व्होरा परिवार ने मुमुक्षु अदिति बहन का आज्ञा-पत्र सौंपा – 5 जून को बदनावर में होगी दीक्षा
थांदला से विवेक व्यास माधव एक्सप्रेस
थांदला। संयम तप महोत्सव में अणु बगिया के शिखर पुरूष धर्मदास गण के नायक आगम विशारद बुद्धपुत्र प्रर्वतक पूज्य गुरुदेव श्री जिनेंद्रमुनिजी म. सा. आदि ठाणा – 3 का सुजापुरा कि ओर से व अणुवत्स पूज्य श्री संयतमुनिजी म. सा. आदि ठाणा – 8 का पेटलावद बावड़ी फारेस्ट पंचायत कि ओर से थांदला में मंगल पदार्पण हुआ। थांदला विराजित संत एवं सती मण्डल सहित सैकड़ो गुरु भक्तों का हुजूम गुरुदेव की भव्य अगवानी के लिए उत्तरी छोर पहुँचा। उत्साह उल्लास व उमंग के साथ सैकड़ो गुरु भक्तों ने “देखो रे देखो कौन पधारे – भक्तों के भगवान पधारे ” एक बार जोर से – जय गुरु उमेश, संयम इनका सख्त है – तभी तो लाखों भक्त है जैसे गगनभेदी नारों से पुरा वातावरण गुंजायमान कर दिया। जैन जेनेत्तर सभी जिन शासन की महिमा व भरी गर्मी में गुरुदेव का नँगें पैर ईर्या समिति का पालन करते चलना उनके उत्कृष्ट क्रिया में उन्हें वंदन करते देखा गया। पूज्य गुरुभगवंतों ने पौषध भवन पर महा प्रवेश करते ही सदन धर्मसभा के रूप में परिवर्तित हो गया।
अक्षय तृतीया आदिनाथ भगवान के तप से जुड़ा प्रसंग – प्रवर्तकश्रीजी
जैन धर्म में तीर्थंकर का धर्म ही आगम है। यह आगमवाणी भव्य जीवों को भव से तार देती है। तीर्थंकरों का चारित्र सुनने से कर्मों की कोड़ खप जाती है व विशिष्ट पुण्य का अर्जन होता है। पूज्य श्री ने कहा सामान्य पुरूष से विशिष्ट पुरूष बनने की कथा ही तीर्थंकर चारित्र से ग्रहण करने जैसी है। आपश्री ने भगवान आदिनाथ के समकित प्राप्ति के प्रथम धन्य सार्थवाह भव से लेकर उनके दूसरे युगलिक, तीसरें प्रथम देवलोक व चौथें भव में महाबल राजा के भव का चारित्र सुनाया। इस अवसर पर पूज्य श्री गिरीशमुनिजी ने कहा कि अक्षय तृतीया पर 300 से ज्यादा तपस्वी अपनी वार्षिक तप की आलोचना शुद्धि करंगें ही लेकिन इससे अधिक महत्वपूर्ण दो दीक्षा के प्रसंग उपस्थित हो रहे है। ऐसे में सुनने में आया कि इस भीषण गर्मी में उष्ण परीषह सहन करते हुए संत-सतियों ने दिन में भी थांदला कि ओर विहार किया यह सब संयम के महत्व को प्रदर्शित करता है। उपस्थित परिषद भी संयम के महत्व को समझे इस हेतु आपने नागदा के गौरव जाट का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि जेनेत्तर भी धर्म को समझकर उससे प्रेरणा ले कर अपने जीवन का उत्कर्ष कर सकता है फिर आज तो इस सभा में नव्या बहन, आदिती बहन व ललित भैया बैठे ही है जो संयम पर चलने को तैयार है इसमें हम सब भी अनुमोदना से अपने भाव भी बनाने का प्रयास करें। महासती वृन्द ने गुरुदेव के मंगल पदार्पण पर मंगल स्तवन गाया।
बदनावर व्होरा परिवार ने सौंपा आज्ञापत्र
धर्म सभा में रतलाम, खवासा, बामनिया, पेटलावद, झाबुआ, मेघनगर, रम्भापुर, कल्याणपुरा व बदनावर की गौरवशाली उपस्थिति में मुमुक्षु अदिति बहन व्होरा की दीक्षा की पारिवारिक आज्ञा का पत्र उनके माता-पिता शीतल सुशील व्होरा सहित परिजनों ने गुरुदेव को सौंपतें हुए उनकी दीक्षा तिथि घोषित करने का निवेदन किया। गुरुदेव के परिवार की भावना अनुरूप द्रव्य-क्षेत्र-काल-भाव के समस्त आगर रखते हुए आगामी ज्येष्ठ सुदी दशमी (5 जून 2025, गुरूवार) को वर्धमान पुर बदनावर में दीक्षा की तिथि घोषित करते ही सदन दीक्षार्थी के जयकारों से भर गया। आप शासन प्रभाविका पूज्या महासती श्री संयमप्रभाजी म.सा. का सुशीष्यत्व ग्रहण करेंगी।
मुमुक्षु अदिति बहन का गुरुभगवंतों से निवेदन
गुरुभक्ति से ओतप्रोत संयम स्तवन पंक्ति के साथ अदिति बहन ने गुरुभगवंतों के प्रति आभार मानते हुए कहा कि आज का दिन उनके लिए अविस्मरणीय दिन है आज से वे अपने मोक्ष लक्ष्य की तरफ प्रवेश कर रही है। अदिति बहन ने कहा कि सच में त्याग तो मेरे परिवार का है जो मेरे
भौतिक साधनों के तुच्छ त्याग के आगे उन्होंनें अपने मोह पर विजय प्राप्त कर मुझे आध्यात्मिक मार्ग पर जाने की आज्ञा प्रदान की है। गुरुभगवंतों के साथ उनका यह उपकार मुझे सदा याद रहेगा। आदिति बहन ने सभी गुरुभगवंतों व सदन से उनकी दीक्षा में आकर मंगल आशीर्वाद प्रदान करने की विनन्ति की। अदिति बहन का परिचय उनकी सांसारिक भाभी नीलू बहन व्होरा ने दिया तो आज्ञापत्र का वाचन अनिल व्होरा ने किया। परिवार की बहन बेटियों ने स्तवन के माध्यम से भावाभिव्यक्ति की। धर्मदास गण परिषद व थांदला श्रीसंघ अध्यक्ष भरत भंसाली ने सकल गण परिषद कि ओर से व्होरा परिवार का अनुमोदन करते हुए अदिति बहन की संयम यात्रा की अग्रिम शुभकामनाएं प्रेषित की। वही संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने मुमुक्षु अदिति बहन सहित व्होरा परिवार का शाल माला से बहुमान किया। संचालन संघ सचिव प्रदीप गादिया ने किया।
थांदला में संत-सतियों का लगा ठाठ
जानकारी देते हुए संघ प्रवक्ता पवन नाहर ने बताया कि पूज्य गुरुदेव जिनेंद्रमुनिजी म.सा. सहित संत सती मण्डल के थांदला पधार जाने से थांदला में संत-सतियों का ठाठ लग गया है। यहाँ प्रवर्तक श्री के साथ अणुवत्स पूज्य श्री संयतमुनिजी, तत्वज्ञ पूज्य श्री धर्मेन्द्रमुनिजी आदि ठाणा – 18 पौषध भवन पर विराजित है वही सौम्यमूर्ति पूज्या श्री मधुबालाजी म.सा., पूज्या श्री धैर्यप्रभाजी म.सा., पूज्या श्री पुण्यशीलाजी म.सा. आदि ठाणा – 22 दौलत भवन स्थानक पर व शासन प्रभाविका पूज्या श्री संयमप्रभाजी म.सा. आदि ठाणा -9 त्यागी भवन पर सुख साता पूर्वक विराजित है।
गुरुभगवंतों के आने से बदल गया माहौल
ललित जैन नवयुवक मंडल अध्यक्ष रवि लोढ़ा, सचिव संदीप शाहजी, प्रवक्ता समकित तलेरा, महिला मंडल अध्यक्ष पुष्पा घोड़ावत, कोषाध्यक्ष सुनीता पीचा ने बताया कि अक्षय तृतीया संयम तप महोत्सव में गुरुदेव के आगमन के साथ ही थांदला में धर्ममय माहौल हो गया है। चारों तरफ नवकार महामंत्र के जाप, चौवीसी, धर्म सभा के साथ अन्य धार्मिक आयोजन हो रहे है वही अणु पब्लिक स्कूल पर अक्षय तृतीया की तैयारियां भी जोरो पर चल रही है। आज के आयोजन में प्रातः नवकारसी का लाभ संस्कार पब्लिक स्कूल पर श्रीमती सम्पतबाई कांतिलाल जी पीचा परिवार थांदला द्वारा लिया गया वही व्होरा परिवार व शाहजी परिवार ने धर्म प्रभावना का लाभ लिया। इस अवसर पर अनेक श्रावक श्राविकाओं ने तपस्या के प्रत्याख्यान ग्रहण किये जिनमें वीर माता आशुका लोढ़ा के वर्षितप में 4 उपवास प्रमुख रहे।
]]>अभी तो यह झांकी है गुरुदेव का आना बाकी है
विवेक व्यास कि रिपोर्ट माधव एक्सप्रेस
थांदला। जिन शासन गौरव जैनाचार्य पूज्य श्री उमेशमुनिजी म.सा. “अणु” की पाट परम्परा को दीपा रहे थांदला गौरव संघ हित चिंतक तत्त्वज्ञ पूज्य श्री धर्मेंद्रमुनिजी म.सा., रोचक वक्ता पू. श्री संदीपमुनिजी म.सा., पू. श्री हेमंतमुनिजी म.सा., पू. श्री अतिशयमुनिजी म.सा., पू. श्री प्रशस्तमुनिजी म.सा., पू. श्री सुयशमुनिजी म.सा., पू. श्री प्रसन्नमुनिजी म. सा. आदि ठाणा- 7 का फॉरेस्ट चौकी (पेटलावाद रोड) से थांदला लगभग 11 किलोमीटर का उग्र विहार कर पौषध भवन स्थानक पर हुआ मंगल प्रवेश हुआ वही सौम्य मूर्ति पूज्या श्री मधुबालाजी म.सा., संस्कार दात्री पू. श्रीसुनीताजी म.सा., मधुर व्याख्यानी पू. श्री श्रद्धाजी म.सा. आदि ठाणा -3 का आज कोदली (पेटलावाद) मेन रोड रेशम केंद्र से लगभग 16 किलोमीटर का उग्र विहार कर दौलत भवन स्थानक पर हुआ मंगल प्रवेश हुआ। समस्त संत एवं सतियाजी म.सा. के मंगल पदार्पण के लिए बड़ी संख्या में श्रावक श्वेत वस्त्र, श्राविकाओं ने केसरिया वस्त्र पहनकर विहार में शामिल हुए। इस अवसर पर बच्चों में उत्साह चरम पर था। देखों देखों कौन पधारें – भक्तों के भगवान पधारें, संयम जिनका सख्त है – तभी तो लाखों भक्त है व गुरुदेव के चारों तरफ गगन भेदी नारों के साथ युवाओं ने गुरुभगवंतों का मंगल प्रवेश करवाया। गुरुभगवंतों का थांदला अक्षय तृतीया महोत्सव के अंतर्गत मुमुक्षु ललित भंसाली व मुमुक्षु नव्या शाहजी के दीक्षास प्रसंग व वर्षीतप आराधकों की तप शुद्धि आलोचना को लेकर थांदला में आना हुआ है। इस अवसर पर यह पहला संयोग भी है कि थांदला रुनवाल परिवार के एक ही परिवार से दीक्षित चार महान सन्तों का भी एक साथ मंगल प्रवेश हुआ है। इस असवर पर धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए तत्वज्ञ पूज्य श्री धर्मेन्द्रमुनिजी ने कहा कि भगवान की वाणी को बिना मन से सुनने पर रोहणीय चोर को भी लाभ हो गया था ऐसे में यदि मन से सुनकर उसे आचरण में लाने का लाभ तो अनन्त लाभ देने वाला है। आपश्री ने कहा कि धर्म में तप का फल विशेष निर्जरा का हेतु है ही परन्तु संयम का महत्व उससे कही गुना अधिक है। आज भी देखों तो यहाँ वर्षीतप के आरधक 325 के लगभग है तो दीक्षा केवल दो ही है यह 1 प्रतिशत से भी कम है इसका मतलब दिक्षा के अवसर दुर्लभ ही होते है ऐसे में जो संयम का आचरण कर उसे दृढ़ता से पालन करता है तो वह अल्प भवि बन जाता है इसलिए सबको दीक्षा व तप की अनुमोदना में शामिल होकर अपनी अंतराय तोड़ना है। रोचक वक्ता पूज्य श्री संदीपमुनिजी ने रोचक शैली में कहा कि जीव सुनकर ही कल्याण व पाप दोनों ही मार्ग को जानता है फिर सही मार्ग का आचरण कर वह अपना जन्म सफल बना सकता है। आपश्री ने कहा कि कान वाला जीव ही सुनता है लेकिन सभी कान वालें जीव सुने यह जरूरी नही। फिर कान हो और मन न हो तो भी सुनने का लाभ नही होता ऐसे में मन से जिनवाणी को सुनकर उसे सही रूप से समझकर आचरण में लाने से ही फायदा होता है। आपश्री ने स्पष्ट किया कि संत पारणा करवाने नही आते लेकिन तपस्वियों की तप शुद्धि रूप आलोचना करवाने आते है ऐसे में संघ उन तपस्वियों के पारणें की व्यवस्था कर देता है जिससे यह स्वरूप बन गया है। इस बार दो दीक्षा का विशेष प्रसंग थांदला में आया है इसलिए सब संयम नही ले सकते व तप नही कर सकते तो कम से कम उनकी अनुमोदना करके भी अपने कर्मों की निर्जरा कर सकते है।
अभी तो यह झांकी है गुरुदेव का आना बाकी है
जानकारी देते हुए संघ अध्यक्ष भरत भंसाली, सचिव प्रदीप गादिया, प्रवक्ता पवन नाहर ने बताया कि आज गुरुभगवंतों के मंगल प्रवेश में स्थानकवासी जैन श्रीसंघ के साथ ही मूर्तिपूजक संघ, दिगम्बर संघ व तेरापंथ सभा के सैकड़ों श्रावक श्राविकाओं व बच्चों की सहभागिता से थांदला का माहौल बदल गया है। आज थांदला संघ में 10 संत-सतियों का आगमन हुआ है वही प्रवर्तक श्री जिनेन्द्रमुनिजी म.सा. का आगमन अभी होना है जिसको लेकर भी भव्य माहौल बन रहा है। उग्र तपस्वीराज पूज्य श्री दिलीपमुनिजी, पूण्य पुंज पुण्यशीलाजी, संयम रुचिका पूज्या श्री संयमप्रभाजी सहित अन्य सन्त-सतियों का भी आसपास के क्षेत्रों से थांदला क़ि ओर विहार चल रहा है जिनका सप्ताह अंत तक थांदला में मंगल प्रवेश की संभावना है।
दीक्षा महोत्सव व वर्षीतप की तैयारिया जोरो पर
संघ प्रवक्ता समकित तलेरा, ललित जैन नवयुवक मंडल अध्यक्ष रवि लोढ़ा व सचिव संदीप शाहजी ने बताया कि संघ में व्यापक तौर पर अक्षय तृतीया महोत्सव की तैयारियां चल रही है। इस बार ऐतिहासिक दो दीक्षा प्रसंग व 325 से अधिक वर्षीतप पारणें होने से हजारों की संख्या में श्रवाक-श्राविकाओं का आना होगा ऐसे में आवास प्रभारी जितेंद्र घोड़ावत, भोजन व्यवस्था प्रभारी दिलीप शाहजी व अनिल भंसाली, तपस्वी बैठक व्यवस्था कपिल पीचा, अंकित जैन सहित अन्य व्यवस्थाओं के लिए विभिन्न समितियां बनाकर सबको जिम्मेदारी सौंप दी गई है। ट्राफिक व्यवस्था व अन्य बाहरी व्यवस्थाओं में अन्य सेवा संगठन सेवा भारती, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ तथा पुलिस प्रशासन से भी सम्पर्क किया गया है जिनका भी सहयोग मिल रहा है। प्रवक्ता पवन नाहर ने बताया कि इस बार के वर्षीतप के सकल पारणा लाभार्थी स्व. शांताबाई सुरेन्द्रकुमार (नाकुसेठ) तलेरा परिवार है वही दिक्षार्थी परिवार ने एक दिन पूर्व आयोजन का लाभ लिया है।
सन्त परिवार का होगा बहुमान
पूज्य श्री धर्मदास गण परिषद व थांदला श्रीसंघ के बैनर तले दो दीक्षा व वर्षीतप पारणा महोत्सव का आयोजन हो रहा है वही पूज्य श्री धर्मदास सम्प्रदाय के संत-सतियों के परिवार का बहुमान का आयोजन भी किया जा रहा है। गण परिषद के मीडिया प्रभारी पवन नाहर ने बताया कि गण परिषद के ऊर्जावान अध्यक्ष भरत भंसाली व महामंत्री शैलेश पीपाड़ा सहित गण परिषद के पदाधिकारियों ने सकल संत-सतियों के परिवार के बहुमान का आयोजन भी रखा है जिसका लाभ रत्नकुक्षी माता श्रीमती तारादेवी सुंदरलाल भंसाली परिवार ने लिया है। यह पहला अवसर होगा जब एक साथ करीब 84 परिवारों का बहुमान किया जायेगा। इसी के साथ सकल आयोजन पूज्य श्री धर्मदास गण परिषद की नियमानुसार मर्यादा में रहकर अल्प आरंभ के साथ सम्पन्न किये जायेंगें। श्रीसंघ सह तलेरा परिवार, भंसाली परिवार व शाहजी परिवार ने सभी गुरुभक्तों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में पधारकर गुरुभगवंतों के दर्शन, वंदन व मांगलिक श्रवण का लाभ लेते हुए संयम व तप अनुमोदना का लाभ लेने की अपील की है।
]]>प्रभात फेरी में दिखा एकता का रंग – बच्चों ने भी लगाए जयकारें
थांदला से विवेक व्यास माधव एक्सप्रेस
थांदला। सैकड़ों जन्म में 20 बोल की विशेष आराधना का प्रतिफल तीर्थंकर के रूप में मिलता है जिसके प्रकाश में सारा जगत अलौकिक हो जाता है व अपने भव भवान्तर मिटाता है। जैनियों के चरम (अंतिम) तीर्थंकर वीर प्रभु महावीरस्वामी का जन्म कल्याणक व जिन शासन गौरव जैनाचार्य पूज्य श्री उमेशमुनिजी की दीक्षा जयंती सकल जैन समाज ने तप त्याग व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया। परम्परा अनुसार श्वेतांबर स्थानकवासी, मूर्तिपीजक संघ, तेरापंथ सभा व दिगम्बर समाज की सामूहिक प्रभात फेरी में एकता का अनूठा रंग देखने को मिला। सभी श्रावक श्वेत वस्त्र व श्राविकाओं ने केसरिया साड़ी पहन कर प्रभात फेरी में हिस्सा लिया। प्रभात फेरी में सुश्रावक स्व. समरथमल फुलफगर के स्वप्न को साकार करते हुए उनके परिवार द्वारा भेंट कियर गये देव विमान सम “श्री वीररथ” “श्री वीर प्रतिमाजी” एवं “रजत छत्र” की पालकी भी साथ निकली। इस दौरान अंगुरबाला, संजय फुलफगर परिवार द्वारा नवकारसी का लाभ जिन मंदिर पर लिया गया। प्रभात फेरी नगर के विभिन्न मार्गों से होती हुई दिगम्बर व शेवताम्बर जिनालय पर पहुँची जहाँ श्रवाक-श्राविकाओं ने दर्शन लाभ लेते हुए मंगल गीत गाये। प्रभात फेरी का समापन आजाद चौक स्थित पौषध भवन पर गुणानुवाद सभा में परिवर्तित हो गई। जहाँ विराजित पूज्या श्री निखिलशीलाजी म.सा. ने प्रभु महावीरस्वामी के जीवन को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रभु के साथ कुंडलपुर में अनन्त आत्माओं ने जन्म लिया लेकिन हम केवल महावीरस्वामी को ही जानते है उसका कारण उनका ज्ञान उनका दर्शन व उनकी संसार के समस्त जीवों के प्रति करुणा के भाव व हमारी श्रद्धा उनसे जुड़ी हुई है। पूज्याश्री ने कहा जन्म लेना हमारें हाथ है भी नही भी इसी तरह जन्म स्थान भी हमारें हाथ है भी नही भी लेकिन पुरुषार्थ ऐसा होना चाहिए कि हम इस जन्म-मरण के चक्र से दूर हो जाये। पूज्याश्री ने कहा कि जैसे कभी सूर्य उदित न हो तो सारा जगत अंधकार मय हो जाता है वैसे ही यदि भगवान महावीर का ज्ञान रूपी भास्कर उदित न होता तो हमारा जीवन अंधकारमय हो जाता। पूज्याश्री ने कहा कि आज उनके पदचिन्हों पर हमारें आस्था के केंद्र रहे पूज्य गुरुभगवंत उमेशमुनिजी ने आज ही के दिन दीक्षा लेकर अपनी आराधना की शुरुआत की थी इस तरह आज के दिन सैकड़ों आत्माओं ने संयम अंगीकार किया जिनमें पूज्या दीप्तिश्रीजी म.सा. को भी 14 वर्ष पूरे हो गए तो आज ही रावटी में भी मुक्ति बहन गुणाज्ञा बन गई। सभी महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में भी समता की एक सामयिक का नियम लेकर इस दिन को सार्थक बनाये। पूज्या श्री प्रियशीलाजी म.सा. ने कहा कि इस माह में हिन्दू के शिखर पुरूष श्रीराम का जन्म हुआ, वीर हनुमान का जन्म हुआ तो इस माह में जैन के प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान व चरम तीर्थंकर वर्धमान का जन्म भी हुआ। इसलिए इस माह में आराधना का विशेष महत्व रहा हुआ है। प्रियशीलाजी ने कहा कि इस माह में ही युग पुरुष धर्मदासजी म.सा., जैनाचार्य जवाहरलालजी म.सा. के साथ भी प्रसंग जुड़े हुए है तो अनेक आत्माओं ने वीर कल्याणक पर उनके बताए मार्ग का अनुसरण कर अपनी आत्मा का कल्याण किया है ऐसे में हम भी उनके आदर्शों को जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए। धर्म सभा में दीप्तिश्रीजी म.सा. ने कुण्डलपुर का राज दुलारा माँ त्रिशला का नयन सितारा प्रभु वीर को वंदन मेरा स्तवन के माध्यम से उनके गुणों को स्मरण किया। पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत, दिगम्बर समाज से कांतिलाल मेहता, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि सुनील पणदा, अणु आराधना मण्डल, संचालक प्रदीप गादिया आदि ने भी अभिव्यक्ति के माध्यम से सभी को प्रभु जन्म कल्याणक व गुरु दीक्षा कल्याणक की सभी को शुभकामनाएं दी।
पूरे दिन हुए विविध आयोजन – दीक्षार्थी का हुआ बहुमान
महावीर जन्म कल्याणक की विविध जानकारी देते हुए संघ प्रवक्ता पवन नाहर व ललित जैन नवयुवक मंडल अध्यक्ष रवि लोढ़ा ने बताया कि प्रभात फेरी व गुणानुवाद सभा के पश्चात वर्धमान, मयूर, डॉ देवेंद्र तलेरा परिवार कि ओर से स्वामीवात्सल का लाभ लिया गया जिसमें महावीर जैन पाठशाला के बच्चों ने मन मोहक जयकारों व वेशभूषा से सबका मन मोह लिया। बच्चों के जयकारों के बीच नगर के मुमुक्षु ललित भंसाली व नव्या बहन शाहजी सह परिवार का बहुमान तलेरा परिवार द्वारा किया गया। इस अवसर पर संगीता विश्वास सोनी, सोनल जसवंत भाबर, विधायक वीरसिंह भूरिया सहित अन्य परिवारों ने भी दीक्षार्थी आत्माओं का बहुमान किया। दोपहर 2 से 3 महिला मंडल अध्यक्ष पुष्पा घोड़ावत, कलावती श्रीश्रीमाल व सानिया तलेरा द्वारा चौवीसी का आयोजन हुआ तो रात में दिगम्बर समाज ने चौवीसी का आयोजन कर दीक्षार्थियों का बहुमान किया। शाम को सकल श्रीसंघ कि गोट का आयोजन हुआ। प्रभु महावीर जन्म कल्याणक पर दीक्षार्थी ललित भाई भंसाली का प्रातः 7 से 8 बजे तक नियमित एक घण्टें का वर्षीदान जारी रहा जिसमें एक हजार से ज्यादा लोगों को लाभ मिला। सकल आयोजन में सहभागिता के लिए धर्मदास गण परिषद व थांदला श्रीसंघ अध्यक्ष भरत भंसाली, दिगम्बर समाज अध्यक्ष अरुण कोठारी, मूर्तिपूजक संघ अध्यक्ष कमलेश जैन दायजी व तेरापंथ सभा अध्यक्ष अरविंद रुनवाल ने धन्यवाद देते हुए आभार माना। वर्षीतप आराधकों का पारणा लाभ राजेश, कमलेश, पीयूष, प्रधुम्न जैन कुवाड़ परिवार ने लिया। सकल संघ ने विविध स्थानों पर प्रभावना का लाभ लिया।
]]>प्रभात फेरी में दिखा एकता का रंग – बच्चों ने भी लगाए जयकारें
थांदला। सैकड़ों जन्म में 20 बोल की विशेष आराधना का प्रतिफल तीर्थंकर के रूप में मिलता है जिसके प्रकाश में सारा जगत अलौकिक हो जाता है व अपने भव भवान्तर मिटाता है। जैनियों के चरम (अंतिम) तीर्थंकर वीर प्रभु महावीरस्वामी का जन्म कल्याणक व जिन शासन गौरव जैनाचार्य पूज्य श्री उमेशमुनिजी की दीक्षा जयंती सकल जैन समाज ने तप त्याग व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया। परम्परा अनुसार श्वेतांबर स्थानकवासी, मूर्तिपीजक संघ, तेरापंथ सभा व दिगम्बर समाज की सामूहिक प्रभात फेरी में एकता का अनूठा रंग देखने को मिला। सभी श्रावक श्वेत वस्त्र व श्राविकाओं ने केसरिया साड़ी पहन कर प्रभात फेरी में हिस्सा लिया। प्रभात फेरी में सुश्रावक स्व. समरथमल फुलफगर के स्वप्न को साकार करते हुए उनके परिवार द्वारा भेंट कियर गये देव विमान सम “श्री वीररथ” “श्री वीर प्रतिमाजी” एवं “रजत छत्र” की पालकी भी साथ निकली। इस दौरान अंगुरबाला, संजय फुलफगर परिवार द्वारा नवकारसी का लाभ जिन मंदिर पर लिया गया। प्रभात फेरी नगर के विभिन्न मार्गों से होती हुई दिगम्बर व शेवताम्बर जिनालय पर पहुँची जहाँ श्रवाक-श्राविकाओं ने दर्शन लाभ लेते हुए मंगल गीत गाये। प्रभात फेरी का समापन आजाद चौक स्थित पौषध भवन पर गुणानुवाद सभा में परिवर्तित हो गई। जहाँ विराजित पूज्या श्री निखिलशीलाजी म.सा. ने प्रभु महावीरस्वामी के जीवन को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रभु के साथ कुंडलपुर में अनन्त आत्माओं ने जन्म लिया लेकिन हम केवल महावीरस्वामी को ही जानते है उसका कारण उनका ज्ञान उनका दर्शन व उनकी संसार के समस्त जीवों के प्रति करुणा के भाव व हमारी श्रद्धा उनसे जुड़ी हुई है। पूज्याश्री ने कहा जन्म लेना हमारें हाथ है भी नही भी इसी तरह जन्म स्थान भी हमारें हाथ है भी नही भी लेकिन पुरुषार्थ ऐसा होना चाहिए कि हम इस जन्म-मरण के चक्र से दूर हो जाये। पूज्याश्री ने कहा कि जैसे कभी सूर्य उदित न हो तो सारा जगत अंधकार मय हो जाता है वैसे ही यदि भगवान महावीर का ज्ञान रूपी भास्कर उदित न होता तो हमारा जीवन अंधकारमय हो जाता। पूज्याश्री ने कहा कि आज उनके पदचिन्हों पर हमारें आस्था के केंद्र रहे पूज्य गुरुभगवंत उमेशमुनिजी ने आज ही के दिन दीक्षा लेकर अपनी आराधना की शुरुआत की थी इस तरह आज के दिन सैकड़ों आत्माओं ने संयम अंगीकार किया जिनमें पूज्या दीप्तिश्रीजी म.सा. को भी 14 वर्ष पूरे हो गए तो आज ही रावटी में भी मुक्ति बहन गुणाज्ञा बन गई। सभी महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में भी समता की एक सामयिक का नियम लेकर इस दिन को सार्थक बनाये। पूज्या श्री प्रियशीलाजी म.सा. ने कहा कि इस माह में हिन्दू के शिखर पुरूष श्रीराम का जन्म हुआ, वीर हनुमान का जन्म हुआ तो इस माह में जैन के प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान व चरम तीर्थंकर वर्धमान का जन्म भी हुआ। इसलिए इस माह में आराधना का विशेष महत्व रहा हुआ है। प्रियशीलाजी ने कहा कि इस माह में ही युग पुरुष धर्मदासजी म.सा., जैनाचार्य जवाहरलालजी म.सा. के साथ भी प्रसंग जुड़े हुए है तो अनेक आत्माओं ने वीर कल्याणक पर उनके बताए मार्ग का अनुसरण कर अपनी आत्मा का कल्याण किया है ऐसे में हम भी उनके आदर्शों को जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए। धर्म सभा में दीप्तिश्रीजी म.सा. ने कुण्डलपुर का राज दुलारा माँ त्रिशला का नयन सितारा प्रभु वीर को वंदन मेरा स्तवन के माध्यम से उनके गुणों को स्मरण किया। पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत, दिगम्बर समाज से कांतिलाल मेहता, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि सुनील पणदा, अणु आराधना मण्डल, संचालक प्रदीप गादिया आदि ने भी अभिव्यक्ति के माध्यम से सभी को प्रभु जन्म कल्याणक व गुरु दीक्षा कल्याणक की सभी को शुभकामनाएं दी।
पूरे दिन हुए विविध आयोजन – दीक्षार्थी का हुआ बहुमान
महावीर जन्म कल्याणक की विविध जानकारी देते हुए संघ प्रवक्ता पवन नाहर व ललित जैन नवयुवक मंडल अध्यक्ष रवि लोढ़ा ने बताया कि प्रभात फेरी व गुणानुवाद सभा के पश्चात वर्धमान, मयूर, डॉ देवेंद्र तलेरा परिवार कि ओर से स्वामीवात्सल का लाभ लिया गया जिसमें महावीर जैन पाठशाला के बच्चों ने मन मोहक जयकारों व वेशभूषा से सबका मन मोह लिया। बच्चों के जयकारों के बीच नगर के मुमुक्षु ललित भंसाली व नव्या बहन शाहजी सह परिवार का बहुमान तलेरा परिवार द्वारा किया गया। इस अवसर पर संगीता विश्वास सोनी, सोनल जसवंत भाबर, विधायक वीरसिंह भूरिया सहित अन्य परिवारों ने भी दीक्षार्थी आत्माओं का बहुमान किया। दोपहर 2 से 3 महिला मंडल अध्यक्ष पुष्पा घोड़ावत, कलावती श्रीश्रीमाल व सानिया तलेरा द्वारा चौवीसी का आयोजन हुआ तो रात में दिगम्बर समाज ने चौवीसी का आयोजन कर दीक्षार्थियों का बहुमान किया। शाम को सकल श्रीसंघ कि गोट का आयोजन हुआ। प्रभु महावीर जन्म कल्याणक पर दीक्षार्थी ललित भाई भंसाली का प्रातः 7 से 8 बजे तक नियमित एक घण्टें का वर्षीदान जारी रहा जिसमें एक हजार से ज्यादा लोगों को लाभ मिला। सकल आयोजन में सहभागिता के लिए धर्मदास गण परिषद व थांदला श्रीसंघ अध्यक्ष भरत भंसाली, दिगम्बर समाज अध्यक्ष अरुण कोठारी, मूर्तिपूजक संघ अध्यक्ष कमलेश जैन दायजी व तेरापंथ सभा अध्यक्ष अरविंद रुनवाल ने धन्यवाद देते हुए आभार माना। वर्षीतप आराधकों का पारणा लाभ राजेश, कमलेश, पीयूष, प्रधुम्न जैन कुवाड़ परिवार ने लिया। सकल संघ ने विविध स्थानों पर प्रभावना का लाभ लिया।
तप आराधना व उत्साह से वीर प्रभु महावीर जन्म कल्याणक व पूज्य उमेशाचार्य जयंति मनाई
प्रभात फेरी में दिखा एकता का रंग – बच्चों ने भी लगाए जयकारें
थांदला। सैकड़ों जन्म में 20 बोल की विशेष आराधना का प्रतिफल तीर्थंकर के रूप में मिलता है जिसके प्रकाश में सारा जगत अलौकिक हो जाता है व अपने भव भवान्तर मिटाता है। जैनियों के चरम (अंतिम) तीर्थंकर वीर प्रभु महावीरस्वामी का जन्म कल्याणक व जिन शासन गौरव जैनाचार्य पूज्य श्री उमेशमुनिजी की दीक्षा जयंती सकल जैन समाज ने तप त्याग व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया। परम्परा अनुसार श्वेतांबर स्थानकवासी, मूर्तिपीजक संघ, तेरापंथ सभा व दिगम्बर समाज की सामूहिक प्रभात फेरी में एकता का अनूठा रंग देखने को मिला। सभी श्रावक श्वेत वस्त्र व श्राविकाओं ने केसरिया साड़ी पहन कर प्रभात फेरी में हिस्सा लिया। प्रभात फेरी में सुश्रावक स्व. समरथमल फुलफगर के स्वप्न को साकार करते हुए उनके परिवार द्वारा भेंट कियर गये देव विमान सम “श्री वीररथ” “श्री वीर प्रतिमाजी” एवं “रजत छत्र” की पालकी भी साथ निकली। इस दौरान अंगुरबाला, संजय फुलफगर परिवार द्वारा नवकारसी का लाभ जिन मंदिर पर लिया गया। प्रभात फेरी नगर के विभिन्न मार्गों से होती हुई दिगम्बर व शेवताम्बर जिनालय पर पहुँची जहाँ श्रवाक-श्राविकाओं ने दर्शन लाभ लेते हुए मंगल गीत गाये। प्रभात फेरी का समापन आजाद चौक स्थित पौषध भवन पर गुणानुवाद सभा में परिवर्तित हो गई। जहाँ विराजित पूज्या श्री निखिलशीलाजी म.सा. ने प्रभु महावीरस्वामी के जीवन को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रभु के साथ कुंडलपुर में अनन्त आत्माओं ने जन्म लिया लेकिन हम केवल महावीरस्वामी को ही जानते है उसका कारण उनका ज्ञान उनका दर्शन व उनकी संसार के समस्त जीवों के प्रति करुणा के भाव व हमारी श्रद्धा उनसे जुड़ी हुई है। पूज्याश्री ने कहा जन्म लेना हमारें हाथ है भी नही भी इसी तरह जन्म स्थान भी हमारें हाथ है भी नही भी लेकिन पुरुषार्थ ऐसा होना चाहिए कि हम इस जन्म-मरण के चक्र से दूर हो जाये। पूज्याश्री ने कहा कि जैसे कभी सूर्य उदित न हो तो सारा जगत अंधकार मय हो जाता है वैसे ही यदि भगवान महावीर का ज्ञान रूपी भास्कर उदित न होता तो हमारा जीवन अंधकारमय हो जाता। पूज्याश्री ने कहा कि आज उनके पदचिन्हों पर हमारें आस्था के केंद्र रहे पूज्य गुरुभगवंत उमेशमुनिजी ने आज ही के दिन दीक्षा लेकर अपनी आराधना की शुरुआत की थी इस तरह आज के दिन सैकड़ों आत्माओं ने संयम अंगीकार किया जिनमें पूज्या दीप्तिश्रीजी म.सा. को भी 14 वर्ष पूरे हो गए तो आज ही रावटी में भी मुक्ति बहन गुणाज्ञा बन गई। सभी महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में भी समता की एक सामयिक का नियम लेकर इस दिन को सार्थक बनाये। पूज्या श्री प्रियशीलाजी म.सा. ने कहा कि इस माह में हिन्दू के शिखर पुरूष श्रीराम का जन्म हुआ, वीर हनुमान का जन्म हुआ तो इस माह में जैन के प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान व चरम तीर्थंकर वर्धमान का जन्म भी हुआ। इसलिए इस माह में आराधना का विशेष महत्व रहा हुआ है। प्रियशीलाजी ने कहा कि इस माह में ही युग पुरुष धर्मदासजी म.सा., जैनाचार्य जवाहरलालजी म.सा. के साथ भी प्रसंग जुड़े हुए है तो अनेक आत्माओं ने वीर कल्याणक पर उनके बताए मार्ग का अनुसरण कर अपनी आत्मा का कल्याण किया है ऐसे में हम भी उनके आदर्शों को जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए। धर्म सभा में दीप्तिश्रीजी म.सा. ने कुण्डलपुर का राज दुलारा माँ त्रिशला का नयन सितारा प्रभु वीर को वंदन मेरा स्तवन के माध्यम से उनके गुणों को स्मरण किया। पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत, दिगम्बर समाज से कांतिलाल मेहता, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि सुनील पणदा, अणु आराधना मण्डल, संचालक प्रदीप गादिया आदि ने भी अभिव्यक्ति के माध्यम से सभी को प्रभु जन्म कल्याणक व गुरु दीक्षा कल्याणक की सभी को शुभकामनाएं दी।
पूरे दिन हुए विविध आयोजन – दीक्षार्थी का हुआ बहुमान
महावीर जन्म कल्याणक की विविध जानकारी देते हुए संघ प्रवक्ता पवन नाहर व ललित जैन नवयुवक मंडल अध्यक्ष रवि लोढ़ा ने बताया कि प्रभात फेरी व गुणानुवाद सभा के पश्चात वर्धमान, मयूर, डॉ देवेंद्र तलेरा परिवार कि ओर से स्वामीवात्सल का लाभ लिया गया जिसमें महावीर जैन पाठशाला के बच्चों ने मन मोहक जयकारों व वेशभूषा से सबका मन मोह लिया। बच्चों के जयकारों के बीच नगर के मुमुक्षु ललित भंसाली व नव्या बहन शाहजी सह परिवार का बहुमान तलेरा परिवार द्वारा किया गया। इस अवसर पर संगीता विश्वास सोनी, सोनल जसवंत भाबर, विधायक वीरसिंह भूरिया सहित अन्य परिवारों ने भी दीक्षार्थी आत्माओं का बहुमान किया। दोपहर 2 से 3 महिला मंडल अध्यक्ष पुष्पा घोड़ावत, कलावती श्रीश्रीमाल व सानिया तलेरा द्वारा चौवीसी का आयोजन हुआ तो रात में दिगम्बर समाज ने चौवीसी का आयोजन कर दीक्षार्थियों का बहुमान किया। शाम को सकल श्रीसंघ कि गोट का आयोजन हुआ। प्रभु महावीर जन्म कल्याणक पर दीक्षार्थी ललित भाई भंसाली का प्रातः 7 से 8 बजे तक नियमित एक घण्टें का वर्षीदान जारी रहा जिसमें एक हजार से ज्यादा लोगों को लाभ मिला। सकल आयोजन में सहभागिता के लिए धर्मदास गण परिषद व थांदला श्रीसंघ अध्यक्ष भरत भंसाली, दिगम्बर समाज अध्यक्ष अरुण कोठारी, मूर्तिपूजक संघ अध्यक्ष कमलेश जैन दायजी व तेरापंथ सभा अध्यक्ष अरविंद रुनवाल ने धन्यवाद देते हुए आभार माना। वर्षीतप आराधकों का पारणा लाभ राजेश, कमलेश, पीयूष, प्रधुम्न जैन कुवाड़ परिवार ने लिया। सकल संघ ने विविध स्थानों पर प्रभावना का लाभ लिया।
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थांदला। सैकड़ों जन्म में 20 बोल की विशेष आराधना का प्रतिफल तीर्थंकर के रूप में मिलता है जिसके प्रकाश में सारा जगत अलौकिक हो जाता है व अपने भव भवान्तर मिटाता है। जैनियों के चरम (अंतिम) तीर्थंकर वीर प्रभु महावीरस्वामी का जन्म कल्याणक व जिन शासन गौरव जैनाचार्य पूज्य श्री उमेशमुनिजी की दीक्षा जयंती सकल जैन समाज ने तप त्याग व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया। परम्परा अनुसार श्वेतांबर स्थानकवासी, मूर्तिपीजक संघ, तेरापंथ सभा व दिगम्बर समाज की सामूहिक प्रभात फेरी में एकता का अनूठा रंग देखने को मिला। सभी श्रावक श्वेत वस्त्र व श्राविकाओं ने केसरिया साड़ी पहन कर प्रभात फेरी में हिस्सा लिया। प्रभात फेरी में सुश्रावक स्व. समरथमल फुलफगर के स्वप्न को साकार करते हुए उनके परिवार द्वारा भेंट कियर गये देव विमान सम “श्री वीररथ” “श्री वीर प्रतिमाजी” एवं “रजत छत्र” की पालकी भी साथ निकली। इस दौरान अंगुरबाला, संजय फुलफगर परिवार द्वारा नवकारसी का लाभ जिन मंदिर पर लिया गया। प्रभात फेरी नगर के विभिन्न मार्गों से होती हुई दिगम्बर व शेवताम्बर जिनालय पर पहुँची जहाँ श्रवाक-श्राविकाओं ने दर्शन लाभ लेते हुए मंगल गीत गाये। प्रभात फेरी का समापन आजाद चौक स्थित पौषध भवन पर गुणानुवाद सभा में परिवर्तित हो गई। जहाँ विराजित पूज्या श्री निखिलशीलाजी म.सा. ने प्रभु महावीरस्वामी के जीवन को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रभु के साथ कुंडलपुर में अनन्त आत्माओं ने जन्म लिया लेकिन हम केवल महावीरस्वामी को ही जानते है उसका कारण उनका ज्ञान उनका दर्शन व उनकी संसार के समस्त जीवों के प्रति करुणा के भाव व हमारी श्रद्धा उनसे जुड़ी हुई है। पूज्याश्री ने कहा जन्म लेना हमारें हाथ है भी नही भी इसी तरह जन्म स्थान भी हमारें हाथ है भी नही भी लेकिन पुरुषार्थ ऐसा होना चाहिए कि हम इस जन्म-मरण के चक्र से दूर हो जाये। पूज्याश्री ने कहा कि जैसे कभी सूर्य उदित न हो तो सारा जगत अंधकार मय हो जाता है वैसे ही यदि भगवान महावीर का ज्ञान रूपी भास्कर उदित न होता तो हमारा जीवन अंधकारमय हो जाता। पूज्याश्री ने कहा कि आज उनके पदचिन्हों पर हमारें आस्था के केंद्र रहे पूज्य गुरुभगवंत उमेशमुनिजी ने आज ही के दिन दीक्षा लेकर अपनी आराधना की शुरुआत की थी इस तरह आज के दिन सैकड़ों आत्माओं ने संयम अंगीकार किया जिनमें पूज्या दीप्तिश्रीजी म.सा. को भी 14 वर्ष पूरे हो गए तो आज ही रावटी में भी मुक्ति बहन गुणाज्ञा बन गई। सभी महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में भी समता की एक सामयिक का नियम लेकर इस दिन को सार्थक बनाये। पूज्या श्री प्रियशीलाजी म.सा. ने कहा कि इस माह में हिन्दू के शिखर पुरूष श्रीराम का जन्म हुआ, वीर हनुमान का जन्म हुआ तो इस माह में जैन के प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान व चरम तीर्थंकर वर्धमान का जन्म भी हुआ। इसलिए इस माह में आराधना का विशेष महत्व रहा हुआ है। प्रियशीलाजी ने कहा कि इस माह में ही युग पुरुष धर्मदासजी म.सा., जैनाचार्य जवाहरलालजी म.सा. के साथ भी प्रसंग जुड़े हुए है तो अनेक आत्माओं ने वीर कल्याणक पर उनके बताए मार्ग का अनुसरण कर अपनी आत्मा का कल्याण किया है ऐसे में हम भी उनके आदर्शों को जीवन में उतारने का प्रयास करना चाहिए। धर्म सभा में दीप्तिश्रीजी म.सा. ने कुण्डलपुर का राज दुलारा माँ त्रिशला का नयन सितारा प्रभु वीर को वंदन मेरा स्तवन के माध्यम से उनके गुणों को स्मरण किया। पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र घोड़ावत, दिगम्बर समाज से कांतिलाल मेहता, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि सुनील पणदा, अणु आराधना मण्डल, संचालक प्रदीप गादिया आदि ने भी अभिव्यक्ति के माध्यम से सभी को प्रभु जन्म कल्याणक व गुरु दीक्षा कल्याणक की सभी को शुभकामनाएं दी।
पूरे दिन हुए विविध आयोजन – दीक्षार्थी का हुआ बहुमान
महावीर जन्म कल्याणक की विविध जानकारी देते हुए संघ प्रवक्ता पवन नाहर व ललित जैन नवयुवक मंडल अध्यक्ष रवि लोढ़ा ने बताया कि प्रभात फेरी व गुणानुवाद सभा के पश्चात वर्धमान, मयूर, डॉ देवेंद्र तलेरा परिवार कि ओर से स्वामीवात्सल का लाभ लिया गया जिसमें महावीर जैन पाठशाला के बच्चों ने मन मोहक जयकारों व वेशभूषा से सबका मन मोह लिया। बच्चों के जयकारों के बीच नगर के मुमुक्षु ललित भंसाली व नव्या बहन शाहजी सह परिवार का बहुमान तलेरा परिवार द्वारा किया गया। इस अवसर पर संगीता विश्वास सोनी, सोनल जसवंत भाबर, विधायक वीरसिंह भूरिया सहित अन्य परिवारों ने भी दीक्षार्थी आत्माओं का बहुमान किया। दोपहर 2 से 3 महिला मंडल अध्यक्ष पुष्पा घोड़ावत, कलावती श्रीश्रीमाल व सानिया तलेरा द्वारा चौवीसी का आयोजन हुआ तो रात में दिगम्बर समाज ने चौवीसी का आयोजन कर दीक्षार्थियों का बहुमान किया। शाम को सकल श्रीसंघ कि गोट का आयोजन हुआ। प्रभु महावीर जन्म कल्याणक पर दीक्षार्थी ललित भाई भंसाली का प्रातः 7 से 8 बजे तक नियमित एक घण्टें का वर्षीदान जारी रहा जिसमें एक हजार से ज्यादा लोगों को लाभ मिला। सकल आयोजन में सहभागिता के लिए धर्मदास गण परिषद व थांदला श्रीसंघ अध्यक्ष भरत भंसाली, दिगम्बर समाज अध्यक्ष अरुण कोठारी, मूर्तिपूजक संघ अध्यक्ष कमलेश जैन दायजी व तेरापंथ सभा अध्यक्ष अरविंद रुनवाल ने धन्यवाद देते हुए आभार माना। वर्षीतप आराधकों का पारणा लाभ राजेश, कमलेश, पीयूष, प्रधुम्न जैन कुवाड़ परिवार ने लिया। सकल संघ ने विविध स्थानों पर प्रभावना का लाभ लिया।
]]>*(थांदला से विवेक व्यास माधव एक्सप्रेस*)
थांदला विधानसभा 194 मैं थांदला मंडल काकनवानी मंडल खवासा मंडल नौगामा मंडल मेघनगर मंडल मदरानी मंडल मैं सक्रिय सदस्य कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन हनुमान बावड़ी मंदिर पर किया गया
जिसमें पूर्व जिला अध्यक्ष एवं वक्ता लक्ष्मण सिंह नायक भाजपा अजजा मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष कल सिंह भाबर भाजपा प्रदेश मंत्री संगीता सोनी भाजपा भाजपा जिला महामंत्री कृष्ण पाल राठौर सम्मेलन में सम्मिलित हुए
वही अजजा प्रदेश अध्यक्ष कल सिंह भाबर ने बताया सक्रिय कार्यकर्ता पार्टी के रिड होते हैं अपने-अपने बूत स्तर पर जाकर भाजपा की योजनाओं को हर घर बताएंगे भाजपा की रीति और नीति योजना को हर समाज एवं हर व्यक्ति तक पहुंचने का काम करेंगे
कार्यक्रम में वरिष्ठ भाजपा नेता अशोक अरोड़ा थांदला मंडल अध्यक्ष बंटी डामोर मंडल उपाध्यक्ष जितेंद्र राठौड़ खवासा मंडल अध्यक्ष प्रतिनिधि देवी सिंह देवदा युवा मोर्चा जिला महामंत्री राजेश वसुनिया अन्य कार्यकर्ता कार्यक्रम मैं सम्मिलित हुए कार्यक्रम का संचालन मंडल अध्यक्ष बंटी डामोर ने किया अतिथियों का आभार मुकेश मेहता ने माना
भाजपा सह मीडिया प्रभारी विवेक व्यास
थांदला से विवेक व्यास माधव एक्सप्रेस
झाबुआ 05 अप्रैल, 2025। जिले में अवैध मदिरा की बिक्री पर रोकथाम हेतु कलेक्टर नेहा मीना एवं उपायुक्त संभागीय उड़नदस्ता इंदौर श्री संजय तिवारी द्वारा सतत कार्यवाही हेतु दिये गये निर्देशों के परिपालन में मदिरा संग्रहण, परिवहन, चैर्यनयन एवं विक्रय के विरूद्ध ज़िला आबकारी अधिकारी श्रीमती बसंती भूरिया के निर्देशन में आज मुखबिर की सूचना पर आबकारी की संयुक्त टीम द्वारा आबकारी वृत्त झाबुआ ‘ब’ के ग्राम नाहरपुरा तहसील राणापुर में मुखबिर द्वारा बताये स्थान पुराने पंचायत भवन के पास में जितेंद्र पिता मकन मंडोड़ के मकान के पीछे खाली जगह तलाश करने पर माउन्ट 6000 सुपर स्ट्रांग बियर कैन कुल 86 पेटी (कुल- 1032 बल्क लीटर) विधिवत जप्त कर कब्जे आबकारी लेकर मौके से फरार आरोपी के विरूद्ध मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 एवं संशोधित अधिनियम 2000 की धारा 34(1)(क), 34(2) के तहत प्रकरण पंजीबद्घ कर विवेचना में लिया गया उक्त कार्यवाही नवीन विधान के तहत विडियोग्राफी व फोटोग्राफी कि गयी। उक्त जप्त मदिरा का अनुमानित बाजार मूल्य राशि रुपये 2,68,320/- है। उक्त कार्यवाही सहायक जिला आबकारी अधिकारी श्री महादेव सोलंकी के मार्गदर्शन में आबकारी उपनिरीक्षक विकास वर्मा द्वारा की गई एवं आबकारी उपनिरीक्षक अकलेश सोलंकी , रमेश सिसोदिया, प्रेमसिंह परमार एवं आबकारी स्टाफ मदन राठौड, प्रकाश भाबोर ,श्रीराम शर्मा, सोहन नायक, पवन गाड़रिया, विजय चौहान, , श्रीमती पुष्पा बारिया, विद्या डामोर, एवं वाहन चालक बहादुर ढाकिया, दिपक भूरिया, दयाल मण्डोडिया का उल्लेखनीय योगदान रहा।
जिले में अवैध मदिरा की बिक्री एवं अवैध परिवहन के विरुद्ध आबकारी विभाग की कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी।
क्रमांक 25/369
थांदला से विवेक व्यास माधव एक्सप्रेस
झाबुआ 05 अप्रैल, 2025। जिले में अवैध मदिरा की बिक्री पर रोकथाम हेतु कलेक्टर नेहा मीना एवं उपायुक्त संभागीय उड़नदस्ता इंदौर श्री संजय तिवारी द्वारा सतत कार्यवाही हेतु दिये गये निर्देशों के परिपालन में मदिरा संग्रहण, परिवहन, चैर्यनयन एवं विक्रय के विरूद्ध ज़िला आबकारी अधिकारी श्रीमती बसंती भूरिया के निर्देशन में आज मुखबिर की सूचना पर आबकारी की संयुक्त टीम द्वारा आबकारी वृत्त झाबुआ ‘ब’ के ग्राम नाहरपुरा तहसील राणापुर में मुखबिर द्वारा बताये स्थान पुराने पंचायत भवन के पास में जितेंद्र पिता मकन मंडोड़ के मकान के पीछे खाली जगह तलाश करने पर माउन्ट 6000 सुपर स्ट्रांग बियर कैन कुल 86 पेटी (कुल- 1032 बल्क लीटर) विधिवत जप्त कर कब्जे आबकारी लेकर मौके से फरार आरोपी के विरूद्ध मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 एवं संशोधित अधिनियम 2000 की धारा 34(1)(क), 34(2) के तहत प्रकरण पंजीबद्घ कर विवेचना में लिया गया उक्त कार्यवाही नवीन विधान के तहत विडियोग्राफी व फोटोग्राफी कि गयी। उक्त जप्त मदिरा का अनुमानित बाजार मूल्य राशि रुपये 2,68,320/- है। उक्त कार्यवाही सहायक जिला आबकारी अधिकारी श्री महादेव सोलंकी के मार्गदर्शन में आबकारी उपनिरीक्षक विकास वर्मा द्वारा की गई एवं आबकारी उपनिरीक्षक अकलेश सोलंकी , रमेश सिसोदिया, प्रेमसिंह परमार एवं आबकारी स्टाफ मदन राठौड, प्रकाश भाबोर ,श्रीराम शर्मा, सोहन नायक, पवन गाड़रिया, विजय चौहान, , श्रीमती पुष्पा बारिया, विद्या डामोर, एवं वाहन चालक बहादुर ढाकिया, दिपक भूरिया, दयाल मण्डोडिया का उल्लेखनीय योगदान रहा।
जिले में अवैध मदिरा की बिक्री एवं अवैध परिवहन के विरुद्ध आबकारी विभाग की कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी।
क्रमांक 25/369
थांदला से विवेक व्यास माधव एक्सप्रेस
झाबुआ 05 अप्रैल, 2025। जिले में अवैध मदिरा की बिक्री पर रोकथाम हेतु कलेक्टर नेहा मीना एवं उपायुक्त संभागीय उड़नदस्ता इंदौर श्री संजय तिवारी द्वारा सतत कार्यवाही हेतु दिये गये निर्देशों के परिपालन में मदिरा संग्रहण, परिवहन, चैर्यनयन एवं विक्रय के विरूद्ध ज़िला आबकारी अधिकारी श्रीमती बसंती भूरिया के निर्देशन में आज मुखबिर की सूचना पर आबकारी की संयुक्त टीम द्वारा आबकारी वृत्त झाबुआ ‘ब’ के ग्राम नाहरपुरा तहसील राणापुर में मुखबिर द्वारा बताये स्थान पुराने पंचायत भवन के पास में जितेंद्र पिता मकन मंडोड़ के मकान के पीछे खाली जगह तलाश करने पर माउन्ट 6000 सुपर स्ट्रांग बियर कैन कुल 86 पेटी (कुल- 1032 बल्क लीटर) विधिवत जप्त कर कब्जे आबकारी लेकर मौके से फरार आरोपी के विरूद्ध मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 एवं संशोधित अधिनियम 2000 की धारा 34(1)(क), 34(2) के तहत प्रकरण पंजीबद्घ कर विवेचना में लिया गया उक्त कार्यवाही नवीन विधान के तहत विडियोग्राफी व फोटोग्राफी कि गयी। उक्त जप्त मदिरा का अनुमानित बाजार मूल्य राशि रुपये 2,68,320/- है। उक्त कार्यवाही सहायक जिला आबकारी अधिकारी श्री महादेव सोलंकी के मार्गदर्शन में आबकारी उपनिरीक्षक विकास वर्मा द्वारा की गई एवं आबकारी उपनिरीक्षक अकलेश सोलंकी , रमेश सिसोदिया, प्रेमसिंह परमार एवं आबकारी स्टाफ मदन राठौड, प्रकाश भाबोर ,श्रीराम शर्मा, सोहन नायक, पवन गाड़रिया, विजय चौहान, , श्रीमती पुष्पा बारिया, विद्या डामोर, एवं वाहन चालक बहादुर ढाकिया, दिपक भूरिया, दयाल मण्डोडिया का उल्लेखनीय योगदान रहा। जिले में अवैध मदिरा की बिक्री एवं अवैध परिवहन के विरुद्ध आबकारी विभाग की कार्यवाही निरंतर जारी रहेगी।
क्रमांक 25/369
थांदला से विवेक व्यास माता एक्सप्रेस थांदला
भारतीय जनता पार्टी जिला संगठन के प्रस्ताव पर पर आज दिनांक 04/04/2025 शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी थांदला मंडल की बैठक का आयोजन हनुमान मंदिर पर किया गया जिसमें भारतीय जनता पार्टी अजजा प्रदेश अध्यक्ष कलसिंह भाभर, भाजपा वरिष्ठ कार्यकर्ता विश्वास जी सोनी बैठक में सम्मिलित हुए !
स्थापना दिवस की आगामी योजना को लेकर बैठक मैं मंडल के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता एवं सभी पूर्व एवं वर्तमान जनप्रतिनिधि सभी मोर्चा प्रकोष्ठ के सभी पदाधिकारी बूथ अध्यक्ष एवं सक्रिय सदस्य भी सम्मिलित रहे! वही भाजपा अजजा प्रदेश अध्यक्ष कल सिंह जी भाबर ने बताया कि देश के राजनीतिक इतिहास में छह अप्रैल का दिन एक खास दिन माना जाता है और अखिल भारतीय जनसंघ और जनता पार्टी के विचारों को लेकर कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रूबरू हुवे
भाजपा थांदला मंडल अध्यक्ष बंटी डामोर और वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता अभय मेहता, मंडल उपाध्यक्ष जितेंद्र राठौड़, पूर्व मंडल अध्यक्ष रोहित बैरागी, पूर्व युवा मोर्चा अध्यक्ष एवं मंडल प्रतिनिधि विपुल आचार्य, नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुनील पंडदा, माया सचिन सोलंकी, महिला मोर्चा अध्यक्ष आरती सिसोदिया, सुनील पंडदा पार्षद राजू धानक, गोपाल बैरागी, कार्यालय मंत्री विष्णु सोनी, जनपद सदस्य सुरेश जी बिलवाल, जनपद सदस्य यशवंत बामनिया , संतोष डामोर कार्यक्रम का संचालन बंटी डामोर ने किया और आभार माना जितेंद्र जी राठौड़ के साथ बैठक में अन्य कार्यकर्ता सम्मिलित हुए
सह मीडिया प्रभारी विवेक व्यासn