाएगी।
राशि के अनुसार करें खरीदारी
मेष- सोने और पीतल के बर्तन के साथ मिट्टी का दीपक और लड्डू लेना शुभ है। वस्तुएं खरीदना शुभ।
वृषभ -चांदी, हीरा और बर्तन खरीदना चाहिए।
वृश्चिक राशि- आभूषण, मिट्टी- तांबे के बर्तन, लोहे की बनी वस्तुएं खरीदना शुभ।
मिथुन – आभूषण, प्रॉपर्टी, फर्नीचर का सामान खरीदना चाहिए।
धनु – झाड़ू, चांदी, पीतल से निर्मित लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदनी चाहिए।
कर्क- चांदी का सामान और सफेद वस्तु खरीदना चाहिए।
मकर -चांदी के सिक्के , झाडू, बर्तन और गोमती चक्र खरीदना चाहिए।
सिंह – जमीन, फ्लैट, सोना-चांदी, इलेक्ट्रॉनिक सामग्री खरीदना शुभ रहेगा।
कुंभ – धनतेरस में चांदी और स्टील से निर्मित बर्तन लेने चहिए।
कन्याः कांसे से निर्मित ‘बर्तन, हाथी-दांत से बनी वस्तुएं आदि।
तुला- श्रृंगार और साज सज्जा की
वस्तुएं खरीदना शुभ।
मीन -धनतेरस चांदी के बर्तन और सिक्के, तांबे के बर्तन और झाडू लेना चहिए।
]]>मोटो g24 पावर की बिक्री 7 फरवरी 2024 को दोपहर 12 बजे से फ्लिपकार्ट, motorola.in और भारत भर के प्रमुख रिटेल स्टोर्स पर शुरू होगी।
30 जनवरी 2024 – मोटोरोला ने आज जी सीरीज फ्रेंचाइजी में अपने नवीनतम एंट्री-लेवल स्मार्टफोन, मोटो g24 पावर को लॉन्च किया। यह अपने सेगमेंट का एक अग्रणी किफायती स्मार्टफोन है जिसमें प्रीमियम डिज़ाइन, एक विशाल 6000mAh बैटरी और TurboPower 33W चार्जर दिया गया है। यह डिवाइस एक असाधारण और स्थायी स्मार्टफोन अनुभव सुनिश्चित करता है, जो इसे जी सीरीज़ फ्रैंचाइज़ के लिए एक एक उत्कृष्ट योगदान बनाता है। मोटो g24 पावर का लुक बेहद खूबसूरत है, इसमें 3डी ऐक्रेलिक ग्लास (पीएमएमए) फिनिश है, साथ ही यह 6000mAh बैटरी के साथ सेगमेंट में सबसे पतले और सबसे हल्का डिवाइसों में से एक है। यह नवीनतम Android
14 के साथ आता है और एक उन्नत 50MP क्वाड पिक्सेल कैमरा सिस्टम को प्रदर्शित करता है, साथ ही इसमें सेगमेंट का अग्रणी 16MP सेल्फी कैमरा भी दिया गया है जो विभिन्न प्रकार की प्रकाश परिस्थितियों में असाधारण फोटो को कैप्चर करता है।
मोटो g24 पावर का प्रीमियम डिज़ाइन, जिसमें स्लीमलाइन्ड कैमरा हाउसिंग शामिल है, डिवाइस के समग्र सौंदर्य को बढ़ाता है और उपयोगकर्ताओं को एक दृश्यतात्मक भव्य स्मार्टफोन प्रदान करता है जो पकड़ने में सुविधाजनक है। इसका पतला लेकिन मजबूत डिज़ाइन साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट रीडर के साथ आता है, जो आसान और सुरक्षित डिवाइस अनलॉकिंग को सक्षम बनाता है। केवल 8.99 मिमी मोटाई और 197 ग्राम वजन वाला यह पतला स्मार्टफोन वॉटर रेपेलेंट डिजाइन और आईपी 52 रेटिंग के साथ आता है, और दो आश्चर्यजनक और सुरुचिपूर्ण रंगों- इंक ब्लू और ग्लेशियर ब्लू में उपलब्ध है।
मोटो g24 पावर एक विशाल 6000mAh की बैटरी के साथ उपयोगकर्ताओं को अपने पसंदीदा कंटेंट का आनंद लेने, गेम खेलने और लंबी अवधि तक वीडियो कॉल करने में सक्षम बनाता है। TurboPower 33W चार्जर की मदद से, डिवाइस जल्दी से चार्ज हो जाता है और उपयोगकर्ताओं को दीर्घकालिक मनोरंजन अनुभव प्रदान करता है, जो एक बार चार्ज करने पर लगभग पूरे हफ्ते तक चलता है।
इसके अलावा, मोटो g24 पावर नवीनतम Android 14 के साथ आता है, जिसमें 3 साल की सुनिश्चित सुरक्षा अपडेट्स शामिल हैं। यह फ्लैश नोटिफिकेशन जैसे विभिन्न स्टैंड-आउट अनुभवों के साथ आता है, जो इनकमिंग कॉल के लिए फ्लैश और स्क्रीन लाइट चालू करके उपयोगकर्ताओं को सचेत करता है, ताकि वे किसी भी नोटिफिकेशन से न चूकें। हेल्थ कनेक्ट सुविधा उपयोगकर्ताओं को प्राइवेसी कण्ट्रोल के साथ अपने स्वास्थ्य डेटा को एक ही स्थान पर प्रबंधित करने में सक्षम बनाता है। उल्लेखनीय विशेषताओं में सुधारित मैग्निफिकेशन, डेटा साझा करने की अपडेट्स, और बढ़ाई गई पिन सुरक्षा भी शामिल हैं।
मोटो g24 पावर एक उन्नत 50 MP क्वाड पिक्सेल कैमरा सिस्टम को सपोर्ट करता है। इस क्वाड पिक्सेल तकनीक के साथ, उपयोगकर्ताओं को दिन या रात में अधिक स्पष्ट, अधिक जीवंत तस्वीरों के लिए 4 गुना बेहतर, लो लाइट सेंस्टिविटी मिलती है। साथ ही, समर्पित मैक्रो विज़न कैमरा उपयोगकर्ताओं को उनके सब्जेक्ट के 4 सेमी नजदीक तक ले लाता है, ताकि वे एक स्टैण्डर्ड लेंस के साथ छोटी डिटेल्स को कैप्चर कर सकें। सामने की तरफ, स्मार्टफोन में सेगमेंट का अग्रणी 16MP कैमरा है, जो तुरंत ही शानदार सेल्फी खींच सकता है। इसके अलावा, कैमरा सिस्टम में ऑटो नाइट विजन, एचडीआर और पोर्ट्रेट मोड जैसे विभिन्न सुविधा और सॉफ्टवेयर भी शामिल हैं ।
मोटो g24 पावर अपने नॉचलेस 6.6″ 90 Hz IPS LCD डिस्प्ले के कारण मोटो g24 पावर अद्वितीय मनोरंजन प्रदान करता है, जिसकी उच्चतम चमक 537 NITS है। इसके अतिरिक्त, एक उच्च 90 Hz का रिफ्रेश रेट के साथ, एप्लिकेशन्स के बीच स्विच करना और वेबसाइट्स को स्क्रोल करना सुगम और आसान बन जाता है। ऑटो मोड के साथ, स्क्रीन रिफ्रेश रेट को लचीले ढंग से 90 Hz और 60 Hz के बीच स्विच हो जाती है, जिससे स्मार्टफोन की समग्र बैटरी क्षमता बेहतर होती है। इस जबरदस्त देखने के अनुभव को डॉल्बी एटमॉस® युक्त स्टीरियो स्पीकर द्वारा और बढ़ाया जाता है जो बेहतर बेस और साफ आवाज़ के साथ उच्च गुणवत्ता वाला ऑडियो प्रदान करता है जो उच्च वॉल्यूम पर भी अधिक ऑडियो स्पष्टता प्रदान करता है।
लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, भारत के मोबाइल बिजनेस ग्रुप के प्रबंध निदेशक, श्री टी.एम. नरसिम्हन ने कहा, “हमें अपनी जी सीरीज फ्रेंचाइजी – मोटो g24 पावर में नवीनतम जुड़ाव की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। अपने जी सीरीज स्मार्टफोन के माध्यम से, हम भारतीय मोबाइल फोन उपभोक्ताओं की बढ़ती मांगों को पूरा करते हुए किफायती मूल्य पर उन्नत सुविधाएं प्रदान करके स्मार्टफोन अनुभव को लोकतांत्रिक बनाते हैं। यह स्मार्टफोन प्रीमियम डिज़ाइन और विशाल बैटरी के साथ अन्य अग्रणी विशेषताओं के साथ आता है जो उपयोगकर्ताओं को अधिक सुलभ मूल्य बिंदुओं पर परिष्कार और कार्यक्षमता का अनुभव करने की सुविधा प्रदान करते हैं। यह उन उपभोक्ताओं के लिए आदर्श है जो हमेशा यात्रा करते रहते हैं।”
इसके अलावा, मोटो g24 पावर उपयोगकर्ताओं को दो RAM वेरिएंट के माध्यम से बेहतर परफॉरमेंस प्रदान करता है, यानी इन-बिल्ट 4 GB या 8 GB LPDDR4X RAM, जिसे RAM बूस्ट फीचर के साथ 16 GB तक बढ़ाया जा सकता है। यह उपयोगकर्ताओं को 128GB तक के बिल्ट-इन स्टोरेज के साथ फोटो, फिल्म, गाने, ऐप्स और गेम के लिए पर्याप्त जगह प्रदान करता है। उपयोगकर्ता एक विशेष microSD कार्ड स्लॉट का उपयोग करके 1TB तक के विस्तारित स्टोरेज का भी लाभ उठा सकते हैं।
उपलब्धता:
मोटो g24 पावर दो खूबसूरत रंगों में उपलब्ध होगा: इंक ब्लू और ग्लेशियर ब्लू, जिनमें 3D एक्रिलिक ग्लास (PMMA) फिनिश शामिल है।
मोटो g24 पावर दो मेमोरी वेरिएंट्स में उपलब्ध होगा, जिसमें इन-बिल्ट 4GB RAM और 8GB RAM + 128GB स्टोरेज शामिल है; और 7 फरवरी 2024 से, दोपहर 12 बजे के बाद, फ्लिपकार्ट, motorola.in और प्रमुख रिटेल स्टोर्स पर बिक्री के लिए उपलब्ध होगा।
लॉन्च कीमत:
4GB RAM + 128GB स्टोरेज: 8,999 रुपये
8GB RAM + 128GB स्टोरेज: 9,999 रुपये
सामर्थ्य प्रस्ताव:
एक्सचेंज पर अतिरिक्त 750 रुपये।
ऑफर के साथ प्रभावी कीमत:
4GB + 128GB: 8,249 रुपये
8GB + 128GB: 9,249 रुपये
उत्पाद के बारे में अधिक जानने के लिए यहां जाएं:
https://www.flipkart.com/moto-g24/p/itm62b4bfe302fae?pid=MOBGUFK4UBP7ZTXJ
ऑपरेटर ऑफर:
रिलायंस जियो की ओर से कुल 4,500 रुपये के लाभ (399 रुपये के प्री-पेड प्लान पर लागू)
– 2000 रुपये का कैशबैक
– 2500 रुपये के पार्टनर कूपन
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